Bank Alert: जनवरी के अंतिम सप्ताह में तीन दिन लगातार बंद रहेंगे बैंक, फटाफट निपटा लें जरूरी काम
बैंक से जुड़े कामों को झटपट निपटा लें। जनवरी के अंतिम सप्ताह में लगातार तीन दिन बैंक बंद रह सकते हैं। 29 को रविवार तो 30 और 31 जनवरी को हड़ताल प्रस्तावित है। यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस ने हड़ताल का आह्वान किया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। माह के अंतिम तीन दिन लगातार बैंक बंद रह सकते हैं। 29 को रविवार तो 30 और 31 जनवरी को यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर बैंक अफसरों और कर्मियों की हड़ताल प्रस्तावित है। ऐसे में यदि आपका कोई आवश्यक कार्य है, तो इससे पहले ही निपटा लें, वरना परेशान होना पड़ सकता है।
29 को रविवार तो 30 और 31 जनवरी को प्रस्तावित है हड़ताल
यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स ने अखिल भारतीय स्तर पर 30 व 31 जनवरी को हड़ताल का आह्वान किया है। दो दिवसीय इस हड़ताल में सभी बैंकों के अधिकारी-कर्मचारी शामिल होंगे। यूनियन के संयोजक यूपीएन सिंह ने बताया कि 20 जनवरी से बैंक संगठनों द्वारा नियमित आंदोलन का कार्यक्रम बनाया गया है। पहले दिन समस्त बैंकों के अधिकारी-कर्मचारी बैंक रोड स्थित स्टेट बैंक आफ इंडिया के प्रांगण में दोपहर दो बजे प्रदर्शन करेंगे। शाम पांच बजे बैंक आफ इंडिया के तारामंडल स्थित जोनल आफिस पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
ये हैं मांगें
उन्होंने बताया कि सप्ताह में पांच बैंकिंग दिवस की शुरुआत, पिछले सेवानिवृत्त बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए पेंशन, शेष मुद्दों का समाधान, बेहतर ग्राहक सेवा सुनिश्चित करने के लिए बैंकों के सभी संवर्गों में भर्ती, पुरानी पेंशन योजना की बहाली 12वें द्विपक्षीय समझौते (वेतन का पुर्ननिर्धारण) है भारतीय संघ यूनियन से बातचीत शुरू किया जाना हमारी प्रमुख मांगें हैं।
अधिवक्ताओं ने जारी रखा विरोध, नहीं किया न्यायिक कार्य
साथी अधिवक्ता पर प्राणघातक हमला एवं उनके विरुद्ध फर्जी मामला दर्ज किए जाने से नाराज जिले के अधिवक्ताओं ने दूसरे दिन भी आंदोलन जारी रखा। न्यायिक कार्य से विरत रहते हुए अधिवक्ताओं ने अपर पुलिस महानिदेशक को ज्ञापन सौंपा। इस पर उन्होंने तत्काल आवश्यक कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक देवरिया को निर्देशित किया। बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट सभागार में आवश्यक बैठक एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय की अध्यक्षता में हुई। इसमें घटना की निंदा की। संचालन संयुक्त मंत्री हेमंत कुमार मिश्र ने किया। बैठक में उमापति उपाध्याय, भानु प्रताप पांडेय सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित रहे। इसमें बार एसोसिएशन के निर्णय का सर्वसम्मति से समर्थन करते हुए अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य नहीं करने का निर्णय लिया।