DDU को प्रदेश के शिक्षण संस्थाओं के लिए मॉडल बनाएंगे CM योगी, गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति को दी ये सलाह
NAAC मूल्यांकन में शानदार सफलता मिलने के बाद गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस दौरान सीएम योगी ने कुलपति को सलाह दी कि गोरखपुर को नेशनल एजुकेशन डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए ब्लू प्रिंट तैयार करें।
By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Sat, 21 Jan 2023 04:28 PM (IST)
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। नैक का 'ए प्लस-प्लस' दर्जा हासिल करने वाले दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों के सामने माडल के रूप में प्रस्तुत करेंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह को उन्होंने इसे लेकर योजना तैयार करने का निर्देश दिया है। साथ ही गोरखपुर को नेशनल एजुकेशन डेस्टिनेशन बनाने की योजना भी साझा की है।
कुलपति ने सीएम योगी से की मुलाकात
नैक मूल्यांकन में मिली शानदार सफलता के बाद जब कुलपति ने लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की और उन्हें सफलता के लिए किए गए प्रयास की जानकारी दी तो उन्होंने गोरखपुर में उच्च शिक्षा के उच्चीकरण को लेकर अपनी योजनाओं की चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कुलपति से यह भी कहा कि वह विश्वविद्यालय खुद आएंगे और शिखकों व कर्मचारियों से मुलाकात करेंगे। यह भी देखेंगे कि विश्वविद्यालय को यह उपलब्धि किन-किन वजहों से मिली। गोरखपुर को एजुकेशन हब बनाने की दिशा में कैसे कार्य किया जाय, इसकी प्रस्तुति भी देखेंगे।
CM योगी ने कुलपति को दी ये सलाह
मुख्यमंत्री ने कुलपति को सलाह दी कि वह प्रयागराज व दिल्ली की तर्ज पर गोरखपुर को नेशनल एजुकेशन डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए एक ब्लू प्रिंट तैयार करें। कुलपति ने उन्हें इसके लिए आश्वस्त किया। इस दौरान प्रो. राजेश ने विश्वविद्यालय को लेकर आगामी योजनाएं भी मुख्यमंत्री को बताईं। बताया कि नैक मूल्यांकन में मिली शानदार उपलब्धि के जरिये विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय व अन्य राज्यों के विद्यार्थियों को आकर्षित करेगा। साथ ही मल्टीनेशनल कंपनी जैसे एप्पल, गूगल, आइबीएम तथा माइक्रोसाफ्ट से भी संपर्क साधा जाएगा, जिससे वह विश्वविद्यालय में आकर यहां के विद्यार्थियों को कौशलपरक शिक्षा तो दे ही, नौकरी भी दे। कुलपति ने मुख्यमंत्री को बताया कि 'ए प्लस-प्लस' ग्रेड पाकर विश्वविद्यालय देश के चार बड़े विश्वविद्यालयों में शामिल हो गया है। इसमें दो प्राइवेट व एक पब्लिक सेक्टर का है। कुलपति ने मुख्यमंत्री को विश्वास दिलाया कि विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा के एक्सीलेंस के मानक पर खरा उतरने को तैयार है।विश्वविद्यालय को मिलेगा स्पेशल इंसेटिव
कुलपति ने बताया कि नैक से 'ए प्लस-प्लस' ग्रेड पाने वाले विश्वविद्यालय को मुख्यमंत्री ने स्पेशल इंसेंटिव देने की बात भी मुख्यमंत्री ने कही है। उन्होंने बताया कि 'ए प्लस-प्लस' ग्रेड पाने वाले विश्वविद्यालय को केंद्र सरकार 50 करोड़ रुपये इंक्यूबेशन सेंटर और 50 करोड़ खेल के लिए प्रदान करती है।
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