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यूपी के इस मंडल में 70 पुलिसकर्मियों पर एक साथ हुई कार्रवाई, वजह जानकर आप भी कहेंगे- सही हुआ

गोरखपुर देवरिया कुशीनगर व महराजगंज जिले में हर माह 12 से 15 हजार लोग पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन करते हैं। थाना स्तर पर होने वाले सत्यापन के दौरान आवेदक से किसी ने रुपये तो नहीं लिए या उसे परेशान किया इसका फीडबैक रोजाना डीआइजी कार्यालय से लिया जा रहा है। आवेदक से फोन पर बातचीत करने के बाद फीडबैक सेल डीआइजी को रोजाना रिपोर्ट देते हैं।

By Satish pandey Edited By: Vivek Shukla Updated: Wed, 15 May 2024 11:54 AM (IST)
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पासपोर्ट सत्यापन में कोई पुलिसकर्मी मनमानी न करे इसके लिए रेंज कार्यालय में फीडबैक सेल बनाया गया है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। पासपोर्ट सत्यापन में मनमानी करने वाले गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महराजगंज जिले में तैनात 70 पुलिसकर्मियों को दंडित किया गया है। डीआइजी रेंज आनंद कुलकर्णी को पासपोर्ट के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति से मिले फीडबैक के आधार पर यह कार्रवाई हुई है।

गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर व महराजगंज जिले में हर माह 12 से 15 हजार लोग पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन करते हैं। थाना स्तर पर होने वाले सत्यापन के दौरान आवेदक से किसी ने रुपये तो नहीं लिए या उसे परेशान किया इसका फीडबैक रोजाना डीआइजी कार्यालय से लिया जा रहा है।

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आवेदक से फोन पर बातचीत करने के बाद फीडबैक सेल डीआइजी को रोजाना रिपोर्ट देते हैं। पिछले चार माह में रैंडम आधार पर आवेदक से फोन पर हुई बातचीत में गोरखपुर रेंज के थानों पर तैनात 70 पुलिसकर्मियों की कार्यप्रणाली खराब पायी गई जिसमें कई लोग सत्यापन के लिए रुपये मांग रहे थे।

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वहीं कुछ पुलिसकर्मी आवेदक को बेवजह परेशान कर रहे थे। समीक्षा के बाद डीआइजी ने जांच कराई आरोप की पुष्टि होने पर पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के साथ ही सात को लाइन हाजिर किया गया।

21 को लघुदंड देने के बाद सत्यापन के लिए आवेदक के घर न जाने वाले 17 पुलिसकर्मियों को चेतावनी दी गई। आवेदक को परेशान करने वाले 20 पुलिसकर्मियों का पटल परिवर्तन कर दिया गया। डीआइजी के निर्देश पर हुई कार्रवाई के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है।

डीआइजी रेंज आनंद कुलकर्णी ने कहा कि पासपोर्ट सत्यापन में कोई पुलिसकर्मी मनमानी न करे इसके लिए रेंज कार्यालय में फीडबैक सेल बनाया गया है। आवेदक की डिटेल लेने के बाद फोन पर उससे बातचीत की जाती है।

कहा कि फीडबैक में मनमानी या रुपये मांगने की जानकारी मिलने पर जांच कराकर कार्रवाई कराई जा रही है।सत्यापन के नाम पर अगर कोई रुपये की मांग करता है तो आवेदन संख्या के साथ उक्त पुलिसकर्मी का नाम व नियुक्ति स्थान बताएं, कार्रवाई होगी।