यूपी के इस मेडिकल कालेज में हो सकेगा बच्चों के ब्लड कैंसर का उपचार, पीड़ितों को नहीं जाना पड़ेगा बाहर
Children blood cancer ब्लड कैंसर से पीड़ित बच्चों का अब गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कालेज में उपचार संभव हो गया है। जिन जांचों की सुविधा मेडिकल कालेज में उपलब्ध नहीं है उन जांचों को विभाग अपने खर्चे पर बाहर से करा रहा है। रोगी के तीमारदार को जांच का कोई खर्च नहीं देना पड़ता। यहां कीमोथेरेपी भी पूरी तरह निश्शुल्क है।
गजाधर द्विवेदी, जागरण गोरखपुर। Children blood cancer कैंपियरगंज की 12 वर्षीय बच्ची ब्लड कैंसर की शिकार है। वह 35 दिन बीआरडी मेडिकल कालेज के 500 बेड बाल रोग चिकित्सा संस्थान में भर्ती रही। जांच व दवा का कोई खर्च नहीं लगा। देवरिया के आठ वर्षीय बालक को भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी। कीमोथेरेपी देकर उसे घर भेज दिया जाता है। ये दोनों बच्चे ब्लड कैंसर से पीड़ित हैं। बाल रोग विभाग में इनका उपचार चल रहा है।
अब ऐसे बच्चों को उपचार के लिए लखनऊ या दिल्ली जाने की जरूरत नहीं है। यहीं उपचार की सुविधा मिल रही है, वह भी पूरी तरह निश्शुल्क। बाल रोग चिकित्सा संस्थान में एक नई सुविधा बढ़ा दी गई है। हेमेटो आंकोलाजी यूनिट की शुरुआत कर दी गई है। इस यूनिट के संचालन की जिम्मेदारी बाल रोग विशेषज्ञ डा. कुलदीप सिंह को दी गई है।ब्लड कैंसर से पीड़ित बच्चों का अब यहीं उपचार संभव हो गया है। जिन जांचों की सुविधा मेडिकल कालेज में उपलब्ध नहीं है, उन जांचों को विभाग अपने खर्चे पर बाहर से करा रहा है। रोगी के तीमारदार को जांच का कोई खर्च नहीं देना पड़ता।
इसे भी पढ़ें- गोरखपुर एम्स में ड्रिप लगाने के लिए बुजुर्ग के हाथ में कर दिए कई छेद, खून देख आधी रात को बुलानी पड़ी पुलिसकीमोथेरेपी भी पूरी तरह निश्शुल्क है। पहले इस रोग से पीड़ित बच्चों को लखनऊ या दिल्ली के लिए रेफर कर दिया जाता था। इससे उनकी परेशानी और खर्च बढ़ जाते थे। अब गोरखपुर-बस्ती मंडल, बिहार व नेपाल के रोगियों को बड़ी राहत मिल गई है।
हेमेटो आंकोलाजी यूनिट के इंचार्ज डा. कुलदीप सिंह ने कहा कि यूनिट का संचालन शुरू हो चुका है। ब्लड कैंसर से पीड़ित दो बच्चों का उपचार चल रहा है। एक बच्ची 35 दिन भर्ती रही। अब उसकी हालत में सुधार है।बीआरडी बाल रोग विभाग के अध्यक्ष डा. भूपेंद्र शर्मा ने बताया कि बच्चों को ब्लड कैंसर की जांच व उपचार की सुविधा मिल सके, इसके लिए हेमेटो आंकोलाजी यूनिट शुरू की गई है। सभी जांचें व उपचार पूरी तरह निश्शुल्क हैं।
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30 बेड का बनाया गया अलग वार्ड ब्लड कैंसर से जूझ रहे बच्चों के उपचार के लिए 30 बेड का अलग वार्ड बनाया गया है। हालांकि अभी पीड़ित बच्चों की संख्या कम होने से उन्हें जनरल वार्ड में ही भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। संख्या बढ़ने पर नए वार्ड का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
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