रेल कर्मियों की मिलीभगत से हो रही शराब तस्करी? RPF जवानों की हत्याकांड में STF ने खोले कई बड़े राज
एसटीएफ ने आरपीएफ जवानों की हत्या के मामले में कई बड़े खुलासे किए हैं।जांच में यह बात सामने आई कि बार्डर पर सख्ती के बाद ट्रेन से गाजीपुर-पटना के बीच बड़े पैमाने पर शराब तस्करी हो रही है। 20 अगस्त को गहमर के बकैनिया के पास बेरहमी से मारपीट कर दोनों जवानों की हत्या से जिला ही नहीं बल्कि पूरा प्रदेश हिल गया।
संवाद सहयोगी, गाजीपुर। पीडीडीयू स्टेशन पर तैनात आरपीएफ जवान मो. जावेद व प्रदीप कुमार हत्याकांड के राजफाश के दौरान एसटीएफ ने कई बड़े खुलासे किए। जांच में यह बात सामने आई कि बार्डर पर सख्ती के बाद ट्रेन से गाजीपुर-पटना के बीच बड़े पैमाने पर शराब तस्करी हो रही है।
इसमें चंदौली, गाजीपुर समेत अन्य जनपदों के तस्कर रेल कर्मियों से मिलीभगत से शराब को ट्रेन के माध्यम से बिहार पहुंचा रहे हैं। एसटीएफ के खुलासे के बाद रेलवे विभाग की सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ स्थानीय पुलिस पर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
20 अगस्त को जवानों की हुई थी हत्या
20 अगस्त को गहमर के बकैनिया के पास बेरहमी से मारपीट कर दोनों जवानों की हत्या से जिला ही नहीं बल्कि पूरा प्रदेश हिल गया। स्थानीय पुलिस, स्वाट, सर्विलांस टीम मामले की खुलासे में फेल नजर आई तो इसके राजफास के लिए एसटीएफ नोएडा को कमान सौंपी गई। टीम के सदस्यों ने पांच हजार मोबाइल नंबरों को खंगाला तो चार हत्यारोपितों के साथ ही अन्य कई राज खुल गए।जांच में पता चला रेलकर्मियों, आरपीएफ, जीआरपी, ट्रैकमैन की मिलीभगत से हर दिन तस्कर बड़े पैमाने पर ट्रेन से शराब की तस्करी कर रहे हैं।
जुलाई माह में पकड़ा गया 57 लीटर अंग्रेजी शराब
विभागीय कार्रवाई पर केवल नजर दौड़ाई जाए तो जुलाई माह में आरपीएफ व जीआरपी ने गाड़ी संख्या 03414 मालदा टाउन फेयर स्पेशल ट्रेन के एस-6 कोच के बाथरूम से बैग में रखा 57 लीटर अंग्रेजी शराब पकड़ा गया। हालांकि तस्कर पकड़ में नहीं आए।यह भी पढ़ें- Ghazipur News: RPF के दो जवानों की हत्या मामले में चार शराब तस्कर गिरफ्तार, पुलिस की गोली लगने से एक घायल
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