तस्करी में जल्लाद बन चुका था जाहिद, जांच में सामने आई RPF जवानों को मौत के घाट उतारने की खौफनाक कहानी
गाजीपुर में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया शराब तस्कर मो. जाहिद उर्फ सोनू आरपीएफ जवानों की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता था। उसने 20 अगस्त को शराब तस्करी का विरोध करने वाले जवानों की हत्या की साजिश रची थी। मो. जाहिद पर पहले भी मारपीट और तस्करी के मामले दर्ज हैं। पुलिस उसके साथी की तलाश में दबिश दे रही है। एसटीएफ और पुलिस की कार्रवाई जारी है।
अविनाश सिंह, गाजीपुर। पुलिस एनकाउंटर में मारा गया शराब तस्कर मो. जाहिद उर्फ सोनू ने आरपीएफ जवान मो. जावेद और प्रमोद कुमार की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता था। पुलिस व एसटीएफ की जांच में परत दर परत मामला खुलता जा रहा है।
आरपीएफ के दोनों जवानों ने 20 अगस्त की रात शराब तस्करी का विरोध किया था, तो इनकी हत्या करने की साजिश मो. जाहिद ने ही रची थी। जवान प्रमोद कुमार को बेरहमी से मारते-मारते ट्रेन में ही मौत के घाट उतार दिया, लेकिन मो. जावेद अंत समय तक लड़ता रहा।
शराब तस्करों ने मिलकर उसे ट्रेन से गिराने का प्रयास किया तो वह ट्रेन के दरवाजे पर लगे हैंडल को पकड़ कर झुल गया। मो. जाहिद लगातार पैर से प्रहार करता रहा, लेकिन उसे गिरा नहीं पाया। इसके बाद निर्दयी मो. जाहिद ने जवान का शर्ट फाड़ दिया और उसे हाथ में लपेट कर खिड़की का शीशा ताेड़ा और उसी शीशे से जवान मो. जावेद की चेहरे पर वार कर दिया, जिससे उसका हाथ छूट गया और नीचे गिर गया।
19 अगस्त शराब खरीदने गया
चंदौली के मुगलसराय थाना के अलीनगर में 19 अगस्त की रात मो. जाहिद उर्फ सोनू अपने गैंग के साथ तस्करी के लिए शराब खरीदने गया था। अलीनगर के इसी ठेके से हमेशा यह गैंग तस्करी के लिए शराब ले जाता था।
यहां से शराब लेकर तस्कर कुचमन स्टेशन पर आ गए। यहां हुए चेन पुलिंग का आरपीएफ जवान मो. जावेद और प्रमोद कुमार ने विरोध किया था। तस्करों की संख्या अधिक होने के कारण उन्होंने ट्रेन में शराब चढ़ा ली। पकड़े जाने के डर से मो. जाहिद ने इन दोनों की हत्या का साजिश रचा और घटना को अंजाम दिया था।
मारपीट और तस्करी के मामले में पहले भी जा चुका था जेल
गैंग लीडर मो. जाहिद उर्फ साेनू इस तरह की विभत्स घटना पहले भी कर चुका है। इसी वर्ष पटना के फुलवारी शरीफ थाना के इशोपुर महाबिर निवासी निखिल कुमार और उसके परिजनों को अपने साथियों के साथ मिलकर मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इसमें यह जेल भी गया था। इससे पहले वर्ष 2022 में भी शराब तस्करी के आरोप में पटना जेल में बंद था।
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