Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

UP News: खोखला साबित हुआ परिवहन मंत्री का दावा, सात दिन में ही बंद हो गई रोजवेज बस सेवा; लोग परेशान

गाजीपुर में आरएसएस प्रमुख के आगमन पर शुरू की गई बस सेवा एक हफ्ते भी नहीं चल पाई। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने हरी झंडी दिखाकर बस को रवाना किया था लेकिन अधिकारियों ने बसों का संचालन ठीक से नहीं किया। बसों की कोई समय सारिणी नहीं थी और यात्री न होने का ठीकरा फोड़ते हुए बस सेवा बंद कर दी गई।

By Shivanand Rai Edited By: Riya Pandey Updated: Fri, 30 Aug 2024 02:57 PM (IST)
Hero Image
सप्ताह बाद ही बंद हो गई रोजवेज बस सेवा

जागरण संवाददाता, गाजीपुर। सिद्धपीठ हथियाराम मठ पर पिछले माह आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के आगमन के मौके पर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने जिला मुख्यालय व वाराणसी के लिए रोडवेज बस सेवा शुरू की थी, लेकिन यह सेवा सप्ताह भर नहीं चली। चंद दिन बाद ही बसें बंद हो गईं।

परिवहन मंत्री के हाथों हरी झंडी दिखाकर शुरू की गई बस सेवा को भी रोडवेज के अधिकारी नहीं चला पाए। ऐसे में परिवहन निगम का यात्री सुविधा का दावा बेमानी साबित हो रहा है।

मंत्री ने दो बसों को किया था रवाना

एक जुलाई को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत सिद्धपीठ हथियाराम मठ आए थे। इस मौके पर मौजूद परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह से स्थानीय लोगों ने दूरस्थ की जखनियां तहसील से जिला मुख्यालय के लिए आवाजाही का कोई साधन न होने की समस्या रखी। इसके बाद मंत्री ने दो बसें मंगवाई और पीठ के पीठाधीश्वर भवानी नंदन महाराज की मौजूदगी में हरी झंडी दिखाकर बस को गाजीपुर के लिए रवाना किया।

मंत्री ने घोषणा की कि एक बस गाजीपुर व दूसरी वाराणसी के लिए संचालित होगी। तहसील जखनियां में हथियाराम और भुड़कुड़ा दो सिद्धपीठ हैं, जहां काफी संख्या में शिष्यों का आना जाना रहता है।

इसके अलावा भी तहसील मुख्यालय से जिला मुख्यालय के लिए लोग आवाजाही करते हैं। ग्रामीणों को बसों का संचालन होने से आवाजाही की सुविधा की उम्मीद जगी, लेकिन एक सप्ताह में ही वह टूट गई।

यह भी पढ़ें- Ghazipur RPF Jawan Murder Case: आरपीएफ जवान हत्याकांड का पांचवां आरोपी गिरफ्तार, भेजा गया जेल

नहीं बनी थी बसों की कोई समय सारिणी

इन रोडवेज बसों के संचालन का कोई समय निर्धारित नहीं किया गया था। बसें रात में जरूर आतीं थी, लेकिन सुबह में कब जाएंगी इसका कोई समय अधिकारियों ने नहीं तय किया। मंत्री ने इन बसों के समय से चलाने का निर्देश दिया था, लेकिन अधिकारियों ने उसका पालन नहीं किया। यात्री न होने का ठीकरा फोड़ते हुए बस सेवा बंद कर दी।

यह भी पढ़ें- यूपी सरकार का बड़ा फैसला, थर्ड जेंडर के लिए होगा विशेष कार्ड; सरकारी योजनाओं का मिलेगा लाभ

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर