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'देश को बांटने वालों में रावण व दुर्योधन का डीएनए', CM Yogi ने कहा- इनका हश्र भी उनके जैसा ही होगा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जाति क्षेत्र और भाषा के नाम पर देश को बांटने वालों को राष्ट्र और समाजद्रोही बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों का हश्र रावण और दुर्योधन जैसा ही होगा। उन्होंने वनटांगियों के साथ दीपावली मनाने और शहीदों के नाम पर दीप जलाकर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने समाज को बांटने वाले नकारात्मक उद्देश्य को सफल नहीं होने देने की बात कही।

By Jagran News Edited By: Aysha Sheikh Updated: Fri, 01 Nov 2024 10:09 PM (IST)
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गोरखपुर में सीएम योगी - फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की जनता को जाति, क्षेत्र व भाषा के नाम पर बांटने वालों को राष्ट्र और समाजद्रोही बताया। कहा, जो काम त्रेता में रावण, द्वापर में दुर्योधन ने किया, कलियुग में उसे देश को बांटने वाले कर रहे हैं। समाज में अव्यवस्था फैलाकर आमजन को मुख्यधारा से भटकाने वाले तत्वों में रावण व दुर्योधन का डीएनए काम कर रहा है। ऐसे लोगों का हश्र भी उनके जैसा ही होगा।

गुरुवार को वनटांगियों के साथ दीपावली मनाने के बाद मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को शहीदों के नाम पर भी दीप जलाए। गोरखनाथ मंदिर में आयोजित एक दीया शहीदों के नाम कार्यक्रम में 11 हजार दीप जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।तीन दिवसीय प्रवास पर गुरुवार को गोरखपुर आए मुख्यमंत्री सबसे पहले वनटांगिया गांव तिनकोनिया नंबर-3 पहुंचे। 185 करोड़ की 74 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करने के साथ वनटांगियों संग दीया जलाकर दीपपर्व की शुरुआत की।

उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि अराजकता फैलाने वाली ताकतों को फिर अवसर मिला तो वह वही करेंगे, जो रावण व दुर्योधन ने किया था। कोई ताड़का को भेजेगा तो कोई खर-दूषण को। यह लोग बहन-बेटी के लिए खतरा बनेंगे तो कहीं जमीन कब्जा करेंगे। कोई व्यापारियों का अपहरण करेगा तो कोई राह चलते राहगीर को गोली मार देगा।

ऐसे ही लोग त्योहार पर दंगा भड़काने की कोशिश करेंगे, लेकिन अब 2017 के पहले वाला माहौल नहीं बनने दिया जाएगा। सुरक्षा में जो सेंध लगाएगा, उसका राम नाम सत्य हो जाएगा। अगर कानून हाथ में लेगा तो फांसी के फंदे तक पहुंचा दिया जाएगा। बहन-बेटी की इज्जत से खिलवाड़ करेगा तो वह दुर्योधन व दुशासन की गति को प्राप्त होगा। दंगा कराने वाले का रावण की तरह ही पुतला जलाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर देते हुए दोहराया कि समाज को बांटने वाले नकारात्मक उद्देश्य को हमें सफल नहीं होने देना है।

सनातन धर्म और भारत एक-दूसरे के पूरक

योगी ने कहा कि सनातन धर्म और भारत एक-दूसरे के पूरक हैं। सनातन धर्म मजबूत होगा तो भारत मजबूत होगा और जब भारत मजबूत होगा तो सनातन धर्म मजबूत होगा। अगर इनमें से कोई एक भी कमजोर होता है तो दोनों कमजोर हो जाएंगे। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि दोनों की मजबूती को बनाए रखें। देश के दुश्मनों की मंशा को सफल न होने दें।

जो रामभक्त है, वही सच्चा राष्ट्रभक्त

माता सीता का पता लगाने लंका गए हनुमान जी से जुड़ा एक प्रसंग भी मुख्यमंत्री ने सुनाया। कहा, जिस तरह से उन्होंने अराजकतत्वों का जवाब देने के लिए लंका तक को जला डाला था, उसी तरह हमें भी उनके खिलाफ आक्रामक होना होगा। बजरंगबली को आदर्श रामभक्त और राष्ट्रभक्त बताते हुए योगी ने कहा कि सच्चा रामभक्त ही सच्चा राष्ट्रभक्त हो सकता है। सच्चे रामभक्त व राष्ट्रभक्त ने दुश्मन को उसी भाषा में जवाब दिया। जो देश का दुश्मन है वह हमारा दुश्मन है।

वनटांगियों के लिए अपने आंदोलन को किया याद

मुख्यमंत्री ने वनटांगियों के लिए अपने आंदोलन को याद करते हुए कहा कि वनटांगियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ना बेहद महत्वपूर्ण था ताकि समाज और देश विरोधी उन्हें भटकाने में सफल न होने पाएं। दरअसल, अंग्रेजों ने वनाच्छादन बढ़ाने के लिए मजदूरों को वैसे तो बहुत पहले वनों में बसाया था, लेकिन 1920-21 में टांगिया पद्धति लागू होने के बाद इन्हें जमीन देकर इस काम में लगाया गया।

एक जगह वन तैयार होने के बाद इन्हें दूसरे स्थान पर बसा दिया जाता था। आजादी के बाद वनों का रोपण बंद हो गया, तो ये जहां थे वहीं बस गए। 1984 में वन अधिनियम लागू होने के बाद इन्हें अतिक्रमणकारी घोषित कर दिया गया। महराजगंज में 17 और गोरखपुर में पांच वनटांगिया गांव हैं। लंबे समय के संघर्ष के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन्हें राजस्व गांव घोषित कर समाज व विकास की मुख्यधारा से जोड़ा है।

शहीदों के नाम योगी ने प्रज्वलित दीप

गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित भीम सरोवर शुक्रवार की शाम रोशनी से नहा उठा। दीपों की लौ देश के लिए प्राणों को न्योछावर कर देने वाले बलिदानियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कर रही थी। आयोजन था एक दीया शहीदों के नाम कार्यक्रम का, जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री ने पहला दीप प्रज्वलित कर किया। इसके बाद 11 हजार दीपों से भीम सरोवर समेत पूरा गोरखनाथ मंदिर परिसर जगमग हो उठा। इससे पर शुक्रवार सुबह गोरखनाथ मंदिर परिसर में मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन कर लोगों की समस्याएं सुनीं।

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