Gonda News: यहां के नटवरलालों के कई राज्यों में फैले हैं जाल, चार आतंकियों को गिरफ्तार कर चुकी है ATS
गत जुलाई में जिले के रहने वाले चार आतंकी को एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) ने गिरफ्तार किया है। इनसे जुड़े तार की तहकीकात एटीएस अभी कर रही है। वहीं कूटरचित दस्तावेज तैयार कर बैंक और सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगाने वालों का मामला भी पुलिस पकड़ चुकी है। नागालैंड असम बिहार पश्चिम बंगाल राजस्थान में ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
By Raman Kumar MishraEdited By: Siddharth ChaurasiyaUpdated: Sat, 09 Sep 2023 05:05 PM (IST)
धनंजय तिवारी, गोंडा। गत जुलाई में जिले के रहने वाले चार आतंकी को एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) ने गिरफ्तार किया है। इनसे जुड़े तार की तहकीकात एटीएस अभी कर रही है। वहीं कूटरचित दस्तावेज तैयार कर बैंक और सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगाने वालों का मामला भी पुलिस पकड़ चुकी है। नागालैंड, असम, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान में ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
कूटरचित दस्तावेज तैयार कर करोड़ों की भूमि का बैनामा व वसीयत कराने के मामले में एक वर्ष में 80 से अधिक मुकदमे लिखे जा चुके हैं। पकड़े गए आतंकी व नटवरलालों में अधिकांश युवा ही हैं। पुलिस जांच में पाया गया कि बिना परिश्रम के और कम समय में धनवान बनने की चाहत में युवा जुर्म की राह अपना रहे हैं। एसपी अंकित मित्तल ने कहा कि संदिग्ध वालों की जांच कराई जाती है। एटीएस व अन्य जांच एजेंसियों को सहयोग किया जा रहा है।
पकड़े गए आतंकी पर एक नजर
एक जुलाई को देहात कोतवाली के करनपुर पठानपुरवा में भूमि खरीद कर अपना ठिकाना बनाने वाले सद्दाम शेख को एटीएस ने गिरफ्तार किया था। सद्दाम आतंकवादी संगठन अलकायदा, हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा है। एटीएस ने गत 16 जुलाई को तरबगंज थाना के दीनपुरवा के रहने वाले पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई एजेंट मुहम्म्द रईस को गिरफ्तार किया था। मुहम्म्द रईस पाकिस्तान के लिए जासूसी करता था। 18 जुलाई को एटीएस ने वजीरगंज थाना के दुआबा के रहने वाले आईएसआई एजेंट सलमान को गिरफ्तार किया था। एटीएस ने अरशद उर्फ मुकीम को गत 27 जुलाई को गिरफ्तार किया था।पकड़े गए जालसाजी के आरोपितों पर एक नजर
सरकारी कर्मचारियों की कूटरचित आइडी बनाकर जीपीएफ के नाम पर लाखों रुपये का गबन करने के मामले में पुलिस गत वर्ष तरबगंज के प्रदीप दुबे, इमिलिया गुरदयाल के अरुण, नवाबगंज के नानमून मौर्य व राजेश पाठक को गिरफ्तार कर चुकी है। कूटरचना कर 32 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी किए जाने का मामला भी पकड़ा जा चुका है।इस मामले के आरोपित साहबगंज के अमित कुमार अग्रवाल को पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है। नागालैंड, पश्चिम बंगाल, असम, बिहार सहित अन्य राज्यों में कूटरचित दस्तावेज से बैंकों में खाता खोल कर बैंकों को चूना लगाने वाले गिरोह को भी पुलिस पकड़ चुकी है।
इसके आरोपित परसपुर के दिवाकर व अरविंद को पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है। ऐसे ही फर्जी आधार कार्ड व नकली नोट संचालित करने वाले गिरोह का भी पुलिस राजफाश कर चुकी है। कूटरचित दस्तावेज तैयार कर दूसरों की भूमि की वसीयत कराने के मामले में भी 80 से अधिक मुकदमे लिखे जा चुके हैं। इनमें 123 से अधिक आरोपित हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।