Move to Jagran APP

Akhilesh Yadav ने माफिया मु्ख्तार अंसारी के बारे में ये क्या कह दिया..., सपा मुखिया ने स्वजन से मुलाकात कर जताया शाेक

कहा-मुख्तार की मौत की निष्पक्ष जांच को लेकर सरकार पर भरोसा नहीं। मुख्तार की मौत को रूस में विपक्ष के नेता की जेल में हुई मौत की घटना से जोड़ा। अखिलेश ने कहा कि सरकार पर भरोसा नहीं है कि मुख्तार की मौत के मामले की निष्पक्ष जांच कराएगी। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की अध्यक्षता में जांच से ही परिवार को न्याय मिलेगा।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sun, 07 Apr 2024 11:14 PM (IST)
Hero Image
अखिलेश ने माफिया मुख्तार को बताया जनता का सेवक
जागरण संवाददाता, गाजीपुर। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को सजायाफ्ता माफिया मुख्तार अंसारी को जनसेवक बताते हुए कहा कि वह वैसे बिल्कुल नहीं थे, जैसी उनकी छवि बना दी गई। मुख्तार जेल में रहते हुए विधायक चुने गए। जनता ने उन्हें पांच बार विधायक बनाया। इसका मतलब है कि वह व उनका परिवार जनता के दुख-दर्द में शामिल रहे। यही इसका नतीजा रहा है कि जनाजे में इतनी अधिक भीड़ उमड़ी।

सरकार पर आरोपों की लगा दी झड़ी

अखिलेश मुख्तार के गाजीपर स्थित पैतृक आवास पहुंचे और स्वजन से मिलकर शोक संवेदना जताई। इस मौके पर अखिलेश ने बांदा जेल में मुख्तार की हुई मौत को लेकर सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी। उन्होंने मुख्तार की मौत की तुलना रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर विरोधी रहे विपक्ष के नेता एलेक्सी नवलनी की बीते फरवरी में जेल में हुई मौत से कर दी।

ये भी पढ़ेंः Murder In Love Triangle: दोस्त के साथ मिलकर की हत्या, बोरे में भरकर प्रेमी की लाश को फेंक गई प्रेमिका, हैरान करने वाला खुलासा

बोले, सरकार के पास कोई जवाब नहीं

अखिलेश ने मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि बांदा जेल की घटना सरकार पर कई सवाल खड़े करती है। मुख्तार ने जहर देने की शिकायत करते हुए अपनी जान को खतरा बताया था। जेल में जो हुआ, सरकार के पास उसका कोई जवाब नहीं है। यह घटना स्तब्ध करने वाली है। हिरासत में मौत के मामले में यह सरकार औरों से आगे जाना चाहती है। न्याय देना सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन यहां न अधिकारी सुनते हैं और न सरकार। लोकसभा चुनाव में भाजपा को जनता सबक सिखाएगी।

ये भी पढ़ेंः Atiq Ahmed Family: ...तो ईद पर पुलिस की गिरफ्त में होंगी तीन ‘लेडी डान’!, शाइस्ता पर 50 तो जैनब और आयशा पर है 25 हजार का इनाम

एक सवाल के जवाब में कहा कि सीएम व डिप्टी सीएम को अपनी भाषा मर्यादा के दायरे में रखनी चाहिए। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की भाषा बता रही कि उनसे बड़ा कोई गुंडा नहीं है। पिछले साल बलिया में सूदखोरों के उत्पीड़न से तंग होकर व्यापारी के फेसबुक लाइव होकर जान दे देने की घटना का जिक्र करते हुए भी सरकार को घेरा। 

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।