Gorakhpur News: अपनी जान का खतरा बताने वाले भाजपा विधायक फतेह बहादुर बोले, योगी ही हमारे नेता; पूरा है भरोसा
पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के बेटे व कैंपियरगंज से भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह ने अपनी जान को खतरा बताया था। दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने कहा था कि पांच करोड़ रुपये में मेरी हत्या का ठेका दिया गया है। एक करोड़ चंदा जुट गया है। साजिशकर्ताओं के बारे में पुलिस को बताने के बावजूद 10 दिन में कोई कार्रवाई नहीं हुई इसलिए मुझे मीडिया में आना पड़ा।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। कैंपियरगंज से भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह ने शुक्रवार को एक पत्र जारी किया। इसमें अपनी स्थिति के साथ मुख्यमंत्री के प्रति निष्ठा स्पष्ट की।
कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही उनके नेता हैं। उन पर पहले भी भरोसा था और आज भी है। खुद के जान-माल के खतरे को लेकर हो रही उच्च स्तरीय जांच से खुद को संतुष्ट बताते हुए विधायक ने कहा कि पिछले पांच सालों से उपलब्ध कराई गई वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देन है। और वह पूरी निष्ठा और आस्था के साथ सीएम योगी के साथ पहले भी थे और अब भी हैं।
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विधायक ने अपने पत्र में योगी के नेतृत्व में प्रदेश मेें हो रहे चहुुंमुखी विकास की सराहना की। उन्होंने कहा कि कुछ व्यक्तियों से जानमाल को खतरे की जानकारी पुलिस को दी गई थी। इसकी उच्च स्तरीय जांच एसटीएफ द्वारा कराई जा रही है लेकिन पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है। बावजूद इसके वह जांच से पूरी तरह संतुष्ट हैं।
यह है मामला
कैंपियरगंज के भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह ने 18 जुलाई को प्रेस वार्ता कर अपनी जान को खतरा बताया था। उनका कहना है कि भाजपा जिला पंचायत सदस्य सरोज देवी के बेटे राजीव रंजन सिंह ने उनकी हत्या कराने के लिए एक करोड़ रुपये चंदा जुटाया है।इसकी सूचना मुख्यमंत्री और पुलिस अधिकारियों को देने के बाद भी आरोपित पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिख कर मामले से अवगत कराया है।
इसे भी पढ़ें- यूपी में सक्रिय होने वाला है मानसून, लखनऊ समेत 42 जिलों में झमाझम बारिश के आसारविधायक का बयान आने के बाद पुलिस व प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। डीएम व एसएसपी ने रात को प्रेस वार्ता कर बताया कि एसटीएफ व जिले की क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है।
पीपीगंज थाने के हिस्ट्रीशीटर व सपा नेता भोला यादव को क्राइम ब्रांच की टीम ने हिरासत में लेकर पूछताछ की लेकिन कुछ कोई सुराग नहीं मिला,जिसके बाद जुबानी जंग बढ़ गई थी।
विधायक के समर्थन में उनके करीबियों ने शहर में पोस्टर लगा दिए जिसके बाद सियासी पारा बढ़ गया। गुरुवार को विधायक का बयान आने के बाद इस मामले में विराम लग गया।
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