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पटरियों के बीच मंदिर, श्रद्धालुओं का संकट में जीवन

अमृतसर में हुए हादसे के बाद भी रेल महकमा चौकन्ना नहीं हो रहा है। ऐसे में अगर समय रहते रेलवे चेता नहीं तो किसी बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है। दिलदारनगर स्थित स्टेशन पर पटरियों के बीच स्थित शायर माता के मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की जान संकट में रहती है। नवरात्र के समय यहां पर काफी भीड़ होती है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 05:37 PM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 05:37 PM (IST)
पटरियों के बीच मंदिर, श्रद्धालुओं का संकट में जीवन

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : अमृतसर में हुए हादसे के बाद भी रेल महकमा चौकन्ना नहीं हो रहा है। ऐसे में अगर समय रहते रेलवे चेता नहीं तो किसी बड़ी दुर्घटना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। दिलदारनगर स्थित स्टेशन पर पटरियों के बीच स्थित शायर माता के मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की जान संकट में रहती है। नवरात्र के समय यहां पर काफी भीड़ होती है।

ट्रेनों के परिचालन के दौरान भक्त माता के दर्शन-पूजन के लिए पटरियों से आवागमन करते हैं। इसके बावजूद रेल प्रबंधन ने इनकी सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किया है। संयोग अच्छा है कि अब तक कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है अगर भक्तों की भीड़ के बीच ट्रेन गुजर गई तो काफी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। वहीं इसके अलावा रेल पटरियों के किनारे जिले में कोई ऐसी बस्ती नहीं है जहां किसी प्रकार के हादसे का अंदेशा हो। साथ ही कोई ऐसा आयोजन भी नहीं होता है जहां दुर्घटना का खतरा हो। दिलदारनगर : स्टेशन पर पटरियों के बीच स्थित शायर माता के मंदिर पर दर्शन-पूजन के लिए यहां पर स्थानीय के अलावा बिहार से श्रद्धालु आते हैं। श्रद्धालु अपनी मन्नतों को पूरा करने के लिए खीर-पूड़ी आदि पका कर माता को बतौर प्रसाद चढ़ाते हैं। कई बार तो ट्रेन आने पर भक्त रुक कर उसके गुजर जाने का इंतजार करते हैं लेकिन गनीमत यही है अब तक कोई यहां पर हादसा नहीं हुआ। मान्यता के अनुसार अंग्रेज रेल अधिकारी ने इस मंदिर को तोड़ कर हटाने का प्रयास किया था लेकिन माता के प्रकोप से उसके साथ बड़ी अनहोनी हो गई जिसके बाद मंदिर को वहां से हटाने की हिम्मत किसी अन्य अधिकारी की नहीं हुई। लेकिन हद तो यह है कि रेल प्रबंधन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सुरक्षा का कोई बेहतर इंतजाम नहीं किया है। अगर ऐसा ही रहा तो किसी अनहोनी की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। हद तो यह है कि अमृतसर में हुए हादसे के बाद भी रेल प्रबंधन लोगों की सुरक्षा के लिए कोई बेहतर उपाय नहीं कर रहा है। जान हथेली पर रखकर करते पटरी को पार

दिलदारनगर : स्थानीय रेलवे स्टेशन से सटे जगजीवन राम रेलवे पार्क की बाउंड्री टूटी हुई है। पार्क से होकर रेल पटरी पार कर लोग प्रतिदिन आते जाते हैं। कई बार रेल पटरी पार करते समय ट्रेन की चपेट में आने से हादसा भी हो चुका है। सब कुछ सुनने और जानने के बाद भी दानापुर मंडल रेल महकमा भी मौन धारण किए हुए है। सुरक्षा के लिए लगाए जाते हैं कांस्टेबल

- नवरात्र के दौरान शायर माता के मंदिर को आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कांस्टेबलों को तैनात किया जाता है। साथ ही लोगों को रेल पटरी पार करने के लिए जागरूक किया जाता है। - डीपी यादव, जीआरपी प्रभारी, दिलदारनगर।


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