Move to Jagran APP

बजट का असर: चार हजार रुपये सोना तो छह हजार रुपये घटी चांदी की कीमत, सर्राफा बाजार में बढ़ेगी रौनक

काफी दिनों से भाव में तेजी के कारण जो लाेग आभूषण लेने से गुरेज कर रहे थे वह अपने बजट के अनुसार खरीदारी कर सकेंगे। सर्राफा मंडल के अध्यक्ष गणेश वर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा सोने-चांदी पर ड्यूटी पंद्रह से ड्यूटी घटाकर छह प्रतिशत करने से बाजार में रौनक बढ़ेगी। साथ ही आने वाले त्योहारी सीजन में खरीदारी करने वाले ग्राहकों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।

By Prabhat Pathak Edited By: Vivek Shukla Updated: Wed, 24 Jul 2024 03:40 PM (IST)
Hero Image
सोने-चांदी के दाम गिरने से सर्राफा बाजार में रौनक बढ़ गई है। जागरण (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। लंबे समय से सोने-चांदी में तेजी की मंगलवार को कम होती दिखी। एक दिन में सोने में जहां प्रति दस ग्राम चार हजार रुपये की गिरावट देखने को मिली वहीं चांदी भी प्रति किग्रा छह हजार रुपये घट गई। सर्राफा कारोबारियों की माने तो भाव में गिरावट का असर आम बजट में सोने-चांदी पर सीमा शुल्क को घटाकर छह प्रतिशत करने की घोषणा का असर बताया जा रहा है।

परंपरा जेम्स एंड ज्वेल्स के निदेशक संजय अग्रवाल ने कहा कि बजट पेश होने से पहले 24 कैरेट सोना प्रति दस ग्राम 75, 500 रुपये तथा चांदी 91 हजार प्रति किग्रा से घटकर 85 हजार रुपये पहुंच गई। उन्होंने कहा कि सीमा शुल्क घटने से जहां सोने-चांदी के तस्करी पर रोक लगेगी वहीं ग्राहकों को भी अतिरिक्त लाभ होगा।

इसे भी पढ़ें-20 साल से बंद पुराने मकान में मिले अजगर के 26 बच्चे, JCB से करानी पड़ी खोदाई

आल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के अध्यक्ष पंकज अरोरा ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि काफी समय से सोने चांदी पर ड्यूटी कम किए जाने की मांग की जा रही थी। संगठन ने इसको लेकर वित्तमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा था। बजट में छूट का प्रविधान कर वित्तमंत्री ने ज्वेलर्स व ग्राहकों को राहत प्रदान की है।

इसे भी पढ़ें-सीएम की फटकार के बाद बलिया में हत्यारोपितों के घर पर चला बुलडोजर

उन्होंने कहा कि शादी-विवाह के दौरान अधिकांश परिवारों में पांच से 15 लाख रुपये तक की आभूषण की खरीदारी होती है।

कस्टम ड्यूटी 15 से घटाकर छह प्रतिशत किए जाने से अनुमानित भाव से प्रत्येक परिवार को 50 हजार से दो लाख रुपये तक की बचत होगी।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।