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UP Politics : भाजपा सांसद बृजभूषण शरण बोले- बेवफा कहकर मुझको याद किया जाता है; शायरी के जरिए बयां किया दर्द

कैसरगंज सांसद ने कहा कि राम जन्मभूमि मामले में फैसला रोकने के लिए कांग्रेस ने वकीलों की फौज खड़ी की आतंकियों की फांसी रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट का ताला खुलवाया गया। पुलवामा में सैनिकों की हत्या के बाद सर्जिकल व एयर स्ट्राइक हुई तब कांग्रेस ने सबूत मांगे।

By Jagran NewsEdited By: Mohammed AmmarUpdated: Sun, 11 Jun 2023 06:05 PM (IST)
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UP Politics : भाजपा सांसद ब्रजभूषण बोले- बेवफा कहकर मुझको याद किया जाता है; शायरी के जरिए बयां किया दर्द

जासं, गोंडा : महिला पहलवानों की ओर से लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच भारतीय कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष व कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को रघुराजशरण सिंह महाविद्यालय में सुशासन रैली को संबोधित किया।

शायरी के जरिए बयां किया दर्द

इस दौरान उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों पर खुलकर कुछ नहीं बोला, लेकिन शायरी के जरिए बहुत कुछ कहा। कभी अश्क, कभी गम तो कभी जहर पिया जाता है, तब जाकर जमाने में जिया जाता है। ये मिला मुझको मोहब्बत का सिला, बेवफा कहकर मुझको याद किया जाता है।

इसको रुसवाई कहें या शोहरत अपनी, दबे होठों से मेरा नाम लिया जाता है। सांसद यहीं नहीं रुके, उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला, कहा कि हम समीक्षा करते है तो पाते हैं, हमने क्या खोया क्या पाया ? आजादी की प्रक्रिया में बंटवारे का घाव मिला, बंटवारे से उबरे ही थे कि पाकिस्तान ने कबाइली के रूप में हमलाकर दिया। 78 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन आज भी पाकिस्तान के कब्जे में हमारे देश की है, जो कांग्रेस की सरकार में हुआ जब पं. जवाहरलाल नेहरू पीएम थे।

1975 में जब आपातकाल लगा तो लोकतंत्र की हत्या हुई

उन्होंने कहा कि 1962 में चीन ने हमला किया और 33 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन उसके कब्जे में है। 1971 में 92 हजार पाक के सैनिकों को हमारे देश ने बंदी बनाया था, लेकिन अगर मजबूत भारत होता तो पाक से हमारी जमीन वापस हो गई होती।

1975 में जब आपातकाल लगा तो लोकतंत्र की हत्या हुई, गोंडा से जेल जाने वालों में मैं भी शामिल था। 1984 में सिक्खों का कत्लेआम भी कांग्रेस के शासन काल में हुआ।

कांग्रेस ने वकीलों की फौज खड़ी की 

कैसरगंज सांसद ने कहा कि राम जन्मभूमि मामले में फैसला रोकने के लिए कांग्रेस ने वकीलों की फौज खड़ी की, आतंकियों की फांसी रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट का ताला खुलवाया गया। पुलवामा में सैनिकों की हत्या के बाद सर्जिकल व एयर स्ट्राइक हुई तब कांग्रेस ने सबूत मांगे।

कोविड की वैक्सीन बनाने के दौरान भी इन्होंने सवाल उठाए। सांसद ने कहा कि परिवार के हित के लिए मुखिया, जिले के हित के लिए नेता व देश के हित के लिए सबको कुर्बानी देनी पड़ती है। अंत में उन्होंने कहा कि होइहि सोइ जो राम रचि राखा। को करि तर्क बढ़ावै साखा। जय सीताराम, जय श्री राम के जयघोष के साथ उन्होंने अपना भाषण समाप्त किया।