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यूपी के इस जिले में देववृक्ष पीपल के वजूद पर संकट के बादल

देववृक्ष पीपल के वजूद पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। मौजूदा समय में लोग इसके धार्मिक और औषधीय महत्व को भुलाकर तेजी से सफाया करने पर आमदा हैं। पूजा पाठ या अन्य अवसरों पर यह वृक्ष अब खोजने पर पहले की तुलना में काफी कम दिखाई पड़ रहे हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Updated: Mon, 11 Jan 2021 11:35 AM (IST)
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यूपी के महराजगंज में पीपल के वृक्ष खोजे नहीं मिल रहे हैं।
महराजगंज, जेएनएन। देववृक्ष पीपल के वजूद पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। मौजूदा समय में लोग इसके धार्मिक और औषधीय महत्व को भुलाकर तेजी से सफाया करने पर आमदा हैं। यहां तक कि पूजा पाठ या अन्य अवसरों पर यह वृक्ष अब खोजने पर पहले की तुलना में काफी कम दिखाई पड़ रहे हैं। भारतीय जनमानस में हमेशा से पूज्यनीय रहा पीपल का पेड़ अपने अस्तित्व को लेकर संघर्ष कर रहा है। कभी इसकी शीतल छांव में सुकून और शांति का एहसास करने वाले लोग ही इसके दुश्मन बन बैठे हैं। नतीजा यह हुआ कि जहां कहीं भी पीपल का पेड़ दिखा लोग किसी न किसी बहाने इसका सफाया करते चले गए। हालत यह हुआ कि खेत खलिहान में उगकर हरीतिमा संवर्धन में अपनी विशेष भूमिका निभाने वाला पीपल अब खोजने पर भी दिखाई नहीं दे रहा है।

शास्त्रों में यह है कि पीपल का महत्व

भारतीय धर्म शास्त्रों में पीपल को प्रत्यक्ष देवता मानकर इसकों बिना किसी प्रयोजन के व्यर्थ काटना, पितरों को काटने के समान जघन्य अपराध तक बताया गया है। इतना ही नहीं इस वृक्ष के दर्शन एवं पूजन से लोगों को समृद्धि एवं दीर्घायु भी मिलती है।

वैज्ञानिकों की नजर में पीपल का महत्व

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से विचार किया जाए तो अन्य वृक्षों की तुलना में पीपल हमारे आसपास के परिवेश में प्राणवायु आक्सीजन की अभिवृद्धि करके प्रदूषित वायु को कम करता है, तथा वातावरण का परिशोधन करके इसमें सत्विकता की वृद्धि करता है।

पीपल के उपयोगिता के बारे में क्या कहते हैं लोग

बरगदवा गांव निवासी समाजसेवी डा. कमलेश पांडेय ने कहा कि हमारे समाज में पुरातन काल से ही पीपल का बड़ा ही आदर व महत्व रहा है। पीपल के इन्हीं विशेषताओं के कारण श्रृषि- मुनियों ने इसकी बहुमुखी उपयोगिता पर हमेशा बल दिया है, तथा पीपल के दिव्य गुणों के कारण इसे पृथ्वी पर कल्पवृक्ष का स्थान दिया गया है। वहीं हरखपुरा गांव निवासी डा. कौशल किशोर पांडेय ने कहा कि मौजूदा समय में भी पीपल के अनेकानेक गुणों को देखकर हमें बड़े पैमाने पर इसके रोपण व संरक्षण करने की आवश्यकता है।

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