हस्तांतरित होने से पहले ही उखड़ने लगा प्लेटफार्म
ठेकेदार द्वारा मटैरियल में सही ढंग से मानक का प्रयोग नहीं करने से छह माह के अंदर ही स्थानीय रेलवे स्टेशन बदहाल हो गया हैं। रेलवे को सुपुर्द करने से पहले ही नवनिर्मित स्टेशन के पिछले हिस्से में लगे पाइप को ढ़कने के लिए बनाया गया एक पिलर गिरा हुआ है जबकि शेष दीवार छोड़कर गिरने के कगार पर है।
जासं, नंदगंज (गाजीपुर) : ठेकेदार द्वारा मैटेरियल में मानक का प्रयोग नहीं करने से छह माह के अंदर ही स्थानीय रेलवे स्टेशन बदहाल हो गया। रेलवे को हस्तांतरित करने से पहले ही नवनिर्मित स्टेशन के पिछले हिस्से में लगे पाइप को ढकने के लिए बनाया गया एक पिलर गिर गया है जबकि शेष दीवार छोड़कर गिरने के कगार पर हैं।
इसी तरह प्लेटफार्म पर लगी टाइल्स भी अधिकांश तौर पर टूटी हुई हैं। यही नहीं नया प्लेटफार्म भी कई जगहों पर धंस चुका है। सबसे अधिक दिक्कत तो यात्रियों व तैनात कर्मचारियों को शौचालय के प्रयोग में उठाना पड़ रहा है। स्टेशन पर बने नए शौचालयों के अंदर व बाहर कूड़ा-करकट भरा पड़ा है। यही नहीं शौचालय के ऊपर रखे टंकी से कनेक्शन न होने से अभी तक संचालित भी नहीं हो पाया है। इससे यात्रियों को कौन कहे स्टेशन के कर्मचारियों को भी जरुरत पड़ने पर लोटा व बोतल लेकर बाहर जाना पड़ता है। इसके अलावा स्टेशन पर लगे बेंचों में से अनेक टूट चुके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ठेकेदार ने मनमाने ढंग से बिना गुणवत्ता का ध्यान रखे स्टेशन का निर्माण कराया गया है। स्टेशन पर चल रहा कार्य करीब छह-सात माह से बिल्कुल बंद पड़ा हुआ है।