गोरखपुर कलेक्ट्रेट की नई इमारत होगी हाईटेक, सुरक्षा के खास इंतजाम; हर शख्स का होगा रिकॉर्ड
Gorakhpur Collectorate Building गोरखपुर के नए कलेक्ट्रेट भवन में आधुनिक सुविधाओं का समावेश होगा। सेंसर से लैस लाइटें ऊर्जा संरक्षण में मदद करेंगी। वाहनों की पार्किंग के लिए मल्टीलेवल पार्किंग बनाई जाएगी। सुरक्षा के लिए बैग स्कैनर डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर और बम बैरियर लगाए जाएंगे। नए भवन में 12 लिफ्ट और 250 लोगों की क्षमता वाला एक ऑडिटोरियम भी होगा।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। कलेक्ट्रेट की नई इमारत आधुनिक संसाधनों से युक्त होगी। साथ ही सुरक्षा को लेकर खास इंतजाम किए जाएंगे। परिसर में वाहन लेकर प्रवेश करने वाले हर चालक और उसके वाहन का नंबर प्लेट की रिकार्डिंग होगी तो बैग स्कैनर, डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर, बम बैरियर भी लगाया जाएगा।
वाहनों की पार्किंग को लेकर दिक्कत न हो इसलिए मल्टीलेवल पार्किंग बनाई जाएगी। ऊर्जा संरक्षण को ध्यान में रखकर सेंसर वाली लाइटें लगाई जाएंगी जो कार्यालय से लोगों के बाहर जाते ही बंद हो जाएंगी। इमारत में 12 लिफ्ट की सुविधा होगी।
283 करोड़ की लागत से बनने वाली इस इमारत में कलेक्ट्रेट और एसएसपी कार्यालय के अलावा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित 19 विभागों के कार्यालय को स्थान मिलेगा। कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग के भवन खंड के मुताबिक कलेक्ट्रेट की नई इमारत बेसमेंट और ग्राउंड के अलावा छह-छह तल के दो ब्लाक बनाए जाएंगे।
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नई इमारत में सामने की तरफ के ब्लाक में कलेक्ट्रेट और एसएसपी समेत पुलिस के विभिन्न अधिकारियों के कार्यालय के अलावा पांच और विभागों के कार्यालय रहेंगे। इसी तरह पीछे की तरफ के ब्लाक में कलेक्ट्रेट का राजस्व अभिलेख, संयुक्त कार्यालय, विधिक अभिलेख और सीलिंग कार्यालय के अलावा 13 विभागों के कार्यालय होंगे।
साथ ही 250 व्यक्ति की क्षमता वाला एक आडिटोरियम भी होगा। 40 हजार 563 वर्ग मीटर में प्रस्तावित नए कलेक्ट्रेट भवन परिसर में 450 कार और 500 दो पहिया वाहन क्षमता की पार्किंग की भी सुविधा होगी। फरवरी 2026 तक कलेक्ट्रेट की नई इमारत का निर्माण कार्य पूरा कर लेने का लक्ष्य है।
पुराने कलेक्ट्रेट परिसर में बनने वाले नये भवन के लिए की गयी खुदाई। जागरण
100 साल पुराना था कलेक्ट्रेट भवनलगभग 100 साल से अधिक पुराने कलेक्ट्रेट भवन के जर्जर होने के कारण उसे ढाई साल पहले ध्वस्त कराया गया था। कलेक्ट्रेट के सभी कार्यालय पर्यटन विभाग तो पुलिस के पुराने आरटीओ परिसर में संचालित हो रहे हैं। इसे भी पढ़ें- इस्लामिक संघ ऑफ नेपाल सीमा क्षेत्र में फैला रहा भारत विरोधी एजेंडा, पुलिस मुख्यालय ने जारी किया अलर्टपहले ब्लाक में ये कार्यालय होंंगेकलेक्ट्रेट और एसएसपी कार्यालय, आयुर्वेद व यूनानी कार्यालय, जिला उद्योग विकास, जिला होम्योपैथिक, भूमि अध्याप्ति अधिकारी कार्यालय, बीएसए, डीआइओएस कार्यालय । दूसरे ब्लाक में ये कार्यालय होंगेराजस्व अभिलेख, संयुक्त कार्यालय, विधिक अभिलेख, सीलिंग अभिलेख कार्यालय, नलकूप खंड प्रथम, द्वितीय, नलकूप खंड निर्माण, सिंचाई, जल निगम नगरीय, जल निगम ग्रामीण, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी कार्यालय, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड प्रथम व द्वितीय, डायल, हथकरघा वस्त्र उद्योग विभाग, रेशम विभाग और आडिटोरियम
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।100 साल पुराना था कलेक्ट्रेट भवनलगभग 100 साल से अधिक पुराने कलेक्ट्रेट भवन के जर्जर होने के कारण उसे ढाई साल पहले ध्वस्त कराया गया था। कलेक्ट्रेट के सभी कार्यालय पर्यटन विभाग तो पुलिस के पुराने आरटीओ परिसर में संचालित हो रहे हैं। इसे भी पढ़ें- इस्लामिक संघ ऑफ नेपाल सीमा क्षेत्र में फैला रहा भारत विरोधी एजेंडा, पुलिस मुख्यालय ने जारी किया अलर्टपहले ब्लाक में ये कार्यालय होंंगेकलेक्ट्रेट और एसएसपी कार्यालय, आयुर्वेद व यूनानी कार्यालय, जिला उद्योग विकास, जिला होम्योपैथिक, भूमि अध्याप्ति अधिकारी कार्यालय, बीएसए, डीआइओएस कार्यालय । दूसरे ब्लाक में ये कार्यालय होंगेराजस्व अभिलेख, संयुक्त कार्यालय, विधिक अभिलेख, सीलिंग अभिलेख कार्यालय, नलकूप खंड प्रथम, द्वितीय, नलकूप खंड निर्माण, सिंचाई, जल निगम नगरीय, जल निगम ग्रामीण, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी कार्यालय, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड प्रथम व द्वितीय, डायल, हथकरघा वस्त्र उद्योग विभाग, रेशम विभाग और आडिटोरियम