बिजनौर में तीन लोगों की जान लेने वाला गुलदार भी आएगा गोरखपुर Zoo, बहराइच का आदमखोर भेड़िया भी बना है मेहमान
बिजनौर में तीन लोगों की जान लेने वाला खूंखार गुलदार अब गोरखपुर चिड़ियाघर में लाया जाएगा। वन विभाग के एसडीओ ज्ञान सिंह ने इसकी पुष्टि की है। गुलदार को पकड़ने के लिए पांच गांवों में एक दर्जन से अधिक पिंजरे लगाए गए थे। बुधवार की सुबह कुलचना के जंगल में लगे पिंजरे में गुलदार फंस गया। अभी उसे बिजनौर के रेंज कार्यालय में रखा गया है।
जागरण संवाददाता, बिजनौर/गोरखपुर। बिजनौर क्षेत्र में तीन लोगों की जान लेने वाला गुलदार गोरखपुर चिड़ियाघर आएगा। स्थानीय वन विभाग के एसडीओ ज्ञान सिंह ने इसकी पुष्टि की है।
उनका कहना है कि उच्चाधिकारियों से इसकी अनुमति मिल चुकी है। यद्यपि, गोरखपुर चिड़ियाघर प्रशासन का कहना है कि उन्हें सूचना तो है, लेकिन आने की पुष्टि नहीं है।बिजनौर के गांव पिलाना में गुलदार ने एक युवती, एक महिला और जलालपुर भूड़ के जंगल में एक किसान को मार डाला था। गुलदार को पकड़ने के लिए पांच गांवों में एक दर्जन से अधिक पिंजरे लगाए गए थे। बुधवार की सुबह कुलचना के जंगल में लगे पिंजरे में गुलदार फंस गया।
इसे भी पढ़ें-बहराइच में पकड़े गए आदमखोर भेड़िया को लाया गया गोरखपुर चिड़ियाघरअभी उसे बिजनौर के रेंज कार्यालय में रखा गया है। पिंजरे में टक्कर माकर उसने खुद को घायल कर लिया है। गुलदार के नीचे के कैनाइन दांत टूटे होने की वजह से उसे खुले में छोड़ना खतरनाक माना जा रहा है।
बता दें कि बहराइच में 35 से अधिक गांवाें में आतंक का पर्याय बना आदमखोर भेड़िया को वन विभाग की टीम ने गुरुवार को रेस्क्यू कर लिया। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) संजय श्रीवास्तव के निर्देश पर टीम भेड़िया को लेकर गोरखपुर चिड़ियाघर पहुंची। यहां पर उसे क्वारंटाइन सेल में रखा गया है। इसके पहले आठ तेंदुआ और एक बाघ को भी रेस्क्यू कर यहां लाया जा चुका है।इसे भी पढ़ें-नेपाल के रास्ते चीन भेजा जा रहा भारत का लाल चंदन, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
बहराइच क्षेत्र में बीते कई दिनों से भेड़िया का आतंक बना हुआ है। इनके हमले से कई ग्रामीण घायल हो गए थे। वन विभाग की टीम ने अब तक चार भेड़ियों का रेस्क्यू किया। इसमें एक की मौत हो गई। वहीं, दो भेड़ियों को लखनऊ चिड़ियाघर भेज दिया गया था।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।