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DDU Gorakhpur में 26 नवंबर से भरे जाएंगे वार्षिक परीक्षा फार्म, इन विद्यार्थियों के लिए जारी किया गया आदेश

गोरखपुर विश्वविद्यालय के स्नातक तृतीय वर्ष यूजी-पीजी के भूतपूर्व व्यक्तिगत विद्यार्थियों के लिए आदेश जारी किया गया है। विद्यार्थियों को खुद आनलाइन परीक्षा फार्म भरना होगा। परीक्षा फार्म (हार्ड कापी) एमआइएस शुल्क चालान सहित अन्य दस्तावेज 25 दिसंबर तक जमा करना है।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Thu, 24 Nov 2022 12:52 PM (IST)
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DDU में 26 नवंबर से भरे जाएंगे वार्षिक परीक्षा फार्म। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
गोरखपुर, जागरण सांवाददाता। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में स्नातक तृतीय वर्ष, स्नातक व स्नातकोत्तर के व्यक्तिगत, भूतपूर्व विद्यार्थियों के लिए वार्षिक परीक्षा शुल्क जमा करने व परीक्षा फार्म भरने की तिथि घोषित हो गई है। विवि प्रशासन के अनुसार आवेदन की प्रक्रिया आनलाइन मोड में होगी। जो 26 नवंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेगी।

जारी किया गया यह आदेश

परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार द्वारा गोरखपुर विश्वविद्यालय एवं संबद्ध महाविद्यालयों के लिए जारी आदेश के मुताबिक स्नातक, परास्नातक प्रथम वर्ष के भूतपूर्व, व्यक्तिगत एवं एक विषय के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी, स्नातक व परास्नातक द्वितीय के संस्थागत, भूतपूर्व, व्यक्तिगत एवं एक विषय के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी तथा स्नातक तृतीय वर्ष के संस्थागत, भूतपूर्व, व्यक्तिगत एवं एक विषय के अभ्यर्थियों के लिए यह आदेश प्रभावी रहेगा।

25 दिसंबर तक जमा करें ये दस्तावेज

उन्होंने बताया कि परीक्षा फार्म (हार्ड कापी), एमआइएस शुल्क चालान एवं नामिनल रोल की दो प्रतियों के साथ प्रत्येक दशा में विश्वविद्यालय के परीक्षा सामान्य अनुभाग में 25 दिसंबर तक जमा करना सुनिश्चित करें। समस्त महाविद्यालयों को निर्देशित किया है कि परीक्षा फार्म निर्धारित समय से भरवाना सुनिश्चित करें। विश्वविद्यालय परिसर के संस्थागत, भूतपूर्व, व्यक्तिगत एक विषय की परीक्षा के लिए आनलाइन परीक्षा फार्म विद्यार्थियों को स्वयं भरना होगा। संबद्ध महाविद्यालयों के अर्ह छात्रों की परीक्षा के लिए परीक्षा फार्म संबंधित महाविद्यालयों के लागइन पासवर्ड द्वारा भरा जाएगा।

महिला सुरक्षा के लिए लोगों को जागरूक करना जरूरी

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में महिला सशक्तीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसे संबोधित करते हुए बतौर मुख्य वक्ता प्रो. सुषमा पांडेय ने कहा कि सदैव बालिकाओं व महिलाओं की सुरक्षा के लिए लोगों को जागरूक करते रहना चाहिए। हमें समाज में जाकर प्रत्येक व्यक्ति को देवी स्वरूप महिलाओं व बालिकाओं का सम्मान करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। हमें सामाजिक कुरीतियों को दूर करना होगा। कार्यक्रम समन्वयक डा. जितेंद्र कुमार ने कहा कि आज के समय में भी महिलाएं शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार व समानता के लिए जूझ रही हैं। ग्रामीण महिलाएं अशिक्षा के कारण अधिकार व कर्तव्य से अनभिज्ञ हैं। महिलाओं को अपने अधिकार को समझना होगा तथा इसे स्वयं प्राप्त करना होगा। कार्यक्रम अधिकारी डा. के.सुनीता ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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