Gorakhpur News: एम्स के ईडी पर आपत्तिजनक टिप्पणी, स्वास्थ्य मंत्रालय पहुंचा मामला
Gorakhpur AIIMS News एम्स गोरखपुर के कार्यकारी निदेशक (ईडी) प्रो. गोपाल कृष्ण पाल के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी वाला एक पत्र वायरल हो रहा है। पत्र में पदोन्नति न होने का भी हवाला दिया गया है। ईडी ने पत्र को गंभीरता से लेते हुए पूरी जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय को भेज दी है। पत्र भेजने वाले की गोपनीय जांच शुरू कर दी गई है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। एम्स गोरखपुर के कार्यकारी निदेशक (ईडी) प्रो. गोपाल कृष्ण पाल के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी वाला एक पत्र दो दिन से वायरल हो रहा है। इस पत्र की भाषा बहुत ही अशोभनीय है। पत्र देश के सभी एम्स के ईडी के साथ ही प्रमुख लोगों और एम्स गोरखपुर के प्रोफेसरों के पास स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजा गया है। ईडी ने पत्र को गंभीरता से लेते हुए पूरी जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय को भेज दी है। पत्र भेजने वाले की गोपनीय जांच शुरू कर दी गई है।
पत्र भेजने वाले की जगह डा. संगीता गुप्ता का नाम है। हालांकि पत्र पर दस्तखत नहीं है। एम्स गोरखपुर में फिजियोलाजी विभाग की एडिशनल प्रोफेसर डा. संगीता गुप्ता सर्जरी के विभागाध्यक्ष डा. गौरव गुप्ता की पत्नी हैं। उन्होंने प्रोफेसर पद पर चयन के लिए आवेदन किया था।25 जुलाई को हुए साक्षात्कार में वह नहीं चुनी जा सकी थीं। इसके बाद उन्होंने चयन समिति के खिलाफ सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल में याचिका दायर की थी। यहां से याचिका खारिज होने के बाद उन्होंने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी लेकिन इसे भी खारिज कर दिया गया। पत्र में पदोन्नति न होने का भी हवाला दिया गया है।
इसे भी पढ़ें-दिल्ली-आगरा रेल ट्रैक चरमराया, युद्ध स्तर पर टीमें जुटीं; 42 ट्रेनों का मार्ग बदलाडा. गौरव गुप्ता का कहना है कि पत्र फर्जी है। ऐसे पत्र पर विश्वास न करें।
ईडी प्रो. गोपाल कृष्ण पाल ने कहा कि मेरे खिलाफ बहुत गंदे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए पत्र लिखा गया है। इसे बर्दाश्त नहीं करूंगा। मंत्रालय में इसकी पूरी जानकारी देने के साथ ही जिसने भी ऐसा कृत्य किया है, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। जल्द जांच शुरू होगी।
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