'तिवारी हाता' में उमड़ा जनसैलाब, सरयू नदी के तट पर होगा हरिशंकर तिवारी का अंतिम संस्कार
पूर्व मंत्री व अखिल भारतीय लोकतांत्रिक कांग्रेस के संस्थापक पं.हरिशंकर तिवारी के अंतिम दर्शन को बुधवार की सुबह से ही धर्मशाला स्थित तिवारी हाता पर समर्थकों का ताता लगा हुआ है। विभिन्न दलों के नेताओं ने हाता पहुंच उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर: पूर्व मंत्री व अखिल भारतीय लोकतांत्रिक कांग्रेस के संस्थापक पं.हरिशंकर तिवारी के अंतिम दर्शन को बुधवार की सुबह से ही धर्मशाला स्थित तिवारी हाता पर समर्थकों का ताता लगा हुआ है। विभिन्न दलों के नेताओं ने हाता पहुंच उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। इनमें प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी, पूर्व सांसद बालेश्वर यादव, पूर्व विधायक जटाशंकर त्रिपाठी, पूर्व छात्रनेता विश्वविजय सिंह समेत अन्य दलों के नेता शामिल रहे।
इस दौरान उनके बड़े व पूर्व सांसद कुशल तिवारी व पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी तथा उनके भांजे व पूर्व विधान परिषद सभापति गणेश शंकर पांडेय मौजूद रहे। अंतिम यात्रा हाता से निकलकर सबसे पहले उनके पैतृक गांव टाडा बड़हलगंज पहुंचेगी। जहां उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।
उसके बाद शव को पं.भृगुनाथ चतुर्वेदी कन्या कालेज तथा नेशनल पोस्ट ग्रेजुएट कालेज में लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद शव मुक्तिनाथ पर पहुंचेगा जहां सरयू नदी के तट पर होगा अंतिम संस्कार होगा।
मंगलवार को ली अंतिम सांस
लंबे समय से बीमार चल रहे पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी ने मंगलवार की शाम साढ़े सात बजे अंतिम सांस ली। निधन की सूचना मिलते ही समर्थकों व उनसे जुड़े रहने वालों का हुजूम हाता पहुंचना शुरू हो गया था। यह सिलसिला देर रात तक जारी रहा। उनके निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत देश की प्रमुख हस्तियों ने शोक जताया है।