UP News वाराणसी एंटी करप्शन की टीम के हाथों छह हजार रुपये घूस लेते पकड़े गए मुहम्मदपुर टंडवा के लेखपाल सुरेंद्र राम को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया जहां से जेल भेज दिया गया। अब तक तहसील के तीन राजस्वकर्मचारी घूस लेने में जेल जा चुके हैं। मुहम्मदपुर टंडवा निवासी हरेराम चौहान ने आरोप लगाया कि पैमाइश रिपोर्ट के लिए लेखपाल उससे छह हजार मांग रहे थे।
संवाद सूत्र, कासिमाबाद (गाजीपुर)। वाराणसी एंटी करप्शन की टीम के हाथों छह हजार रुपये घूस लेते पकड़े गए मुहम्मदपुर टंडवा के लेखपाल सुरेंद्र राम को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। अब तक तहसील के तीन राजस्वकर्मचारी घूस लेने में जेल जा चुके हैं।
मुहम्मदपुर टंडवा निवासी हरेराम चौहान ने आरोप लगाया कि पैमाइश रिपोर्ट के लिए लेखपाल उससे छह हजार मांग रहे थे। एंटी करप्शन वाराणसी की टीम ने लेखपाल को तहसील में ही शिकायतकर्ता से छह हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
टीम लेखपाल को लेकर नोनहरा थाने पहुंची, जहां लेखपाल संघ ने इस कार्रवाई का विरोध भी किया, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लेखपाल को शनिवार को जेल भेज दिया।
केस नंबर-1
14 अप्रैल 2018 को मरदह क्षेत्र के कानूनगो इंद्र प्रताप सिंह को किसान से घूस लेते एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार किया था
मरदह थाना क्षेत्र के कनसहरी भवानीपुर के किसान सद्दन राजभर के भूमि की पैमाइश करनी थी। इसके लिए सद्दन कई महीनों से तहसील में तैनात तत्कालीन कानूनगो इंद्र प्रताप सिंह से गुहार लगा रहा था।
पैमाइश करने के लिए कानूनगो उससे 20 हजार रुपये रिश्वत मांग रहा था। सद्दन राजभर ने कर्ज लेकर उसे दस हजार रुपये दिए पर कानूनगो उससे पूरे पैसे की मांग कर रहा था। इससे परेशान सद्दन ने 11 अप्रैल 2018 को इसकी शिकायत वाराणसी स्थित भ्रष्टाचार निवारण संगठन में की।
एंटी करप्शन टीम के प्रभारी रामसागर अन्य सदस्यों के साथ कचहरी गाजीपुर पहुंचे। टीम ने किसान से कानूनगो को पैसा देने के लिए बुलवाया। कानूनगो ने सद्दन को पुलिस कार्यालय के पास स्थित फल की दुकान पर आने को कहा। वहां पहुंचकर सद्दन राजभर ने केमिकल लगे पांच हजार रुपये कानूनगो को जैसे ही दिए, टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। धुलवाने पर उसका हाथ लाल हो गया।
केस नंबर दो...
26 नवंबर 2019 को वाराणसी की एंटी करप्शन टीम ने एक किसान से भूमि पैमाइश के नाम पर सात हजार रुपये घूस लेते हुए कानूनगो राजेंद्र गुप्ता को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया । राजेंद्र गुप्ता तहसील में कानूनगो के पद पर तैनात थे। उनके पास सोनबरसा निवासी किसान जयराम यादव अपनी भूमि की पक्की पैमाइश के लिए लंबे समय से चक्कर लगा रहा था। वह कई बार मिलकर पैमाइश की गुहार करता रहा लेकिन कानूनगो बिना घूस दिए काम न होने की बात कह टाल देते थे। अंतत: सात हजार रुपये पर पक्की पैमाइश की बात तय हुई।
वह 23 नवंबर 2019 को वाराणसी एंटी करप्शन विभाग में पहुंचकर अपना दुखड़ा रोया। किसान ने राजस्व निरीक्षक कार्यालय पहुंचकर कानूनगो राजेंद्र गुप्ता को सात हजार रुपये दिए। तभी एंटी करप्शन टीम के प्रभारी संतोष दीक्षित ने अपनी टीम के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया और कानूनगो का हाथ पानी से धोते ही नोट में लगा कलर गिरना शुरू हो गया। कानूनगो राजेंद्र गुप्ता आगामी 31 दिसंबर 2019 को सेवानिवृत्त होने वाले थे।
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