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तीन ब्लॉक बनेंगे मॉडल, सहेजेंगे बारिश की बूंदें

महत्वाकांक्षी ब्लॉक के रूप में जिले के तीन ब्लॉकों का हुआ चयन जल संरक्षण के साथ ही अन्य सु

By JagranEdited By: Updated: Mon, 26 Apr 2021 11:23 PM (IST)
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तीन ब्लॉक बनेंगे मॉडल, सहेजेंगे बारिश की बूंदें

महत्वाकांक्षी ब्लॉक के रूप में जिले के तीन ब्लॉकों का हुआ चयन, जल संरक्षण के साथ ही अन्य सुविधाओं के लिए चलेगी मुहिम

गोंडा : बारिश की बूंदों को सहेजने के साथ ही रोजगार के नए द्वार खोलने के लिए कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए न सिर्फ प्राकृतिक संसाधनों को संवारा जाएगा। बल्कि, पर्यावरण संरक्षण के लिए मुहिम भी चलाई जाएगी। देवीपाटन मंडल में गोंडा जिले के तीन ब्लॉकों को महत्वाकांक्षी ब्लॉक के रूप में चयनित किया गया है। इन ब्लॉकों के गांवों में मूलभूत सुविधाओं का पहले सर्वेक्षण कराया जाएगा। इसके बाद इन्हें आमजन तक उपलब्ध कराने के लिए विशेष अभियान शुरू होगा। पेश है वरुण यादव की रिपोर्ट : इनसेट

नंबर गेम

-16 जिले में कुल विकासखंड

-03 महत्वाकांक्षी ब्लॉक चयनित

-242 ग्राम पंचायतें तीन ब्लॉकों में

-06 लाख आबादी तीन ब्लॉकों की

-50 हजार से अधिक श्रमिक इन गांवों में पीएम के अकांक्षी जिले की तर्ज पर बनेंगे ब्लॉक

- नीति आयोग की रिपोर्ट के आधार पर प्रधानमंत्री ने देश में 100 आकांक्षी जिलों का चयन किया था। इनमें सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। इसी तर्ज पर अब राज्य सरकार ने 34 जिलों के 100 ब्लॉकों को महत्वाकांक्षी ब्लॉक के रूप में विकसित करने का फैसला किया है। इनमें गोंडा जिले के रुपईडीह, पंडरीकृपाल व बभनजोत ब्लॉक शामिल हैं।

दो वर्ष के लिए बनेगी कार्ययोजना

- महत्वाकांक्षी ब्लॉक में विकास कार्य व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए दो वर्ष का समय निर्धारित किया गया है। इसके लिए संबंधित जिलों के अधिकारियों को कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं।

अलग-अलग होंगें संकेतक

- महत्वाकांक्षी ब्लॉकों में स्वास्थ्य, पोषण व शिक्षा योजना से जुड़े 30-30 फीसद संकेतक, कृषि व जल संरक्षण के 20 फीसदी संकेतक, मूलभूत सुविधाओं के दस फीसद संकेतक, 5-5 फीसदी संकेतक आर्थिक व कौशल विकास से जुड़े पांच-पांच फीसद संकेतक शामिल हैं। विभिन्न संकेतकों के लिए तीन माह, छह माह और एक साल में सर्वे कर योजना परखी जानी है। इसके बाद आगे की योजनाओं में इसके हिसाब से परिवर्तन किया जाएगा।

जिम्मेदार के बोल

जिले के तीन ब्लॉकों को महत्वाकांक्षी ब्लॉक के रूप में चिन्हित किया गया है। इनमें जल, पर्यावरण संरक्षण से जुड़े कार्य प्राथमिकता के आधार पर कराए जाएंगे। संबंधित ब्लॉक के बीडीओ को कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं।

-हरिश्चंद्र राम प्रजापति, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार गोंडा

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