योगी आदित्यनाथ के सामने गुर्राया बाघ, सीएम बोले- 'नहीं-नहीं रे... नाराज हो गया रे'; देखें VIDEO
गोरखपुर चिड़ियाघर में निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री को देखकर बाघ अमर ने दहाड़ लगाई। इस पर सीएम ने हंसते हुए कहे कैसा है तू। इसके बाद सीएम हर और गौरी गेंडे के बाड़े के पास पहुंचे और अपने हाथों से दोनों को केला खिलाया। गैंडों की इस जोड़ी का नाम मुख्यमंत्री द्वारा ही रखा गया है। सीएम ने बब्बर शेर भरत और शेरनी गौरी को भी देखा।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। लोकसभा चुनाव समाप्त होते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को चिड़ियाघर का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने गैंडा हर और गौरी को केला खिलाए। दर्शकों में मौजूद बच्चों को चाकलेट देते हुए उन्हे दुलार किया। इसके बाद वह इटावा से आए बब्बर शेर भरत और शेरनी गौरी को भी देखे।
दो महीने तक चुनाव में व्यस्त रहने के बाद मुख्यमंत्री रविवार को शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान ( चिड़ियाघर) का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान वह सीएम कम दर्शक की भूमिका में ज्यादा रहे।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री को देखकर बाघ अमर ने दहाड़ लगाई। इस पर सीएम ने हंसते हुए कहे कैसा है तू। इसके बाद सीएम हर और गौरी गेंडे के बाड़े के पास पहुंचे और अपने हाथों से दोनों को केला खिलाया।#WATCH उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के चिड़ियाघर का दौरा किया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 2, 2024
(सोर्स: सीएम मीडिया, गोरखपुर) pic.twitter.com/caC9XN5zwV
गैंडों की इस जोड़ी का नाम मुख्यमंत्री द्वारा ही रखा गया है। इसके बाद सीएम सफेद बाघ, हिरण, बंदर, जैकाल, तेंदुआ, हिप्पो, भालू आदि के बाड़ों का भी अवलोकन किया।इस दौरान साथ में चल रहे डीएफओ विकास यादव से सीएम वन्यजीवों के देखभाल के बारे में जानकारी लेते रहे। अंत में मुख्यमंत्री चिड़ियाघर अस्पताल में इलाजरत वन्यजीवों को भी देखा और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
बता दें कि दो दिन पहले गोरखपुर चिड़ियाघर में आए बब्बर शेर भरत और शेरनी गौरी को बाड़े में रख दिया गया है। ये दोनों पहले से मौजूद बब्बर शेर पटौदी के पड़ोसी बने हैं।
नये साथी को देखकर पटौदी ने दिनभर दहाड़ लगाई। इटावा सफारी पार्क से आए भरत और गौरी गर्मी की वजह से हांफने लगे। यह देख चिड़ियाघर प्रशासन ने उनके बाड़े में एसी लगाया। अभी तक उन्हें क्वारंटाइन सेल में रखा गया था। प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव संजय श्रीवास्तव के निर्देश पर केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की अनुमति के बाद बब्बर शेर और शेरनी को 24 मई को चिड़ियाघर गोरखपुर लाया गया था।
इसे भी पढ़ें-लग्जरी गाड़ी से चोरी कर रहे थे बकरी, चाचा-भतीजे ने दौड़ाया तो कर दिया हमला, एक की मौतचिड़ियाघर के मुख्य वन्यजीव चिकित्सक डा.योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि पटौदी बीते तीन वर्ष से यहां है, इसलिए वह यहां के मौसम के अनुरूप ढल चुका है। गर्मी के समय उसके बाड़े में दो कूलर लगाने के बाद उसे गर्मी से राहत मिल जाती है। लेकिन यह दोनों अभी बाहर से आए है।
इसे भी पढ़ें-मां की इस चाल से बेटे-बहू हुए चित्त, एक गलती की दे दी ऐसी सजा, जिसने सुनी उसने कहा- सही कियायहां के मौसम में ढलने में इन्हें समय लगेगा। क्वारंटाइन सेल से बाड़े में ले जाने के बाद दोनों दोपहर के समय हांफने लगे। गर्मी की वजह से उनकी तबीयत न खराब हो इसलिए एसी की व्यवस्था की गई है। एसी व कूलर लगने के बाद उन्हें राहत मिली है। वह आराम से अपने बाड़े में बैठ रहे हैं।
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