Move to Jagran APP

Gorakhpur News: 27 दिन बाद कब्र से बाहर निकाला गया किशोर का शव, मौत की होगी जांच

उत्‍तर प्रदेश गोरखपुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक की संदिग्‍ध परिस्‍थ‍ित में मौत हो गई। मौत के 27 दिन बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और कब्र से शव को बाहर निकालकर जांच के लिए ले गई। दो जुलाई को मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा इंजेक्शन लगाने के बाद उसकी तबियत बिगड़ी थी।

By Jitendra Pandey Edited By: Vivek Shukla Updated: Tue, 30 Jul 2024 07:39 AM (IST)
Hero Image
किशोरी की मौत की होगी जांच। सांकेतिक तस्‍वीर।
जागरण संवाददाता, झंगहा। सिलहटा मुंडेरा लंगड़ा चौराहा निवासी दिलीप के 13 वर्षीय बेटे का शव 27 दिन बाद सोमवार को कब्र से निकाला गया। दो जुलाई को मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा इंजेक्शन लगाने के बाद उसकी तबियत बिगड़ी थी। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

परिजनों ने किशोर का शव गांव के बाहर खेत के पास दफना दिया था। कुछ दिन बाद दिलीप ने मेडिकल संचालक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। इसके बाद डीएम शव को बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया था।

दो जुलाई को दीपक को बुखार हो गया था। पिता दिलीप उसे लंगड़ा चौराहे पर स्थित एक मेडिकल स्टोर पर इलाज कराने लेकर गए थे। मेडिकल स्टोर संचालक क्षेत्र के राजी जगदीशपुर निवासी जितेंद्र शर्मा और सचिन ने उसे कैप्सूल और गोली खिलाने के बाद एक इंजेक्शन लगाया था। जिससे उसके शरीर के बाएं हिस्से में लकवा मार दिया।

इसे भी पढ़ें-'कौन क्या कहता है परवाह नहीं, मुख्यमंत्री के साथ था और रहूंगा': फतेह बहादुर सिंह

तबियत काफी बिगड़ता देख मेडिकल स्टोर संचालक ने दीपक को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां पर परिजनों ने 18 हजार रुपये जमा किए फिर इलाज शुरू हुआ। थोड़ी ही देर में किशोर की मौत हो गई थी।

दीपक के पिता की तहरीर पर मेडिकल स्टोर संचालक दोनों सगे भाइयों के विरुद्ध केस दर्ज किया था। नायब तहसीलदार नीरू सिंह ने बताया कि पानी भर जाने से शव निकालने में देरी हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी।

इसे भी पढ़ें-भारी विरोध के बीच होटल बनारस कोठी और रिवर पैलेश पर गरजा हथौड़ा और बुलडोजर

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।