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चुनाव संग आए हिंदु-मुस्लिम के त्योहार, बढ़ने लगी परेशानी; लखनऊ व गोरखपुर के लिए चार-चार घंटे नहीं मिल रही ट्रेन

शनिवार की सुबह बलरामपुर व उतरौला दोनों मार्गों के लिए कोई बस नहीं थी। इंतजार कर रहे रमेश किरन ने बताया कि पूछताछ काउंटर पर उन्हें बताया गया कि बाहर की बस का इंतजार करिए। पहले अधिकारियों ने सोचा कि डिपो से बस भेज दी जायलेकिन पता चला कि परिचालक ही नहीं है। गोंडा में 41 परिचालकों की कमी से प्रतिदिन दस बसें कार्यशाला से नहीं निकल पाती हैं।

By Raman Kumar Mishra Edited By: Aysha Sheikh Updated: Sun, 17 Mar 2024 11:48 AM (IST)
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चुनाव संग आए हिंदु-मुस्लिम के त्योहार, बढ़ने लगी परेशानी; लखनऊ व गोरखपुर के लिए चार-चार घंटे नहीं मिल रही ट्रेन

संवाद सूत्र, गोंडा। होली व रमजान एक साथ पड़ने के कारण महानगराें में रहने वाले परदेशी अभी से घर लौटने लगे हैं,लेकिन ट्रेनों के विलंब रहने व परिचालकों की कमी से बस न मिल पाने से प्रतिदिन 20 हजार से अधिक यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

इन्हें मजबूरन डग्गामार वाहनों से सफर कर जान व माल को जोखिम में डालना पड़ रहा है। सबसे बड़ी मुश्किल तब होगी,जब त्योहार के साथ चुनाव भी शुरू हो जाएगा। रोडवेज की आधी बसें चुनाव में चली जाएंगी। निजी वाहन भी चुनाव के लिए पकड़ लिए जाएंगे या सहालग में बुक हो जाएंगे तो फिर उतरौला,बलरामपुर व अयोध्या जैसे महत्वपूर्ण मार्गों पर भी इक्का दुक्का वाहन भी नहीं मिल पाएंगे।

परिचालकों के अभाव में प्रतिदिन 40 बसों के नहीं डोल रहे पहिए

शनिवार की सुबह बलरामपुर व उतरौला दोनों मार्गों के लिए कोई बस नहीं थी। इंतजार कर रहे रमेश, किरन ने बताया कि पूछताछ काउंटर पर उन्हें बताया गया कि बाहर की बस का इंतजार करिए। पहले अधिकारियों ने सोचा कि डिपो से बस भेज दी जाय,लेकिन पता चला कि परिचालक ही नहीं है।

यही वह समय है, जब हर साल रोडवेज लोगों को गंतव्य तक पहुंचाकर अच्छी कमाई कर लेता था, लेकिन इस बार कमाई तो दूर रोडवेज की मुश्किलें बढ़ने वाली है। कारण, पिछले साल की अपेक्षा बसों के साथ परिचालक भी कम है, जिससे पर्याप्त सवारी होने के बाद भी यात्रियों को बसें नहीं मिल पा रही हैं।

गोंडा में 41 परिचालकों की कमी से प्रतिदिन दस बसें कार्यशाला से नहीं निकल पाती हैं। बलरामपुर में भी 44 परिचालक कम होने से रोज दस बसें,बहराइच में 44 परिचालक कमी से 12 बसें व रुपईडीह में 25 परिचालकों की कमी से आठ बसें नहीं चल पा रही हैं।

इस तरह चारों डिपो में 150 परिचालक कम है,जिससे प्रतिदिन 40 बसें कार्यशाला से नहीं निकल पा रही हैं। क्षेत्रीय प्रबंधक अपराजित श्रीवास्तव ने बताया कि परिचालकों की कमी से बसों के संचालन में दिक्कत आ रही है। उच्चाधिकारियों से 155 परिचालकों की मांग की गई है।

फैक्ट फाइल

  • रेलवे स्टेशन पर संचालित ट्रेनेंं-136
  • प्रतिदिन आने वाले यात्री- 12000
  • देवीपाटन परिक्षेत्र में कुल बस- 318
  • बसों के लिए चाहिए परिचालक-708
  • चारों डिपो में तैनात परिचालक-551
  • चारों डिपो में परिचालकों कमी-150
  • गोंडा में कुल बस-100
  • परिचालकों की कमी-41
  • नहीं चल पा रही बस-10

लखनऊ व गोरखपुर के लिए चार-चार घंटे नहीं मिल रही ट्रेन

चंपारण हमसफर एक्सप्रेस साढ़े नौ घंटे,अवध एक्सप्रेस नौ घंटे,लखनऊ-बरौनी पौने पांच घंटे, पोरबंदर तक आने वाली मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस चार घंटे लेट रही। सुबह 11 बजे से तीन बजे के बीच लखनऊ के लिए कोई ट्रेन नहीं रही। शाम चार बजे छपरा कचहरी जाने के बाद फिर शाम सात बजे ही ट्रेन मिली। रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने बताया कि कुछ गाड़ियां बाहर से ही विलंब से आ रही हैं। यात्रियों की सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है।

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