धमाका… खामी या साजिश? गोंडा में कैसे पलटीं चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की बोगियां, जांच करेगी रेलवे
उत्तर प्रदेश के गोंडा में गुरुवार दोपहर चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के तीन डिब्बे पलट गए और 13 बेपटरी हो गए। हादसे में दो यात्रियों की मौत हो गई और 34 घायल हो गए जिनमें पांच को गंभीर हालत में लखनऊ रेफर किया गया है। मरने वालों की पहचान बिहार के अररिया जिला निवासी सरोज कुमार सिंह और चंडीगढ़ निवासी राहुल के रूप में हुई है।
जागरण संवाददाता, गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा में गुरुवार दोपहर चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के तीन डिब्बे पलट गए और 13 बेपटरी हो गए। हादसे में दो यात्रियों की मौत हो गई और 34 घायल हो गए, जिनमें पांच को गंभीर हालत में लखनऊ रेफर किया गया है। मरने वालों की पहचान बिहार के अररिया जिला निवासी सरोज कुमार सिंह और चंडीगढ़ निवासी राहुल के रूप में हुई है।
गोंडा में यह हादसा गुरुवार दोपहर 2:55 बजे मोतीगंज-झिलाही रेलवे स्टेशनों के बीच पिकौरा गांव के पास हुआ। रेलवे ने हादसे की जांच में साजिश के एंगल को भी शामिल किया है। रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) को जांच के निर्देश दिए गए हैं।
रेलवे के सूत्रों के अनुसार, लोको पायलट त्रिभुवन ने दावा किया है कि उन्होंने धमाके की आवाज सुनी तो इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। इसके बाद डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे के बाद चीख-चीत्कार मच गई।
शीशे तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला
ग्रामीणों ने एसी कोच के शीशे तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला। कुछ यात्री दहशत में गश खाकर गिर पड़े, जिन्हें एंबुलेंस से मनकापुर व काजीदेवर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया गया। मनकापुर में इलाज के दौरान एक यात्री की मौत हो गई। पांच लोगों को लखनऊ रेफर किया गया है, जिनमें एक की रास्ते में मृत्यु हो गई।ट्रेन के गार्ड के मुताबिक, सहायक रेल चालक गौरव की तबीयत खराब हो गई, जिन्हें अस्पताल भेजा गया। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि हादसे के बाद राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया और करीब 40 सदस्यीय मेडिकल टीम और 20 एंबुलेंस मौके पर पहुंचाई गईं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।