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UP News: मल्टी टॉस्किंग स्टाफ परीक्षा में जालसाजी कर 22 अभ्यर्थियों ने पाई सफलता, FIR दर्ज; जांच में जुटी पुलिस

एसएससी की मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) परीक्षा में जालसाजी का मामला सामने आया है। गोरखपुर के नौसढ़ में स्थित स्वास्तिक सेंटर में परीक्षा पास कराने के लिए सेटिंग वाले अभ्यर्थियों के कंप्यूटर को बदल दिए गए और एनी डेस्क के माध्यम से प्रश्न को साल्व किया गया। जांच में आरोप की पुष्टि होने पर एसटीएफ के निरीक्षक ने गीडा थाने में सेंटर के मालिक समेत छह नामजद हैं।

By Satish pandey Edited By: Vivek Shukla Updated: Sun, 29 Sep 2024 09:53 AM (IST)
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SSC की परीक्षा में धांधली का आरोप। जागरण

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की ओर आयोजित मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) परीक्षा में जालसाजी करके नौकरी पाने का मामला सामने आया है। एसटीएफ की जांच में पता चला कि गोरखपुर के नौसढ़ में स्थित स्वास्तिक सेंटर में परीक्षा पास कराने के लिए सेटिंग वाले अभ्यर्थियों के कंप्यूटर को बदल दिए गए और एनी डेस्क के माध्यम से प्रश्न को साल्व किया गया।

जांच में आरोप की पुष्टि होने पर एसटीएफ के निरीक्षक ने गीडा थाने में सेंटर के मालिक समेत छह नामजद व परीक्षा कराने वाली संस्था के अज्ञात कर्मचारियों पर जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया है।

हरियाणा के झज्जर में रहने वाले चरण सिंह चौधरी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर बताया था कि मई, 2022 में हुई परीक्षा में धांधली हुई थी। इसकी वजह से योग्य अभ्यर्थी को नौकरी नहीं मिल रही है। परीक्षा के बाद ही एसएससी हेडक्वार्टर दिल्ली को पत्र भेजा गया।

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हेडक्वार्टर ने प्रयागराज भर्ती बोर्ड को पत्र भेजकर जवाब मांगा। इसी के बाद यूपी एसटीएफ को जांच सौंपी गई। नौसढ़ स्थित स्वास्तिक आनलाइन सेंटर में लगे सीसी कैमरे की जांच हुई तो पूरी घटना साफ हो गई है। पाया गया है कि मई, 2022 में हुई एमटीएस की परीक्षा में 21 अभ्यर्थियों का कंप्यूटर बदला गया, जबकि एक की जगह साल्वर को बैठाया गया।

एक अभ्यर्थी से 10 लाख रुपये लेने की बात भी सामने आई है। गोरखपुर एसटीएफ प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह के तहरीर पर गीडा थाना पुलिस ने शनिवार को इस मामले में सेंटर के मालिक मोहद्दीपुर में रहने वाले राजीव रंजन के साथ ही यहां काम करने वाले गोरखनाथ के जुगेश कुमार गौतम, बेलघाट के कुरीबाजार में रहने वाले अवनीश कुमार गौतम, बड़हलगंज के परमहंस यादव, बिछिया में रहने वाले उमाशंकर मिश्रा, पीपीगंज के रामस्वरूव यादव व आनलाइन परीक्षा कराने वाली संस्था के कर्मचारियों पर समान आशय से जालसाजी कर साक्ष्य मिटाने का मुकदमा दर्ज किया है।

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केंद्र सरकार के अधीन विभागों में होती है भर्ती

कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) विभिन्न केंद्रीय सरकार के मंत्रालय/विभाग और उनके संबद्ध और अधीनस्थ कार्यालयों में गैर-तकनीकी, ग्रुप सी पदों पर उम्मीदवारों की भर्ती के लिए मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) परीक्षा आयोजित करता है। वर्ष 2022 में गोरखपुर समेत देश के कई जिलों में भर्ती परीक्षा हुई थी।

एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने कहा कि एसटीएफ निरीक्षक की जांच रिपोर्ट के आधार पर परीक्षा में धांधली करने वाले सेंटर के मालिक व सहयोगियों पर गीडा थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

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