PHOTOS: गले में पदक पड़ते ही सोने सी चमकी MMMUT की मेधा, कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने दी शुभकामनाएं
मदनमोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में दीक्षा समारोह का आयोजन हुआ। कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने 19 टापरों को 42 मेडल से सम्मानित किया और 1462 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की। मुख्य अतिथि इसरो के विज्ञानी नंबी नारायणन और विशिष्ट अतिथि प्रदेश सरकार के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने उपाधि प्राप्त करने वालों को संबोधित किया। समारोह में उपाधिधारकों और टापरों को बधाई और फोटो सेशन का दौर चला।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मदनमोहन मालवीय प्रौद्याेगिकी विश्वविद्यालय गुरुवार को दीक्षा समारोह के नौवें पड़ाव को पार कर गया और 10वें की ओर बढ़ गया। नौवां दीक्षा समारोह धूमधाम से आयोजित हुआ, जिसमें कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने 19 टापरों के गले में 42 मेडल पहनाकर उनके जीवन में नई रोशनी भर दी।
1462 विद्यार्थियों को उपाधि देकर करियर को नई दिशा दे दी। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि इसरो के विज्ञानी नंबी नारायणन की मौजूदगी से पूरा परिसर गौरवान्वित था। शिक्षक से लेकर विद्यार्थी तक उत्साहित था।
विशिष्ट अतिथि प्रदेश सरकार के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल की मौजूदगी ने भी तकनीक के मेधावियों का उत्साह बढ़ाया। समारोह को यादगार बनाया। समारोह में मेडल हासिल करने वाले मेधावियों को मंजिल हासिल करने के लिए मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि और कुलाधिपति के टिप्स भी मिले, जिसे आत्मसात कर उन्होंने आगे बढ़ने का संकल्प लिया।
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परिसर का बदला-बदला माहौल सुबह से ही विशेष आयोजन का अहसास करा रहा था। हर कदम तेजी से आयोजन स्थल की ओर बढ़ता जा रहा था। बहुद्देश्यीय सभागार तक पहुंच कर कदम थम रहे थे। सभागार में स्थान लेने के बाद ही विराम ले रहे थे। 11 बजते-बजते सभागार भर गया, लोगों आयोजन के शुरू होने को लेकर लोगों का रोमांच बढ़ गया।
सुबह 11:20 बजे संचालनकर्ता डा. अभिजीत मिश्र ने जब अतिथियों के सभागार में पहुंचने की घोषणा की तो सभी की निगाहें द्वार की ओर टिक गईं। घोषणा के तत्काल बाद शैक्षणिक शोभायात्रा ने सभागार में प्रवेश किया। अगुवाई कुलसचिव डा. जय प्रकाश चल रहे। उनके पीछे-पीछे विद्या परिषद, अधिष्ठाता, प्रबंध बोर्ड के सदस्य, कुलपति, विशिष्ट अतिथि और कुलाधिपति आगे बढ़ रहे थे। मंच पर पहुंचकर शैक्षणिक शोभायात्रा सम्पन्न हुई। सभी अतिथि मंचासीन हुए और समारोह के आयोजन की औपचारिक शुरुआत हुई।
उम्मीदें आसमानी...डिग्री प्राप्त करने के बाद मेधावियों का दायित्व बढ़ा तो समाज की उम्मीदें आसमानी हो गई। MMMUT के 9वें दीक्षा समाराेह में डिग्री व गोल्ड मेडल प्राप्त करने के बाद खुशियाें का इजहार करते मेधावी।-अभिनव राजन चतुर्वेदी
राष्ट्रगीत, पर्यावरण संरक्षण गीत और कुलगीत के गायन के बाद कुलपति प्रो. जेपी सैनी ने कुलाधिपति से कार्यक्रम शुरू करने की अनुमति मांगी। अनुमति मिली तो उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से बात की। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए कुलाधिपति की ओर से कुलपति ने दीक्षोपदेश दिया। उसके बाद शुरू हुआ उपाधि प्रदान करने का सिलसिला। पहले पीएचडी धारकों को उपाधि कुलाधिपति ने उपाधि दी। उसके बाद टापरों के गले में उन्होंने मेडल पहनाया। सभी अधिष्ठाताओं ने अपने-अपने टापरों को बुलाया, उन्हें कुलाधिपति के हाथों सम्मानित कराया। इसे भी पढ़ें-नेपाल के रास्ते चीन भेजा जा रहा भारत का लाल चंदन, सुरक्षा एजेंसियां अलर्टउपाधि देने के बाद कुलाधिपति ने डिजीलाकर में सभी की उपाधियों और अंकपत्रोें को अपलोड करने के लिए बटन दबाया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और प्राथमिक स्कूल के बच्चों को दीक्षा समारोह के मंच से पुरस्कृत करने के बाद संबोधन का सिलसिला शुरू हुआ। सबसे पहले प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने छात्रों का हौसला बढ़ाया। उसके बाद मुख्य अतिथि नंबी नारायणन ने उपाधि प्राप्त करने वालों को देश में अंतरिक्ष विज्ञान के विकास का इतिहास बताया। अंत में कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल का संबोधन हुआ। राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ। कुलाधिपति की अनुमति से जब कुलपति ने समारोह के समापन की घोषणा की तो उसके बाद शुरू हुआ बधाई और फोटो सेशन का दौर। पहले टापरों व उपाधिधारकों ने अतिथियों के साथ फोटो सेशन कराया। उसके बाद परिवार व साथियों के साथ तस्वीर खिंचवाकर यादगार पलों को सहेज लिया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।राष्ट्रगीत, पर्यावरण संरक्षण गीत और कुलगीत के गायन के बाद कुलपति प्रो. जेपी सैनी ने कुलाधिपति से कार्यक्रम शुरू करने की अनुमति मांगी। अनुमति मिली तो उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से बात की। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए कुलाधिपति की ओर से कुलपति ने दीक्षोपदेश दिया। उसके बाद शुरू हुआ उपाधि प्रदान करने का सिलसिला। पहले पीएचडी धारकों को उपाधि कुलाधिपति ने उपाधि दी। उसके बाद टापरों के गले में उन्होंने मेडल पहनाया। सभी अधिष्ठाताओं ने अपने-अपने टापरों को बुलाया, उन्हें कुलाधिपति के हाथों सम्मानित कराया। इसे भी पढ़ें-नेपाल के रास्ते चीन भेजा जा रहा भारत का लाल चंदन, सुरक्षा एजेंसियां अलर्टउपाधि देने के बाद कुलाधिपति ने डिजीलाकर में सभी की उपाधियों और अंकपत्रोें को अपलोड करने के लिए बटन दबाया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और प्राथमिक स्कूल के बच्चों को दीक्षा समारोह के मंच से पुरस्कृत करने के बाद संबोधन का सिलसिला शुरू हुआ। सबसे पहले प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने छात्रों का हौसला बढ़ाया। उसके बाद मुख्य अतिथि नंबी नारायणन ने उपाधि प्राप्त करने वालों को देश में अंतरिक्ष विज्ञान के विकास का इतिहास बताया। अंत में कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल का संबोधन हुआ। राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ। कुलाधिपति की अनुमति से जब कुलपति ने समारोह के समापन की घोषणा की तो उसके बाद शुरू हुआ बधाई और फोटो सेशन का दौर। पहले टापरों व उपाधिधारकों ने अतिथियों के साथ फोटो सेशन कराया। उसके बाद परिवार व साथियों के साथ तस्वीर खिंचवाकर यादगार पलों को सहेज लिया।