Gonda Murder: यूपी के गोंडा में शख्स की चाकू मारकर हत्या, रास्ते के विवाद में वारदात को दिया अंजाम
यूपी के गोंडा में रास्ते के विवाद को लेकर मंगलवार की सुबह खजुरिया गांव के निदानपुरवा में चाकू मारकर मंशाराम की हत्या कर दी गई। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है। घायल को स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। घटना में शामिल छह संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
संवाद सूत्र, कर्नलगंज (गोंडा)। रास्ते के विवाद को लेकर मंगलवार की सुबह खजुरिया गांव के निदानपुरवा में चाकू मारकर मंशाराम की हत्या कर दी गई, जबकि उनके चाचा बब्लू अवस्थी घायल हो गए हैं। पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है। घायल को स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। मृतक के स्वजनों का रो-रोकर हाल बेहाल है।
बताया जाता है कि मंशाराम अवस्थी का गांव के ही ब्रह्मादीन के घर के बगल में बाग है। इसी बाग से ब्रह्मादीन रास्ता मांग रहे थे। इसको लेकर दोनों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। मंगलवार की सुबह ब्रह्मादीन परिवार के साथ जबरदस्ती बाग से जाने लगे। मृतक के चचेरे भाई कुनाल ने बताया कि उनके बड़े भाई मंशाराम ने ब्रह्मादीन को रोकने का प्रयास किया। इस पर ब्रह्मादीन के पुत्र मुन्ना ने साथियों के साथ मिलकर उनके चाचा मंशाराम को चाकू मारना शुरू कर दिया। उनके सीने, कनपटी, पीठ व हाथ पर चाकू से वार किया गया। बीच बचाव कराने गए बबलू अवस्थी पर भी चाकू से हमला किया गया।
उनके बायीं तरफ गर्दन, दाएं बांह और बाएं कान पर चाकू से मारा गया है। दोनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कर्नलगंज ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने मंशाराम उर्फ लल्लू को मृत घोषित कर दिया। जबकि, उनके चाचा बब्लू अवस्थी को प्राथमिक उपचार के बाद स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया है। अपर पुलिस अधीक्षक राधेश्याम राय समेत अन्य पुलिस अधिकारी जांच में जुटे हैं। छह आरोपितों को हिरासत में ले लिया गया है।
लंबे समय से चल रहा था विवाद
बताया जाता है कि मंशाराम अवस्थी व ब्रह्मादीन के बीच लंबे समय से रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था। मृतक की मां माया देवी ने बताया कि ब्रह्मादीन उनके बाग में जबरदस्ती रास्ता मांग रहे थे। राजनीतिक दबाव में पुलिस ने उनके बेटे पर रविवार को फर्जी मुकदमा किया है। आरोपित पहले भी कई मुकदमा दर्ज करा चुके हैं। लगातार उनके परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा था, लेकिन पुलिस प्रशासन उनकी बातों को नहीं सुन रहा था। दूसरे पक्ष के ही तहरीर पर ही मुकदमा किया जाता था।
विवाद का हो जाता निपटारा तो न जाती जान
ग्रामीणों का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। शिकायत भी की जा रही थी, लेकिन राजस्व व पुलिस मामले का निपटारा नहीं करा सकी, जिसके कारण हत्या हो गई। मृतक मंशाराम के बड़े भाई वीरेंद्र अवस्थी की भी दो माह पूर्व तालाब में डूबकर मौत हो चुकी है। स्वजन उसमें भी हत्या की आशंका जता रहे हैं।खजुरिया के निदानपुरवा गांव के रहने वाले मंशाराम की हत्या की गई है। मृतक के चाचा घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना में शामिल छह संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।- राधेश्याम राय, अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी
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