Chhath Puja 2023: छठ पूजा को लेकर गोरखपुर के बाजार में बढ़ी रौनक, यहां जानें- फलों से लेकर सूप व दउरा की कीमत
छठ पूजा को लेकर गोरखपुर में काफी धूम है। हर तरफ तैयारियां चल रही हैं। घर से लेकर बाजार और घाट तक रौनक है। बाजार में फलों से लेकर सूप कोसी व दउरा खरीदने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है। आज नहाय खाय से त्योहार शुरू हो चुका है। घाटों पर नगर निगम की ओर से तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। सूर्यषष्ठी व्रत (छठ पूजा) के लिए थोक के बाद फुटकर बाजार भी सजकर तैयार हो गए हैं। सूप, दउरा, मिट्टी के बर्तन के साथ फलों की खरीदारी के लिए बाजारों में भीड़ उमड़ने लगी है। आज से नहाय-खाय के साथ छठ व्रत की शुरुआत हो गई है। ऐसे में लोगों ने खरीदारी के साथ पर्व की तैयारी शुरू कर दी है, जिससे न सिर्फ उन्हें भीड़ से राहत मिल सके बल्कि पूजन में प्रयुक्त होने वाली एक-एक सामग्री समय से एकत्र कर सकें।
इन बाजारों में खरीदारी करने पहुंच रहे हैं लोग
शहर के गोलघर, असुरन चौक, राप्तीनगर, घंटाघर, मोहद्दीपुर व धर्मशाला बाजार में छठ पूजा के लिए फलों व सब्जी की खरीदारी के लिए सुबह से लोग पहुंचने लगे हैं। फलों का मोल भाव करने के साथ ही दीया, कोसी, ढकनी की खरीदारी कर रहे हैं। बाजार में कुछ छोटे दुकानदार आसपास के गांव से ताजा हरी हल्दी, अदरक व पानी फल (सिंघाड़ा) लेकर आए हैं।
पत्ते वाली गाजर व मूली की भी बिक्री हो रही है। व्यापारी सुंदरलाल ने बताया कि बाजार में हल्दी व अदरक आसपास के क्षेत्रों से आई है। इनमें फरेंदा, कुशीनगर व महराजगंज से सर्वाधिक सामग्री आई है। केले की आवक खड्डा, कुशीनगर व कैंपियरगंज से हो रही है।
बांस के साथ ही पीतल के सूप की भी मांग बढ़ी
पीतल सूप खरीदने के बाद भी कई लोग उपयोग के लिए बांस की कमाची से तैयार सूप की खरीदारी करते हैं। कारोबारियों के अनुसार पीतल का सूप 600 से 1100 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है। ज्यादातर पीतल-कांसा का बर्तन मिर्जापुर व मुरादाबाद से आता है। सूप व दउरा के विक्रेता जय प्रकाश गौड़ ने बताया कि इस बार बाजार में अधिकांश सूप व दउरा कटिहार, बाबाधाम, मऊ व छपरा से आया है।
यह भी पढ़ें, Chhath Puja 2023: नहाय-खाय के साथ आज से महापर्व छठ शुरू, खरना कल; घर से लेकर बाजार तक चहल-पहल
प्रमुख फलों की फुटकर में कीमत
फल | भाव |
नारियल | 40 रुपये प्रति पीस |
अंगूर | 200 रुपये किग्रा |
केला | 50 रुपये दर्जन |
गन्ना | 40-50 रुपये जोड़ा |
सेब | 100-120 रुपये किग्रा |
संतरा | 90-100 रुपये किग्रा |
अनार | 160-200 रुपये किग्रा |
गागल नींबू | 35-40 रुपये प्रति पीस |
सिंघाड़ा | 40 रुपये किग्रा |
शरीफा | 80-100 रुपये किग्रा |
अनानास | 40-50 रुपये प्रति पीस |
नाशपाती | 100 रुपये किग्रा |
मौसमी | 40-50 रुपये किग्रा |
बेर | 70 रुपये किग्रा |
अमरख | 20 रुपये जोड़ा |
सुथनी | 80 रुपये किग्रा |
हल्दी अदरक |
100 रुपये किग्रा 100 रुपये किग्रा |
सूप व दउरा की कीमतों पर एक नजर
सूप : 70 से 100 रुपये प्रति पीस
दउरा : 150 से 250 रुपये प्रति पीस
टोकरी : 140 से 250 रुपये प्रति पीस
पीतल सूप : 550 से 1100 रुपये
दोहरी बुनाई वाला दउरा : 250 से 550 रुपये
कोसी : 150 से 250 रुपये प्रति पीस
यह भी पढ़ें, गोरखपुर विश्वविद्यालय में अब पत्रकारिता में भी मिलेगी पीएचडी, राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर कुलपति ने की घोषणा
जीरो वेस्ट त्योहार के रूप में छठ मनाने की तैयारी
नगर निगम प्रशासन छठ महापर्व को जीरो वेस्ट त्योहार के रूप में मनाने की तैयारी कर रहा है। इसे लेकर कई कवायदें की जा रही हैं। घाटों पर श्रद्धालुओं को जागरूक करने के साथ ही वहां कूड़ा के लिए जगह-जगह डस्टबिन रखे जाएंगे। घाटों की निरंतर सफाई के लिए पर्याप्त संख्या में सफाई कर्मचारी भी तैनात किए जाएंगे। गोरखनाथ मंदिर के भीम सरोवर, सूर्यकुण्ड धाम सरोवर, मानसरोवर रामलीला मैदान अंधियारीबाग, राजघाट, गोरक्षघाट आदि के किनारे के घाटों पर निगम का विशेष ध्यान हैं।