Gorakhpur: कैंसर, हार्ट व हार्मोंस के रोगियों की एक घंटे में मिल सकेगी रिपोर्ट, बीआरडी में आई 80 लाख की मशीन
बीआरडी मेडिकल कालेज में इलाज के लिए आने वाले पूर्वांचल से लेकर बिहार व नेपाल तक के रोगियों के लिए राहत भरी खबर है। अब कैंसर हार्ट व हार्मोंस के रोगियों की एक घंटे में रिपोर्ट मिल सकेगी। इसके लिए शासन की तरफ से लगभग 80 लाख रुपये की एलिनिटी मशीन भेजी गई है। इस मशीन से एक घंटे में 350 नमूनों की अनेक जांचें हो सकेंगी।
By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Thu, 19 Oct 2023 08:06 AM (IST)
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। बीआरडी मेडिकल कालेज की सेंट्रल पैथोलाजी में इम्यूनोएस्से एनलाइजर मशीन स्थापित की गई है। लगभग 80 लाख रुपये लागत की एलिनिटी नामक यह मशीन शासन ने रोगियों की सुविधा के दृष्टिगत भेजी है। इस मशीन से एक घंटे में 350 नमूनों की अनेक जांचें हो सकेंगी और रोगियों को एक से डेढ़ घंटे में रिपोर्ट मिल जाएगी। रोगियों का तत्काल सटीक उपचार शुरू हो जाएगा।
मेडिकल कालेज में लगातार सुविधाएं बढ़ रही हैं। पुरानी मशीनें बदलकर नई अत्याधुनिक मशीनें लगाई जा रही हैं। इसी क्रम में एलिनिटी मशीन शासन ने भेजी है। पुरानी मशीन से एक घंटे में 100 नमूनों की ही जांच हो पाती थी। सेंट्रल पैथोलाजी में प्रतिदिन आठ सौ से एक हजार नमूने आते हैं। उनकी कुल लगभग 20 हजार जांचें प्रतिदिन होती हैं, इसलिए जांच रिपोर्ट समय से नहीं मिल पाती थी।
इमरजेंसी रोगियों की रिपोर्ट तैयार करने में भी पांच-छह घंटे लग जाते थे। कुछ रोगियों को रिपोर्ट दूसरे या तीसरे दिन मिल पाती थी। इस नई मशीन से हृदय रोग, कैंसर, हार्मोंस, हेपेटाइटिस, इंफेक्शन की अनेक जांचें हो सकेंगी। नई मशीन से एक बार में तीन गुणा से अधिक जांच होने से रोगियों को बड़ी राहत मिलेगी।
यह भी पढ़ें, UP Police: वाह दारोगा जी वाह! जाम नहीं खुलवा सके तो डंडा मारकर तोड़ दिया हाथ; होना पड़ा लाइन हाजिर
क्या कहते हैं प्राचार्य
स्वास्थ्य सुविधाओं पर सरकार विशेष ध्यान दे रही है। इसी क्रम में एलिनिटी मशीन आई है। उसे स्थापित कर दिया गया है। जांच शुरू हो गई है। -डा. गणेश कुमार, प्राचार्य, बीआरडी मेडिकल कालेजयह भी पढ़ें, रेल कर्मियों के लिए आई बुरी खबर- कैशलेश उपचार सुविधा में हुआ बड़ा बदलाव, लाभ लेने के लिए नया नियम लागू
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।