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CM योगी ने Teachers Day पर 54 शिक्षकों को किया सम्मानित, गोरखपुर-बस्ती मंडल के 7 टीचरों को भी मिला राज्य पुरस्कार

उत्तर प्रदेश में शिक्षकों के समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री योगी ने बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के 54 शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार से नवाजा है। गोरखपुर-बस्ती मंडल के सात शिक्षकों ने भी अपने उल्लेखनीय योगदान के लिए पुरस्कार प्राप्त किए। इन शिक्षकों ने विद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ाने पठन-पाठन का माहौल बनाने और शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

By Prabhat Pathak Edited By: Riya Pandey Updated: Thu, 05 Sep 2024 09:41 PM (IST)
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सीएम योगी ने शिक्षक दिवस पर आदर्श शिक्षकों को किया सम्मानित

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। जिम्मेदारी के प्रति निष्ठा व समर्पण के सम्मान का अवसर था, तो कर्तव्यपालन के प्रति निरंतरता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करने की घड़ी भी थी। इसे लेकर उत्साह भी दोनों तरफ से था। सम्मान पाने वाले तो उत्साहित थे ही, देने वालों की उत्साह भरी तैयारी भी देखने लायक थी। गुरुवार को योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित राज्य अध्यापक सम्मान समारोह में यह दृश्य उभरा था।

बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के 54 शिक्षक पुरस्कृत

समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा विभाग के 41 और माध्यमिक शिक्षा विभाग के 13 शिक्षकों (कुल 54) को पुरस्कृत किया, जो अपनी कार्यशैली से बहुत से शिक्षकों व विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत बने हुए हैं।

समारोह में गोरखपुर-बस्ती मंडल के सात शिक्षकों को भी शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए राज्य पुरस्कार से नवाजा गया। इनमें बंद विद्यालय में छात्र संख्या बढ़ाने के साथ ही पठन-पाठन का माहौल बनाने व खुद को आदर्श शिक्षक के रूप में स्थापित करने के लिए पूर्व माध्यमिक विद्यालय इन्नाडीह गोरखपुर के प्रधानाध्यापक यतेंद्र कुमार गुप्ता को राज्य अध्यापक पुरस्कार प्रदान किया गया।

 झुग्गी-झोपड़ी में जाकर स्कूल में नामांकन कराने की पहल

इसी प्रकार देईडीहा देवरिया के सहायक अध्यापक डा.आदित्य नारायण गुप्ता को घरों में जाकर बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करने के साथ ही झुग्गी-झोपड़ी में जाकर बच्चों का स्कूल में नामांकन कराने के लिए पहल करने तथा स्कूल की छुट्टी के बाद कक्षाएं लगाने जैसे कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया।

रुदवलिया कुशीनगर के सहायक अध्यापक सुनील कुमार त्रिपाठी ने भी न सिर्फ विद्यालय को माडल में अहम भूमिका निभाई बल्कि विद्यालय में स्मार्ट कक्षा, विज्ञान प्रयोगशाला, बायोमीट्रिक उपस्थिति, सीसी कैमरा, साउंड सिस्टम, सरस्वती मंदिर, महात्मा गांधी मंदिर, विवेकानंद प्रवेश द्वार स्थापित किया।

आठवीं कक्षा उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों का शत-प्रतिशत नामांकन नजदीकी इंटर कालेजों में कराते हुए विद्यालय परिवार द्वारा उन्हें पासबुक व एटीएम देकर विदा करने जैसे कार्य के बदले राज्य पुरस्कार का इनाम मिला।

राष्ट्रीय आय आधारित परीक्षा में विद्यालय के 21 बच्चे हुए चयनित 

गिरहिया महराजगंज के प्रधानाध्यापक भूपेंद्र कुमार सिंह को राज्य पुरस्कार उनकी कड़ी मेहनत की बदौलत विद्यालय में गुणवत्तायुक्त शिक्षक कार्य के लिए दिया गया है। उनके प्रयास से विद्यालय में साइंस लैब के साथ ही पुस्तकालय की भी स्थापना की गई है। वर्तमान में यहां कुल 603 बच्चों का नामांकन है। पिछले दिनों सरकार द्वारा आयोजित राष्ट्रीय आय आधारित परीक्षा में इस विद्यालय के 21 बच्चे चयनित हो चुके हैं।

लंगडाबर संतकबीर नगर के सहायक अध्यापक ज्योति प्रकाश सिंह को छात्र संख्या बढ़ाने में उल्लेखनीय योगदान के लिए राज्य पुरस्कार दिया गया है। वर्तमान में विद्यालय में 364 बच्चे नामांकित हैं। इसके साथ ही विद्यालय में पठन-पाठन का माहौल बनाने में भी मुख्य भूमिका निभाई।

घर-घर जाकर छात्रों से किया संपर्क

राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षक सिद्धार्थनगर के तिगोड़वा की प्रधानाध्यापिका अर्चना वर्मा के प्रयास से आज विद्यालय की छात्र संख्या 184 है। इसके लिए उन्होंने घर-घर जाकर संपर्क किया। विद्यालय में पठन-पाठन ठीक रहे, इसलिए अर्चना ने अपने बच्चों को भी पांचवीं तक की शिक्षा अपने ही विद्यालय से दिलाई है।

इसके अलावा पौधारोपण व अन्य कार्य भी किया। इसी तरह जटौलिया बस्ती के सहायक अध्यापक अजय कुमार पांडेय को भी विद्यालय में पठन-पाठन का माहौल बनाने, स्कूल को स्मार्ट बनाने आदि कार्यों के लिए राज्य पुरस्कार प्रदान किया गया है।

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