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वाराणसी की दागी फर्मों को दे दिया 3.78 करोड़ रुपये का ठेका, डीएम से कार्रवाई की मांग

Gonda News गोंडा के जिला महिला अस्पताल में 3.78 करोड़ रुपये की उच्चीकरण परियोजना के लिए वाराणसी की तीन दागी फर्मों को क्वालीफाई किया गया है। इन फर्मों के प्रोपराइटर और परिवार के सदस्य एनआरएचएम घोटाले के आरोपी हैं और जेल भी जा चुके हैं। अधिवक्ता सुबोध चंद्र मिश्र ने डीएम से प्रकरण की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।

By Varun Yadav Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 24 Nov 2024 08:15 AM (IST)
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वाराणसी की दागी फर्मों को दे दिया 3.78 करोड़ रुपये का ठेका
संवाद सूत्र, गोंडा। सेहत सुधारने वाले महकमे में भ्रष्टाचार का दीमक लग गया है। चहेते लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए वाराणसी की दागी फर्मों को जिला महिला अस्पताल में 3.78 करोड़ रुपये की उच्चीकरण परियोजना के लिए क्वालीफाई कर दिया गया।

डीएम से प्रकरण की जांच कराकर कार्रवाई की मांग गई है। शहर के सिविल लाइन मुहल्ला निवासी अधिवक्ता सुबोध चंद्र मिश्र उर्फ मैन मिश्र ने डीएम को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है। अधिवक्ता के मुताबिक जिला महिला अस्पताल के उच्चीकरण के लिए तीन करोड़ 78 लाख रुपये की परियोजना तीन माह पूर्व स्वीकृत हुई थी। अस्पताल प्रशासन ने सितंबर में जेम पोर्टल पर निविदा आमंत्रित की थी।

निर्धारित अवधि में छह फर्मों ने प्रतिभाग किया था जिसमें से वाराणसी की तीन फर्मों को ही क्वालीफाइड किया गया था जबकि, अन्य फर्मों को बाहर कर दिया गया था। अधिवक्ता के मुताबिक जिन तीन फर्मों को क्वालीफाइड किया गया, उनके प्रोपराइटर, परिवार के सदस्य पूर्व में एनआरएचएम घोटाले के आरोपी रहे हैं और जेल भी जा चुके हैं। सीबीआइ ने संबंधित के खिलाफ उपरोक्त घोटाले में आरोप पत्र भी दायर कर रखा है।

काली सूची में डाला गया था फर्म को

वहीं, तीसरी फर्म के प्रोपराइटर को गोरखपुर महिला अस्पताल के सीएमएस ने 16 मई को घटिया सामग्री के आपूर्ति को लेकर काली सूची में डाल दिया था। दागी फर्म को कार्य देने को लेकर दैनिक जागरण ने 24 व 26 सितंबर के अंक में खबर प्रकाशित की थी, इसके बाद निविदा निरस्त कर दी गई थी।

अक्टूबर में उक्त कार्य की दोबारा निविदा आमंत्रित की गई, इस बार चार फार्मों ने प्रतिभाग किया। जिसमें तीन दागी फर्में भी शामिल हैं। अधिवक्ता ने बताया कि लखनऊ आप्टिकल एंड सर्जिकल कंपनी को सौ रुपये का स्टांप पुराना होने का कारण दिखाकर बाहर कर दिया गया जबकि, पहले से ही दागी तीनों फर्मों को क्वालीफाइड करके ठेका दे दिया गया।

डीएम नेहा शर्मा ने जिला महिला अस्पताल के सीएमएस को कार्रवाई के निर्देश हैं। वहीं, जब जिला महिला अस्पताल के सीएमएस डा. धीरेंद्र सिंह से उक्त प्रकरण में जानकारी करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कहा अभी मीटिंग में हूं, इस मुद्दे पर बाद में बात करेंगे।

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