अचानक लड़खड़ाने लगी चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस और फिर पलटते गए डिब्बे... हादसे में घायल यात्रियों की आपबीती
चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के यात्रियों ने बताया कि किस तरीके से अचानक यह सफर अंग्रेजी का सफर बन गया। ठसाठस भरी गाड़ी जब लड़खड़ाते हुए पलटी तो उसमें सवार लोगों को कुछ समझ नहीं आया। एक यात्री जो जनरल बोगी के दरवाजे पर बैठा था उसने अपनी बोगी के पीछे के डिब्बों को पलटते हुए देखा तो चलती ट्रेन से छलांग लगा दी।
संवाद सूत्र, जागरण गोंडा। चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस में हुए हादसे के दौरान घायल हुए प्रमोद यादव उस घटना को याद करते हुए कहते हैं कि ट्रेन गोंडा से आगे बढ़ी तो सीट न मिलने व के चलते डिब्बे के फाटक पर ही पैर नीचे करके बैठ गए।
थोड़ी दूर रफ्तार में चलने के बाद ट्रेन अचानक लहराने लगी। जब तक लोग कुछ समझ पाते तक उसके उसके डिब्बों ने करवट लेना शुरू कर दिया और फिर वे पलटते चले गए। अपना डिब्बा पलटते देख जान बचाने के लिए चलती ट्रेन से कूद गया,लेकिन पटरी के किनारे लगे खंभों से सिर टकरा जाने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए।
गोरखपुर के प्रमोद यादव पुत्र रामू यादव ने अपने दो दोस्तों के साथ लखनऊ से सुबह 11 बजे ट्रेन पकड़ी थी। जल्दबाजी में ट्रेन का टिकट भी नहीं ले पाए थे,इसलिए जनरल बोगी में बैठ गए। इसमें इतनी भीड़ थी कि पैर रखने की जगह नहीं थी,इसलिए डिब्बे के द्वार पर ही बैठकर जा रहे थे।गोंडा से आगे बढ़ते ही ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतरकर लड़खड़ाने लगे,जब तक लोग कुछ समझ पाते, तब तक डिब्बे पलटने शुरू हो गए। चहुंओर अफरातफरी मच गई। ट्रेन के डिब्बों को पलटता देख वह डिब्बे से बाहर की ओर कूद गया,लेकिन बिजली खंभों में टकराने से वह घायल होकर बेहोश हो गया।
लोख चीखने चिल्लाने लगे तो शोर सुनकर ग्रामीण भी मदद के लिए पहुंचे। इसके बाद घायलों को करीब 15 मिनट बाद ग्रामीणों ने बाहर निकाला। उसे भी ग्रामीणों ने होश में लाकर एंबुलेंस के जरिए अस्पताल भेजवाया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।