'फ्रेट कारिडोर' साबित होगी तीसरी लाइन
गोरखपुर में बिछने वाली तीसरी लाइन रेलवे के लिए फ्रेट कारिडोर साबित होगी। पूर्वोत्तर रेलवे का यह प्रयास सराहनीय है
गोरखपुर : पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय गोरखपुर में बिछने वाली तीसरी लाइन यहां से गुजरने वाली मालगाड़ियों के लिए फ्रेट कारिडोर साबित होगी। तीसरी लाइन से होकर मालगाड़ियां रन थ्रू गोंडा और छपरा के लिए निकल जाएंगी। ऐसे में यात्री गाड़ियों के लिए स्टेशन यार्ड में जगह मिल जाएगी। गाड़ियां बेवजह पास वाले वाले छोटे स्टेशनों और आउटर पर नहीं खड़ी होंगी।
पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने डोमिनगढ़ से गोरखपुर जंक्शन होते हुए कुसम्ही स्टेशन तक (21.15 किमी) तीसरी लाइन और गोरखपुर-नकहा रेलमार्ग पर दोहरी लाइन बिछाने की कवायद जोरशोर से शुरू कर दी है। इन लाइनों के लिए सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया है। डोमिनगढ़-कुसम्ही स्टेशन तक बिछने वाली तीसरी लाइन के लिए रास्ते में पड़ने वाले दो बड़े पुलों के निर्माण के लिए टेंडर पास हो गया है। अब मिट्टी, कंकरीट, छोटे पुल और रेल लाइन आदि के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। जून में यह टेंडर भी फाइनल हो जाएगा।
इसके अलावा गोरखपुर-नकहा रेल लाइन पर दोहरी लाइन बिछाने के लिए भी टेंडर जारी कर दिया गया है। इससे बढ़नी व नौतनवां रूट पर चलने वाली गाड़ियां भी बेवजह नकहा जंगल में नहीं रुकेंगी। अगले 18 माह में दोनों महत्वपूर्ण रेल लाइनें को तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इन लाइनों के लिए रेलवे बोर्ड ने पहले ही 186.85 करोड़ रुपये आवंटित कर दिया है।
मंत्रालय की पहल पर रेलवे बोर्ड स्तर पर भारतीय रेलवे में मालगाड़ियों के लिए अलग से फ्रेट कारिडोर बनाया जा रहा है। अगले दो साल में फ्रेट कारिडोर तैयार हो जाएगा। कारिडोर पर ही मालगाड़ियां चलेंगी। इसके बाद ट्रेनों का समय पालन और दुरुस्त हो जाएगा।
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- गोरखपुर होकर डोमिनगढ़ से कुसम्ही तक तीसरी रेल लाइन और गोरखपुर-नकहा जंगल दूसरी रेल लाइन के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जल्द ही निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा।
- संजय यादव, सीपीआरओ, एनईआर