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यूपीडा से औद्योगिक गलियारे की जमीन बैनामा पर रोक, अब तक 104 हेक्टेयर जमीन की हो चुकी है रजिस्ट्री

यूपीडा से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के किनारे बनने वाले औद्योगिक गलियारे की जमीन की रजिस्ट्री पर फिलहाल मौखिक आदेश पर रोक लगा दी गई है। अब तक 202 बैनामों के माध्यम से 104 हेक्टेयर जमीन का बैनामा हुआ है। यूपीडा के एक अधिकारी ने जिला प्रशासन को फोन कर बैनामे पर रोक की जानकारी दी है। रजिस्ट्री बंद होने से करइल के किसान परेशान हैं।

By Shivanand Rai Edited By: Abhishek Pandey Updated: Tue, 28 May 2024 09:04 AM (IST)
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यूपीडा से औद्योगिक गलियारे की जमीन बैनामा पर रोक
जागरण संवाददाता, गाजीपुर। यूपीडा से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के किनारे बनने वाले औद्योगिक गलियारे की जमीन की रजिस्ट्री पर फिलहाल मौखिक आदेश पर रोक लगा दी गई है। अब तक 202 बैनामों के माध्यम से 104 हेक्टेयर जमीन का बैनामा हुआ है। यूपीडा के एक अधिकारी ने जिला प्रशासन को फोन कर बैनामे पर रोक की जानकारी दी है। रजिस्ट्री बंद होने से करइल के किसान परेशान हैं।

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बनने के बाद सरकार ने उसके किनारे औद्योगिक गलियारा बनाने की घोषणा की थी। जनवरी माह से यूपीडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण) ने जनपद के मुहम्मदाबाद तहसील के हैदरिया से होकर लखनऊ तक जाने वाले एक्सप्रेसवे किनारे जमीन का बैनामा शुरू किया था।

104 हेक्टेयर की हुई रजिस्ट्री

अब तक 202 बैनामों के माध्यम से करीब 104 हेक्टेयर जमीन की रजिस्ट्री हुई है। यूपीडा ने 425 हेक्टेयर जमीन के लिए करीब 395 करोड़ रुपये भी दिए थे, जिससे किसानों का भुगतान किया जा रहा है। माना जा रहा था कि लोकसभा चुनाव के बाद बैनामा तेजी पकड़ेगा। इस बीच यूपीडा के

वरिष्ठ भू अर्जन अधिकारी नागेंद्र शर्मा ने एडीएम के अधीन स्थापित यूपीडा के कार्यालय को फोन कर फिलहाल बैनामा न कराने के निर्देश दिए हैं। हालांकि अभी तक कोई लिखित आदेश नहीं मिला है।

स्थानीय अधिकारियों ने मुहम्मदाबाद के एसडीएम व तहसीलदार को भी यूपीडा के आदेश से अवगत करा दिया है। अचानक रजिस्ट्री बंद होने से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे किनारे जमीन बैनामा करने वाले किसान हैरान हैं। सहायक निबंधन विभाग के एक अधिकारी ने भी बैनामा बंद होने की पुष्टि की है।

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