लोकसभा चुनाव परिणाम से सबक लेकर भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2027 के ढाई वर्ष पहले ही अलर्ट मोड में आ गई है। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में मंडल के जनप्रतिनिधियों की बैठक में इसके साफ संकेत दे दिए थे। साथ ही संगठन की ओर से भी वरिष्ठ नेताओं को विधानसभावार समीक्षा के लिए भेजा गया है।
डॉ. राकेश राय,
गोरखपुर। लोकसभा चुनाव के परिणाम से सबक लेकर प्रदेश भाजपा नेतृत्व विधानसभा चुनाव के ढाई वर्ष पहले ही उसे लेकर अलर्ट मोड में आ गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दो दिनी दौरे में महानगर भाजपा टीम का अभिनंदन और गोरखपुर मंडल के जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक कर इसका संकेत दे दिया है तो संगठन ने अपने वरिष्ठ पदाधिकारियों को लोकसभा चुनाव की विधानसभावार समीक्षा में लगाकर एक तरह से अभी से अगले चुनाव का बिगुल फूंक दिया है।
पार्टी नेतृत्व व संगठन की यह राजनीतिक गतिविधियां इसलिए भी अभी से चुनावी दिखने लगी हैं कि इस बार के लोकसभा चुनाव की समीक्षा बीते लोकसभा चुनाव से नहीं हो रही बल्कि बीते विधानसभा चुनाव में मिले मतों के आधार पर इसका मूल्यांकन हो रहा।
विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए सीएम योगी ने दिए संकेत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते शनिवार की शाम विपरीत स्थिति में सदर लोकसभा सीट में मिली जीत को लेकर जब महानगर भाजपा टीम को गोरखनाथ मंदिर में अभिनंदन के लिए बुलाया तो उस दौरान वह कहना नहीं भूले कि भाजपा के सभी पदाधिकारी मतदाता सूची के आधार पर बूथवार पड़े मतों की समीक्षा करें और बूथ की स्थिति का आकलन कर आगे की तैयारी में जुट जाएं।
निश्चित रूप से उनका यह संकेत विधानसभा चुनाव के लिए अभी से जुट जाने के लिए था। अगले ही दिन रविवार को मंडल भर के जनप्रतिनिधियों के साथ हुई समीक्षा बैठक में उन्होंने स्पष्ट से रूप कह दिया कि पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार के लोकसभा चुनाव में जिन विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा को कम वोट मिले हैं, उसकी वजह तलाशने पर मतदाता सूची के सहारे अभी से काम करें।
जो भी कमियां सामने आएं, उसे तत्काल प्रभाव से दूर करने का प्रयास करें। इसी क्रम में उन्होंने नोटा को मिले मतों की बढ़ी संख्या पर चिंता जताई। नोटा पर बटन दबाने वाले मतदाताओं को भाजपा का नाराज मतदाता बताते हुए, उन्हें मनाने की राह सुझाई।
संगठन के निर्देश पर नेताओं ने डाला डेरा
उधर संगठन के निर्देश पर भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने समीक्षा के लिए अपने-अपने लिए निर्धारित लोकसभा क्षेत्रों की दौड़ लगानी शुरू कर दी है। विधानसभावार कम मत मिलने की वजह बूथवार तलाशनी शुरू कर दी है। इसी क्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष व एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह ने मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट और गोरखपुर के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय ने मेरठ लोकसभा सीट पर पड़े मतों की समीक्षा के लिए वहां डेरा डाल दिया है। अवध क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्र गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र में पड़े मतों की समीक्षा कर रहे हैं।
नए कार्यक्रमों की बनी कार्ययोजना, 21 जून से 6 जुलाई तक पखवारा दिवस
लोकसभा चुनाव के तत्काल बाद आगामी कार्यक्रमों की कार्ययोजना बनाकर भी भाजपा ने यह संकेत दे दिया है कि उसके कार्यकर्ता विराम लेने की बजाय विधानसभा चुनाव के लिए अभी से जुट जाने के मूड में हैं।
अवध क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश और काशी क्षेत्र के उपाध्यक्ष अमरनाथ यादव की मौजूदगी में सोमवार को भाजपा की महानगर टीम ने आगामी कार्यक्रमों की कार्ययोजना तैयार की।
21 जून से छह जुलाई तक पखवारा दिवस मनाने की योजना बनी। इसमें एक वृक्ष मां के नाम कार्यक्रम को शामिल किया गया।
23 जून को श्यामा प्रसाद मुखर्जी बलिदान दिवस, 25 जून को आपातकाल दिवस, 30 जून को सभी बूथों पर मन की बात सुनने और छह जुलाई को श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती हर बूथ पर मनाने का निर्णय लिया गया।
इसे लेकर बेनीगंज पार्टी कार्यालय पर हुई बैठक की अध्यक्षता महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता और संचालन महामंत्री अच्युतानंद शाही ने की। इस दौरान पुष्पदंत जैन, डा. सत्येंद्र सिन्हा, महापौर डा. मंगलेश श्रीवास्तव, चिरंजीव चौरसिया, ओमप्रकाश शर्मा, देवेश श्रीवास्तव, बृजेश मणि मिश्र, रंजुला रावत, जितेंद्र चौधरी जीतू आदि मौजूद रहे।
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