Lok Sabha Election 2024: सुर्खियों में है बृजभूषण शरण सिंह की कैसरगंज सीट का 'चुनावी दंगल', टिकट को लेकर लगाई जा रहीं अटकलें
Lok Sabha Election 2024 बृजभूषण शरण सिंह की सीट कैसरगंज का ‘चुनावी दंगल’ सुर्खियों में है। कुश्ती और गोंडा-बहराइच की राजनीति में धुरंधरों को पटकनी देने वाले बृजभूषण का पहलवानों से विवाद के बाद हर दांव उल्टा पड़ रहा है। उन्हें कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की कुर्सी तो छोड़नी ही पड़ी अब उनके राजनीतिक भविष्य पर भी बहस छिड़ गई है।
गोविंद मिश्रा, गोंडा। बृजभूषण शरण सिंह। कैसरगंज के सांसद। भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष। अक्सर विवादों में रहने वाले। कुश्ती और गोंडा-बहराइच की राजनीति में धुरंधरों को पटकनी देने वाले बृजभूषण का पहलवानों से विवाद के बाद हर दांव उल्टा पड़ रहा है। उन्हें कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की कुर्सी तो छोड़नी ही पड़ी, अब उनके राजनीतिक भविष्य पर भी बहस छिड़ गई है। यही वजह है कि उनकी सीट कैसरगंज का ‘चुनावी दंगल’ सुर्खियों में है। यहां के राजनीतिक परिदृश्य पर गोविन्द मिश्र की रिपोर्ट...
अब थोड़ा पीछे चलते हैं। अभी कुछ दिनों पहले जब भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की तो उसमें अवध क्षेत्र की कुछ एक को छोड़ अधिकांश सीटों की तस्वीर स्पष्ट हो गई। बाराबंकी से उपेंद्र सिंह रावत प्रत्याशी बने, हालांकि विवादित वीडियो सामने आने के बाद उन्हें यह कहकर मैदान से हटना पड़ा कि जब तक निर्दोष साबित नहीं हो जाता, तब तक कोई चुनाव नहीं लड़ूंगा।
बृजभूषण के गृह जनपद गोंडा से भी कीर्तिवर्धन सिंह को तीसरा मौका मिल गया। ऐसे में सबकी निगाहें कैसरगंज संसदीय सीट पर थीं। पहलवानों से विवाद के बाद बृजभूषण के प्रति भाजपा नरमी दिखाएगी या सख्ती, यह सब जानना चाहते थे। चूंकि भाजपा ने इस सीट से कोई नाम घोषित नहीं किया था, इसलिए फिलहाल कैसरगंज के राजनीतिक समीकरण थोड़ा उलझ गए हैं। सपा-कांग्रेस गठबंधन से भी कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है। यह सीट सपा के खाते में है। वहीं, बसपा भी मौन धारण किए है। जानकार मानते हैं कि भाजपा की रणनीति पर नजर रखने के लिए ही अन्य पार्टियां भी ‘वेट एंड वाच’ का फार्मूला अपना रही हैं।
टिकट को लेकर लगाई जा रहीं अटकलें
कैसरगंज में अब तक हुए सांसद
वर्ष सांसद दल
1957 भगवानदीन मिश्र कांग्रेस
1962 बसंत कुंवरि स्वतंत्र पार्टी
1967 शकुंतला नायर भारतीय जनसंघ
1971 शकुंतला नायर भारतीय जनसंघ
1977 रुद्रसेन चौधरी जनता पार्टी
1980 राणावीर सिंह कांग्रेस
1984 राणावीर सिंह कांग्रेस
1989 रुद्रसेन चौधरी भाजपा
वर्ष सांसद दल
1991 एलएन मणि त्रिपाठी भाजपा
1996 बेनी प्रसाद वर्मा सपा
1998 बेनी प्रसाद वर्मा सपा
1999 बेनी प्रसाद वर्मा सपा
2004 बेनी प्रसाद वर्मा सपा
2009 बृजभूषण शरण सिंह सपा
2014 बृजभूषण शरण सिंह भाजपा
2019 बृजभूषण शरण सिंह भाजपा
बृजभूषण, प्रतीक या कोई और
कैसरगंज संसदीय सीट पर भाजपा का प्रत्याशी कौन होगा, यह बड़ा सवाल है। भाजपा बृजभूषण को ही मौका देगी, या फिर कोई और दावेदार मैदान में होगा, यह आने वाला समय बताएगा। हालांकि, अंदरखाने चर्चाएं तो बहुत हैं। कुछ लोग इस सीट पर गोंडा सदर से विधायक और बृजभूषण शरण सिंह के पुत्र प्रतीक भूषण सिंह के नाम की भी चर्चा कर रहे हैं। बृजभूषण के परिवार के ही कुछ और नाम भी लिए जा रहे हैं। इसके अलावा और भी दावेदारियां इंटरनेट मीडिया पर जोरशोर से तैर रही हैं। खैर, यह सब तबतक स्पष्ट नहीं हो पाएगा, जबतक भाजपा इस सीट के लिए किसी प्रत्याशी की घोषणा न कर दे।
बेनी और बृजभूषण सबसे ज्यादा जीते
कैसरगंज संसदीय सीट पर बेनी प्रसाद वर्मा ने सबसे ज्यादा चार बार जीत हासिल की। वह इस सीट से सपा के टिकट पर वर्ष 1996, 1998, 1999 और 2004 में सांसद चुने गए। इसके बाद वर्ष 2009 में वह गोंडा सीट से चुनाव मैदान में उतरे, फिर यह सीट बृजभूषण शरण सिंह की हो गई। वर्ष 2009 में बृजभूषण इस सीट पर सपा के टिकट से सांसद चुने गए। 2014 और 2019 में उन्होंने भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता। वर्ष 1991 और 1999 में वह गोंडा सीट से भी भाजपा के टिकट पर सांसद रह चुके हैं।
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