गोरखपुर जू में तेंदुए के बच्चों को दूध पिलाकर सीएम योगी ने किया नामकरण, एक को भवानी तो दूसरे को नाम दिया चंडी
Gorakhpur News गोरखपुर चिड़ियाघर के लिए बुधवार का दिन बेहद खास रहा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर जू में तेंदुए के शावक को दूध पिलाया और नामकरण किया। वह गोरखपुर में वन्य जीव प्राणि सप्ताह 2022 समारोह में भी शामिल हुए।
By Jagran NewsEdited By: Umesh TiwariUpdated: Wed, 05 Oct 2022 07:37 PM (IST)
UP News: गोरखपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने बुधवार को शहीद अशफाक उल्ला खान प्राणी उद्यान (Gorakhpur Zoo) का दौरा किया। इस दौरान वे तेंदुए के शावक को दूध पिलाते दिखे। इस दौरान उन्होंने तेंदुए के दो बच्चों का नामकरण भी किया। उन्हें चिड़ियाघर के अस्पताल में रखा गया है। सीएम योगी इससे पहले 18 मार्च को गोरखपुर चिड़ियाघर आए थे। तब उन्होंने हर और गौरी नाम के दो गैंडों को केला खिलाया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में आयोजित वन्य जीव सप्ताह समारोह के समापन कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विजयदशमी का पर्व हमें केवल मानवमात्र की रक्षा की प्रेरणा ही नहीं देता बल्कि संपूर्ण प्राणियों की रक्षा और संरक्षण के लिए संकल्पित होने के लिए प्रेरित करता है। ऐसे में इसे लेकर हमें संकल्पित होने की जरूरत है। यही रामराज्य की संकल्पना भी है।
रामराज्य की भावना के अनुरूप हो प्रत्येक प्राणी का संरक्षण...
यही सनातन संस्कृति है। pic.twitter.com/1qXW2IcUHE
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 5, 2022
एक का नाम भवानी व दूसरे के नाम चंडी
कार्यक्रम में हिस्सा लेने से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने सफेद बाघिन को उसके बाड़े में छोड़ा और तेंदुए के दो मादा शावकों का नामकरण किया। एक का नाम भवानी तो दूसरे के नाम चंडी रखा। एक शावक को उन्होंने अपने हाथ से दूध भी पिलाया। इस अवसर सांसद रवि किशन, विधायक विपिन सिंह, महेंद्र पाल सिंह, प्रदीप शुक्ल, महापौर सीताराम जायसवाल आदि मौजूद रहे।सफेद बाघिन गीता को मुख्य बाड़े में कराया प्रवेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मार्च 2021 को गोरखपुर चिड़ियाघर का लोकार्पण किया था। 20 जून की रात गीता नाम की सफेद बाघिन को लखनऊ चिड़ियाघर से गोरखपुर चिड़ियाघर लाया गया। इस व्हाइट टाइगर को अनुकूलन के लिए पहले क्वारंटीन किया गया और फिर क्राल में रखा गया। बुधवार को सीएम योगी ने सफेद बाघिन गीता को क्राल से मुख्य बाड़े में प्रवेश कराया।जीव-जंतुओंं के जीवन व संरक्षण की चर्चा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने वन्यजीवों की संवेदनशीलता की चर्चा करते हुए तुलसीदास के उस चौपाई की याद दिलाई, जिसमें गोस्वामी जी ने 'हित-अनहित पशु-पक्षी जाने' की बात कही है। इसी क्रम में उन्होंने रामायण के प्रसंगों के जरिये जीव-जंतुओंं के जीवन व संरक्षण की चर्चा की। कहा कि पूरा रामायण हमें उनके संरक्षण की सीख देता है। यही नहीं रामचरित मानस का तो एक कांड ही अरण्य को समर्पित है। इस कांड में पूरी ज्ञान संपदा निहित है। सीताहरण के प्रसंग का उदाहरण देते हुए योगी ने कहा कि जब रावण सीताजी को हर ले गया था, तो वन के पेड़-पौधों, जीव-जंतुओं और पशु-पक्षियों ने ही भगवान राम की मदद की थी। पूरे वनवास काल में भगवान राम के सहयोगी वन्यजीव ही बने। विजयदशमी का पर्व उनके सहयोग का ही परिणाम है।
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