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UP Flood : टूट गए अरमान, आंखों के सामने नदी में समा गया पूरा मकान- देखें दिल दहला देने वाला VIDEO

Gonda News in Hindi लेखपाल ओम प्रकाश वर्मा ने पीड़ितों को ढांढस बंधाते हुए कहा आपदा में शासन-प्रशासन बाढ़ पीड़ितों के साथ मुस्तैदी से खड़ा है। उन्होंने कहा कटान पीड़ित से कागजात लेकर तत्काल तहसील को भेजा जा रहा है जिले पर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। लोगों के लिए अब रात गुजारने का भी संकट आ गया है।

By Jagran News Edited By: Mohammed Ammar Updated: Sun, 08 Sep 2024 05:24 PM (IST)
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प्रशासन ने नुकसान के आंकलन का सर्वे शुरू कर दिया है।

जागरण संवाददाता, गोंडा। सरयू नदी में कटान तेज होने से साकीपुर के चहलावा में तीन घर नदी में समा गया। सात और घरों पर कटान का खतरा मंड़राने लगा है। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से तीन सेंटीमीटर व अयोध्या में सरयू नदी 28 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। घाघरा नदी में दो लाख 57 हजार 287 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है। तरबगंज व कर्नलगंज तहसील के तीन गांवों में आवागमन के लिए 32 नाव लगाई गई है।

तेजी से बह रही है सरयू नदी

सरयू नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव से कटान तेज हो गई है। साकीपुर के चहलावा में दोपहर में देखते ही मकान नदी में समा गए। अनंतराम यादव, रामभवन व सोना देवी का घर कटान की भेंट चढ़ गया है। जबकि, नकछेद, झगरू, गुल्ले, भानू, रामबली, सीताराम व छट्टू का पक्का मकान भी कटान की जद में आ गया है।

— Ammar Khan (@AmmarSageer) September 8, 2024

गांव के ही बाऊर, अवधेश व लल्लू का मकान पहले ही कटान की भेंट चढ़ चुका है, जिसका मुआवजा अभी तक नहीं मिला है। वहीं, दत्तनगर के बाणी माझा में किसान अरविंद के तीन बीघा धान नदी में समा गया। गांव के रामसुफल का कहना है नदी में कटान हो रही है। राजस्व टीम को देखते ही अनंतराम दहाड़ मारकर रोने लगे, उन्होंने कहा कि मेरे अरमान व मकान नदी में समा गए हैं। रहने के लिए न घर है और न ही कोई इंतजाम।

नुकसान का किया जा रहा सर्वे

अन्य कटान पीड़ित भी परेशान दिखे। लेखपाल ओम प्रकाश वर्मा ने पीड़ितों को ढांढस बंधाते हुए कहा आपदा में शासन-प्रशासन बाढ़ पीड़ितों के साथ मुस्तैदी से खड़ा है। उन्होंने कहा कटान पीड़ित से कागजात लेकर तत्काल तहसील को भेजा जा रहा है जिले पर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।

फसल कटान पीड़ित किसानों की सूची भेजी गई है, जल्द ही मुआवजा दिलाया जाएगा। एसडीएम तरबगंज विशाल कुमार ने बाढ़ प्रभावित गांवों का भ्रमण कर कटान का जायजा लिया। एसडीएम कर्नलगंज भारत भार्गव ने कहा कि बहुवनमदार माझा सहित अन्य गांवों में निगरानी कराई जा रही है। स्थिति नियंत्रण में है। जिला आपदा विशेषज्ञ राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि साकीपुर में मकान कटने की सूचना मिली है। तहसील से रिपोर्ट मांगी गई है। तीन गांवों में आवागमन के लिए 32 नावें संचालित हो रही हैं।

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