UP: सीएम योगी आदित्यनाथ को मिल रही हैं सैकड़ों माता-पिता की दुआएं Gorakhpur News
लॉकडाउन में कोटा से गोरखपुर पहुंचे के छात्रों के परिजन यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की मुक्तकंठ से प्रशंसा कर रहे हैं।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Updated: Fri, 24 Apr 2020 07:52 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि किसी प्रदेश का कोई मुख्यमंत्री इस हद तक जाकर उनकी पीड़ा को समझेगा और कोटा से गोरखपुर की राह इस तरह से आसान लगेगा कि सपने सा दिखने वाला कार्य कुछ घंटे में पूरा हो गया। ट्रेन, बस से लेकर हवाई जहाज तक सब बंद थे और ऐसी दशा में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ हनुमान बनकर उनके सामने आए। सुखद यह कि असंभव जानकर किसी अभिभावक ने अपने बच्चों को कोटा से गोरखपुर बुलाने की मांग तक नहीं की, इसके बाद भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोटा में फंसे बच्चों और उनके अभिभावकों की पीड़ा समझा और यूपी रोडवेज की बसों को भेजकर बच्चों को कोटा से गोरखपुर पहुंचाया।
डॉ. महबूब हसन बोले, सीएम योगी ने समझी अभिभावकों की पीड़ा
दीनदयाल उपाध्याय, गोरखपुर विश्वविद्यालय में उर्दू विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉ. महबूब हसन कहते हैं कि मेरे परिवार के भी दो बच्चे कोटा, राजस्थान में पिछले वर्ष प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए गए हुए थे। लॉकडाउन होने के कारण वे भी कोटा में फंस गए। सैकड़ों मां-बाप अपने बच्चों की फिक्र में इधर-उधर भटक रहे थे कि कहीं से कोई प्रबंध हो जाये ताकि बच्चों को घर लाया जा सके मगर लॉकडाउन की सख्ती के कारण सभी बेबस थे। ऐसी नाजुक स्थिति में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों और उनके माता-पिता की तकलीफ को अपनी तकलीफ समझा और 300 बसें भेजकर प्रदेश के 10 हजार बच्चों को उनके घरों तक पहुंचाने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री के इस कदम की चारों तरफ़ खूब सराहना हो रही है। अपने बच्चों को घरों में पाकर सभी बहुत खुश हैं।
प्रदेश के मुखिया होने का अपना फर्ज अदा किया
डॉ. महबूब हसन ने कहा सुबह मैंने, घर पहुंचे बच्चों और उनके माता-पिता से बात की तो वे सभी भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े, उनकी भावुकता भरी बातों ने मुझे भी भावुक कर दिया। योगी जी को दिल से दुआएं देते हुए सभी ने उनका शुक्रिया अदा किया। बच्चों के माता-पिता ने कहा कि गृहस्थ जीवन से दूर सन्यासी होते हुए भी सीएम योगी ने हज़ारों माताओं की ममता एवं पीड़ा को महसूस किया और प्रदेश के मुखिया होने का अपना फर्ज अदा किया। डॉ. महबूब हसन ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखते हुए सभी छात्र-छात्राओं के खाने-पीने व उनकी जांच की अच्छी व्यवस्था की गई थी बच्चों को कहीं कोई तकलीफ नहीं हुई। इस कदम के लिए सीएम योगी को सैकड़ों माता-पिता अपनी दुआएं दे रहे हैं।
घर पहुंचे बच्चे भी हुए गदगदगोरखपुर महानगर के बिछिया पीएसी कैंप निवासी विशाल कुमार ने बताया कि कोटा के रेस्टोरेंट में एक कोरोना पॉजिटिव मिलने का बाद काफी दहशत का माहौल था। अब अपने प्रदेश में आ गए है और प्रशासन के तरफ से बेहतर व्यवस्था की गई थी। मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज की निवासी कल्पना पांडेय ने बताया कि कोटा में काफी परेशानी हो रही थी। परिवार के लोग भी काफी चिंतित थे लेकिन अब अपने जिले में आने बाद काफी सुकून मिल रहा है। प्रिया सिंह निवासी सरस्वतीपुरम पादरी बाजार ने बताया कि वह कोटा के विज्ञान नगर में रहती थी। रूम पर खाने पीने की दिक्कत हो रही थी। प्रशासन की व्यवस्था काफी ठीक थी रास्ते में भी दिक्कत नहीं हुई।
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