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Gorakhpur News: सिपाही के पिटाई मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर गोरखपुर में धरना-प्रदर्शन, डॉक्‍टर पर एक्‍शन लेने पर अड़े लोग

निलंबित सिपाही पंकज की पिटाई के मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन और पैदल मार्च शुरू हो गया है। भाजपा एमएलसी डॉ. देवेंद्र प्रताप सिंह ने एडीजी जोन और एसएसपी से मुलाकात कर सिपाही को पीटने वाले डॉक्टर और कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज करने को कहा है। समर्थन में आए अधिवक्ता समाजवादी पार्टी के नेता और कर्मचारी संघ के पदाधिकारी भी डीएम और एसएसपी से मिले हैं।

By Satish pandey Edited By: Vivek Shukla Updated: Wed, 09 Oct 2024 07:21 AM (IST)
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डॉक्‍टर के खिलाफ पैदल मार्च करते विभ‍िन्‍न संगठन के लोग। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। डॉक्टर पर जानलेवा हमला करने के आरोप में जेल भेजे गए निलंबित सिपाही पंकज की पिटाई के मामले में मुदकमा दर्ज करने के लिए शहर में धरना प्रदर्शन व पैदल मार्च शुरू हो गया है। भाजपा एमएलसी डा.देवेंद्र प्रताप सिंह ने एडीजी जोन डा. केएस प्रताप कुमार व एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर से मुलाकात कर सिपाही को पीटने वाले डॉक्टर व कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज करने को कहा।

समर्थन में आए अधिवक्ता,समाजवादी पार्टी के नेता व कर्मचारी संघ के पदाधिकारी भी डीएम व एसएसपी से मिले। कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।

एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने एसएसपी को पत्रक देकर बताया कि संतकबीर नगर जिले के रहने वाले सिपाही पंकज कुमार अपनी पत्नी का उपचार छात्रसंघ चौराहे के पास क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर अनुज सरकारी के यहां करा रहे थे। अल्ट्रासाउंड के पैसे को लेकर कहासुनी के बाद सिपाही की बेरहमी से पिटाई उसकी पत्नी व बेटे के सामने की गई।

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दूसरे दिन भी उसे मारा पीटा गया। इस मामले में कैंट थाना पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए डॉक्टर की पत्नी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कैंट थाना पुलिस ने पंकज कुमार को जेल भेज दिया। सिपाही की पत्नी अदिति की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

इस परिवार को न्याय मिलने तक समर्थन जारी रहेगा। सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भानु प्रताप पांडेय ने एसएसपी से मुलाकात कर बताया कि पिटाई का साक्ष्य होने के बाद भी कैंट थाना पुलिस डॉक्टर के दबाव में सिपाही की पत्नी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है। इस लड़ाई में अधिवक्ता परिवार के साथ हैं।

सपा नेताओं का प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष बृजेश गौतम, नगर अध्यक्ष सब्बीर कुरैशी व पूर्व विधायक विजय बहादुर यादव की अगुवाई में एसएसपी से मिला। सिपाही की पिटाई करने वालों पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि इस घटना का पूरा परिवार सहमा हुआ है।

वहीं कर्मचारी संगठन का प्रतिनिधि मंडल रुपेश की अगुवाई में एडीजी से मिला। वहीं सपा नेताओं ने पैदल मार्च कर डीएम को ज्ञापन सौंपा। सभी लोग डा.अनुज सरकारी व कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

कचहरी में भीड़ जुटने पर वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई पेशी:

डाक्टर पर जानलेवा हमला करने के आरोप में जेल भेजे गए निलंबित सिपाही की मंगलवार को न्यायालय में पेशी थी। मिलने के बाद परिवार के साथ ही रिश्तेदार व बड़ी संख्या में सहयोगी कचहरी पहुंच गए। इसको देखते हुए जेल प्रशासन ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी करायी।दोपहर तक इंतजार करने के बाद परिवार के लोग घर लौट गए। 22 अक्टूबर को अब अगली पेशी होगी।

पीआरवी सिपाहियों से भी हुई थी धक्का-मुक्की :

मारपीट की सूचना पर गैस्ट्रो लीवर हास्पिटल पहुंचे पीआरवी के सिपाहियों संग भी धक्का मुक्की हुई थी। मंगलवार को घटना का एक और वीडियो सामने आया जिसे छत पर खड़े कुछ लोगों ने अपने मोबाइल फोन से बनाया है। इस वीडियो में दिख रहा है कि निलंबित सिपाही पंकज को बचाने का प्रयास कर रहे पीआरवी के सिपाही से भी मारपीट व धक्का-मुक्की की गई। इंटरनेट मीडिया पर यह वीडियो प्रसारित हो रहा है।

यह है मामला

संतकबीर नगर के मंझरिया गंगा गांव में रहने वाले पंकज कुमार की पत्नी अदिति का छात्रसंघ चौराहा स्थित गैस्ट्रो लीवर हास्पिटल में उपचार चल रहा था। तीन अक्टूबर को पत्नी व चार वर्षीय बेटे को लेकर वह डा.अनुज सरकारी को दिखाने आए थे। अल्ट्रासाउंड के रुपये लेकर कहासुनी होने पर पंकज की पिटाई कर दी गई।

आरोप है कि उसने डाक्टर से केबिन में धक्का-मुक्की की थी। दोनों पक्ष के लोग कैंट थाने पहुंचे लेकिन किसी ने तहरीर नहीं दी। चार अक्टूबर की सुबह पंकज कुमार झोले में हथौड़ा लेकर दोबारा गैस्ट्रो लीवर हास्पिटल पहुंचा। डायल 112 पर फोन कर मारपीट हाेने की सूचना दी।

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पीआरवी के सिपाही पहुंचे तो उनके साथ अंदर जाने के बाद केबिन में बैठे डा.अनुज सरकारी पर हमला कर दिया था। इस मामले में कैंट थाना पुलिस ने डा. अनुज की पत्नी डा.माधवी की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है। सिपाही की पत्नी ने भी तहरीर दी है लेकिन अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।

एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने कहा कि जेल भेजे गए सिपाही की पत्नी ने जो प्रार्थना पत्र दिया है उसकी जांच कराई जा रही है। एमएलसी, सपा नेता, अधिवक्ता ने भी इस मामले में मुलाकात कर अपनी बात रखी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई होगी।

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