Gorakhpur Lok Sabha Result: गोरखपुर में मुस्लिम बहुल बूथों पर भाजपा को मिले गिने-चुने वोट, BJP विधायक ने दिया रास्ता, नहीं मिला मत
गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र में लगभग साढ़े छह प्रतिशत मुस्लिम मतदाता हैं। यानी लगभग एक लाख 35 हजार मतदाता। इसमें से ज्यादातर संख्या गोरखपुर ग्रामीण एवं पिपराइच विधानसभा क्षेत्रों में हैं। शहर क्षेत्र में कोतवाली सर्किल के अंतर्गत आने वाले बूथों पर मुस्लिम वर्ग के लोगों की बहुलता है। यहां से अक्सर भाजपा प्रत्याशी का निकटतम प्रतिद्वंद्वी ही भारी नजर आता है।
उमेश पाठक, जागरण, गोरखपुर। लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद अब समीक्षाओं का दौर जारी है। बात मुस्लिम मतदाताओं की भी हो रही है। आम चर्चा थी कि मुस्लिम मतदाता सपा के पक्ष में ही जा रहे हैं, लेकिन कुछ स्थलों पर बदलाव की गुंजाइश जताई जा रही थी।
ये ऐसे स्थान थे, जहां मुस्लिम समाज को वर्षों से जमी-जमाई समस्या से निजात मिला था, बड़े पैमाने पर कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिला था। लेकिन धरातल पर हवा एक जैसी बही, मुस्लिम मतदाता एकतरफा साइकिल की ओर गए। गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों में मुस्लिम बहुल बूथों पर भाजपा को गिने-चुने वोट ही मिले।
गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र में लगभग साढ़े छह प्रतिशत मुस्लिम मतदाता हैं। यानी लगभग एक लाख 35 हजार मतदाता। इसमें से ज्यादातर संख्या गोरखपुर ग्रामीण एवं पिपराइच विधानसभा क्षेत्रों में हैं। शहर क्षेत्र में कोतवाली सर्किल के अंतर्गत आने वाले बूथों पर मुस्लिम वर्ग के लोगों की बहुलता है। यहां से अक्सर भाजपा प्रत्याशी का निकटतम प्रतिद्वंद्वी ही भारी नजर आता है।
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इस बार भी स्थिति में कोई बदलाव नजर नहीं आया। सपा प्रत्याशी काजल निषाद को भाजपा प्रत्याशी रविकिशन शुक्ल की तुलना में इन बूथों पर काफी अच्छे वोट मिले। गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के दारुलउलूम मदरसा दरियाचक पर बनाए गए बूथ संख्या 17, 18, 19, 20 व 21 पर सपा प्रत्याशी को भारी मत मिले।
जो गैर मुस्लिम मतदाता इन बूथों पर रहते हैं, उनमें से अधिकतर ने भाजपा को वोट दिया लेकिन उनकी संख्या कम है। बूथ नंबर 17 पर भाजपा के 140 मतों की तुलना में सपा को 396 वोट, बूथ संख्या 19 पर 60 के मुकाबले 443 वोट, बूथ संख्या 20 पर 128 के मुकाबले 522 वोट, बूथ संख्या 21 पर 100 के मुकाबले 417 वोट मिले।
यही हाल इधर के अन्य बूथों की भी रही। इसी विधानसभा क्षेत्र के सरस्वती बालिका विद्यालय सूरजकुंड धाम सिधारीपुर में बने बूथ संख्या 28 पर भाजपा को 50 वोट मिले तो सपा को 518 लोगों ने समर्थन दिया। रसूलपुर दक्षिणी के एसटी चिल्ड्रेन एकेडमी पर बने बूथ संख्या 35 पर भाजपा को 16 वोट मिले तो सपा को 792 वोट। यहीं 36 नंबर बूथ पर भाजपा के 39 मतों की तुलना में सपा को 737 वोट मिले।बूथ संख्या 37 पर भाजपा को 15 व सपा को 632 वोट मिले। बसपा की ओर से मुस्लिम प्रत्याशी मैदान में उतारा गया था लेकिन इन सभी बूथों पर उन्हें बहुत कम मत मिले।
इसे भी पढ़ें-बस्ती के चर्चित अपहरण कांड में पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी पर हुई कार्रवाई, एक और संपत्ति कुर्कभाजपा विधायक ने दिया रास्ता, नहीं मिला वोटगोरखपुर लाेकसभा क्षेत्र के पिपराइच विधानसभा क्षेत्र में ग्राम पंचायत मोहिउद्दीन का टोला है सेमरा। यह टोला मुस्लिम बहुल है। वर्षों से यहां के लोग रास्ते के लिए संघर्ष कर रहे थे। एक किलोमीटर तक उन्हें पगडंडियों से जाना पड़ता था। वर्षा काल में स्थिति और भयावह हो जाती थी।
2017 में जब भाजपा की सरकार बनी तो विधायक महेंद्र पाल सिंह ने खड़ंजा लगवाया और दूसरे कार्यकाल में पिच बनवा दिया। इस टोले के लोग अब हर मौसम में आसानी से आते-जाते हैं। लेकिन यहां बूथ नंबर 60 के आंकड़े बताते हैं कि समस्या दूर करने वालों के साथ लोग खड़े नहीं हुए। इस बूथ पर भाजपा को 60 वोट मिले जबकि सपा को 356 वोट। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पांच परिवार गैर मुस्लिम भी हैं। शायद इसी कारण कुछ वोट भाजपा को भी मिले।
इसी तरह तरकुलहा में स्थित इस्लामिया स्कूल में बने बूथ नंबर 65 पर भाजपा को जहां 98 मत तो वहीं सपा को 389 मत मिला। अल्पसंख्यक बाहुल्य गांव बैलों में बूथ नंबर 117 से लेकर 121 में से तीन बूथों पर भाजपा तो वही दो बूथों पर सपा ने परचम लहराया। अल्पसंख्यक बहुल गांव आराजी चिलबिलवां में सपा ने बूथ संख्या 110 व 111 पर बड़े अंतर से जीत हासिल की।
सहजनवा, कैंपियरगंज में भी यही स्थितिकैंपियरगंज के रिगौली में बने बूथ संख्या 33 पर अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों की संख्या अधिक है। यहां भाजपा को 130 तो सपा को पिपरौली, बड़गो, कसरवल, मुस्तफा बाद, मलउर, भीटी रावत, जगदीशपुर गाही आदि स्थानों पर बने बूथों पर भाजपा को कम वोट मिले।
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