Ghaghara River: घाघरा का फिर बढ़ा जलस्तर, तीन गांवों की दो हजार आबादी बाढ़ से प्रभावित; कटान का बढ़ा खतरा
घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने से गोंडा जिले के तीन गांवों की दो हजार आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। कटान का खतरा भी बढ़ गया है। जलभराव और तेज धूप के कारण संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका है। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से 26 सेंटीमीटर व अयोध्या में सरयू नदी 34 सेंटीमीटर नीचे बह रही है।
संवाद सूत्र, नवाबगंज (गोंडा)। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी का जलस्तर एकबार फिर बढ़ने लगा है। ऐसे में कटान के साथ ही प्रभावित गांवों में लोगों की दुश्वारियां बढ़ने लगी है। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से 26 सेंटीमीटर व अयोध्या में सरयू नदी 34 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। घाघरा नदी में दो लाख चार हजार 349 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जलभराव व तेज धूप के कारण संक्रामक बीमारियों के बढ़ने की आशंका बढ़ गई है।
कर्नलगंज व तरबगंज तहसील के तीन गांवों की दो हजार आबादी बाढ़ से प्रभावित है।नवाबगंज : घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने से एक बार फिर मुश्किल बढ़ गई है। ब्योंदामाझा में प्रशासन ने नाव वापस मंगा ली है। ऐसे में दुश्वारियां बढ़ने लगी हैं। जैरा देवी ने बताया बीमारियों ने पांव पसार लिया है। सर्दी, जुकाम व बुखार से बच्चे पीड़ित हैं। पशुओं के चारे का संकट बना हुआ है।
दुर्घटनाओं की बढ़ी आशंका
दुर्गा प्रसाद गुप्ता ने कहा संपर्क मार्ग कट जाने से आवागमन के समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। घरों के आसपास बाढ़ का पानी भरा हुआ है। स्वास्थ्य कर्मियों के न आने से ग्रामीण झोलाछाप से इलाज कराने को मजबूर हैं।ग्राम प्रधान केशवराम यादव ने कहा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग से दवा वितरण व छिड़काव कराने की मांग की गई है। जिला आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि नदियों का जलस्तर घट गया है। अब सिर्फ तीन गांव प्रभावित हैं।
नदियों का जलस्तर
नदी का नाम | खतरे का निशान (मीटर में) | जलस्तर |
एल्गिन ब्रिज पर घाघरा | 106.07 | 105.81 |
अयोध्या में सरयू नदी | 92.73 | 92.39 |
घाघरा नदी में डिस्चार्ज हो रहा पानी | 204349 क्यूसेक |
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