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Gonda News: इंतजार की घड़ियां खत्म, नवंबर के पहले पखवाड़े में चालू हो जाएगा एशिया का सबसे बड़े एथेनाल प्लांट

प्लांट का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर सकते हैं। बलरामपुर चीनी मिल्स ग्रुप ने मैजापुर में 455.84 करोड़ रुपये की लागत से 350 केएल क्षमता के प्लांट की स्थापना कराई है। इस प्लांट में गन्ने के जूस चीनी के घोल जौ मक्का व चावल से एथेनाल बनाया जाएगा।

By Varun YadavEdited By: Shivam YadavUpdated: Fri, 28 Oct 2022 07:31 AM (IST)
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नवंबर के पहले पखवाड़े में चालू हो जाएगा एशिया का सबसे बड़े एथेनाल प्लांट।

गोंडा [वरुण यादव]। इंतजार की घड़ियां खत्म हो रही हैं। एशिया के सबसे बड़े एथेनाल प्लांट का संचालन नवंबर के पहले पखवाड़े में होगा। इसके संचालन के लिए प्रतिदिन 50 हजार क्विंटल गन्ने की जरूरत होगी। प्लांट का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर सकते हैं, इसको लेकर तैयारियां चल रही हैं। 

बलरामपुर चीनी मिल्स ग्रुप ने मैजापुर में 455.84 करोड़ रुपये की लागत से 350 केएल (किलोलीटर) क्षमता के प्लांट की स्थापना कराई है। इस प्लांट में गन्ने के जूस, चीनी के घोल, जौ, मक्का व चावल से एथेनाल बनाया जाएगा।

एथेनाल प्लांट की स्थापना से क्या होंगे फायदे

  • 60 हजार किसानों को प्लांट की स्थापना से मिलेगा लाभ
  • 250 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से मिलेगी नौकरी
  • 26 हेक्टेयर भूमि में हो रहा एथेनाल प्लांट का निर्माण
  • 15 मेगावाट क्षमता के बिजली उत्पादन केंद्र का भी हो रहा निर्माण
  • 27 नवंबर 2021 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रखी थी आधारशिला 
  • किसानों को समय से गन्ना मूल्य का भुगतान मिल सकेगा
  • उत्पादन सीमित होने पर चीनी का मूल्य कम नहीं होगा
  • पेट्रोलियम पदार्थ की कीमत कम करने में मदद मिलेगी
  • तकनीकी शिक्षा प्राप्त युवाओं को रोजगार 
  • गोदाम में अनाज खराब नहीं होगा, किसानों को उचित मूल्य मिलेगा
  • गन्ने की खेती के प्रति किसानों का रुझान बढ़ेगा
  • व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, व्यवसायिक गतिविधियां बढ़ेंगी

26 हेक्टेयर में बना एथेनाल प्लांट

प्लांट की स्थापना से किसानों को समय से गन्ना मूल्य का भुगतान कराने व रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। अफसरों के मुताबिक इससे छोटा 250 केएल की क्षमता वाला डिस्टलरी प्लांट लखीमपुर खीरी जिले के अजवापुर चीनी मिल में है। 

मैजापुर चीनी मिल के महाप्रबंधक गन्ना पीके चतुर्वेदी ने कहा कि एथेनाल प्लांट की स्थापना 26 हेक्टेयर में कराई गई है। इसमें प्लांट के अलावा कर्मचारियों के लिए आवास के साथ ही अन्य भवन भी बनाए गए हैं। परिसर में 15 मेगावाट क्षमता का बिजली उत्पादन केंद्र भी बन रहा है।

जिला गन्ना अधिकारी का कथन

मैजापुर में 350 केएल क्षमता के एथेनाल प्लांट की प्लांट की स्थापना का कार्य लगभग पूरा हो गया है। नवंबर के पहले पखवारे में एथेनाल प्लांट संचालन के लिए आवश्यक सामग्री जुटा ली गई है। ये एशिया का सबसे बड़ा एथेनाल प्लांट होगा। इस प्लांट में गन्ने के जूस व अनाज से एथेनाल बनाया जाएगा। इससे करीब 60 हजार किसानों को फायदा होगा।

-ओपी सिंह, जिला गन्ना अधिकारी गोंडा।