छठ पर घर पहुंचने के लिए परेशान हैं परदेशी, दिल्ली व पंजाब से आने वाली ट्रेनों में जगह नहीं- कम पड़ गईं बसें
Chhath Puja 2022 पर प्रवासियों को घर पहुंचाने का रेलवे व रोडवेज का दावा हवा-हवाई नजर आ रहा है। पूर्वांचल व बिहार के प्रवासी घर आने के लिए परेशान हैं लेकिन न तो स्पेशल ट्रेनों में जगह है और न ही बसें पर्याप्त हैं।
By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Thu, 27 Oct 2022 01:37 PM (IST)
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Chhath Puja 2022: छठ पर्व पर प्रवासियों को घर तक पहुंचाने का रेलवे प्रशासन और परिवहन निगम का दावा हवा- हवाई साबित हो रहा है। छठ का त्योहार सिर पर है, लेकिन रुटीन ही नहीं पूजा स्पेशल ट्रेनों में भी कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहा है। सभी ट्रेनें पूरी तरह फुल हो गई हैं। जनरल कोच ठसाठस भरकर आ रहे हैं। ट्रेनों मे जगह नहीं मिल रही और रोडवेज की बसें कम पड़ गई हैं। प्राइवेट बसों की चांदी है। लोगों को मजबूरी में निर्धारित से पांच सौ से एक हजार रुपये अधिक किराया देना पड़ रहा है। प्राइवेट एसी स्लीपर बसों का सामान्य किराया 15 सौ से दो हजार है, लेकिन वे लोगों से 25 सौ से तीन हजार रुपये तक वसूल रहे हैं।
घर पहुंचने के लिए परेशान हैं यात्री
बुधवार को आनंदविहार टर्मिनस में मुजफ्फरपुर आने के लिए खड़ी 12558 सप्तक्रांति एक्सप्रेस में जितने लोग अंदर थे, उतने ही प्लेटफार्म पर खड़े थे। लोगों को समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें। कैसे घर पहुंचे। बाहर प्रवासी परेशान हैं, घर पर स्वजन उनकी राह देख रहे हैं। नियमित चलने वाली सप्तक्रांति ही नहीं, वैशाली, बिहार संपर्कक्रांति, सत्याग्रह और आम्रपाली एक्सप्रेस भी पूरी तरह फुल हो चुकी हैं।
पलक झपकते बुक हो जा रहे हैं स्पेशल ट्रेनों के टिकट
स्पेशल ट्रेनों के टिकट तो पलक झपकते बुक हो जा रहे हैं। सिस्टम में लोड होते ही एक मिनट के अंदर स्पेशल ट्रेनों के सभी कन्फर्म टिकट आनलाइन बुक हो जा रहे हैं। लोगों को रेलवे के काउंटरों तक पहुंचने की आवश्यकता ही नहीं पड़ रही। यह तब है, जब पूर्वोत्तर रेलवे रूट पर ही करीब रूटीन के अलावा करीब 70 पूजा एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं। नियमित ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जा रहे हैं। परिवहन निगम ने भी लोगों की सुविधा के लिए 650 बसें संचालित कर रहा है। निर्बाध बस संचालन के लिए चालकों, परिचालकों सहित अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।