Dengue Cases In Gorakhpur: कागजों में 186 डेंगू के मरीज, तो रोज कहां खप रही 350 यूनिट प्लेटलेट्स
Dengue Cases In Gorakhpur गोरखपुर में सरकारी अस्पतालों से लेकर प्राइवेट हास्पिटल तक डेंगू रोगियों की भरमार है। हालांकि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जिले में सिर्फ 186 डेंगू मरीज हैं। मरीजों के बढ़ने का असर ही है कि लगभग 350 यूनिट प्लेटलेट्स की रोज जरूरत पड़ रही है। वहीं रक्तदान कैंप लगाए जा रहे हैं ताकि सभी रोगियों की जरूरतें पूरी की जा सकें।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोलघर काली मंदिर के पास रहने वाले मंजीत श्रीवास्तव ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट डालकर डेंगू का प्रकोप बढ़ने का जिक्र कर स्वास्थ्य विभाग से एंटी लार्वल छिड़काव पर ध्यान देने सहित अस्पताल में पर्याप्त इंतजाम की अपील की।
इसी क्रम में दिग्विजयनगर वार्ड नंबर 16 के पार्षद ऋषि मोहन वर्मा ने वार्डवासियों के साथ बैठक कर न सिर्फ डेंगू से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया, बल्कि फागिंग और एंटी लार्वल छिड़काव की व्यवस्था सुदृढ़ करने की योजना बनाई। ये दो मामले डेंगू के बढ़ते प्रकोप का अहसास कराते हैं। प्लेटलेट्स की लगातार बढ़ती मांग पर नजर डालें तो यह पुष्ट भी हो जाता है। बढ़ती मांग को देखते हुए ब्लड बैंक प्रभारियों ने लोगों से रक्तदान की अपील की है, ताकि सभी रोगियों की जरूरतें पूरी की जा सकें।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में रोगियों की संख्या मात्र 186 है। इसके बाद भी लगभग 350 यूनिट प्लेटलेट्स की प्रतिदिन जरूरत पड़ रही है। जिला अस्पताल में एक सप्ताह पहले 10-12 यूनिट प्लेटलेट्स की मांग आती थी, अब यह बढ़कर 30 यूनिट हो गई है। 25-30 यूनिट प्लेटलेट्स की आपूर्ति प्रतिदिन बीआरडी मेडिकल कालेज के ब्लड बैंक से भी हो रही है।
गुरु श्रीगोरक्षनाथ ब्लड बैंक से प्रतिदिन 80-90 यूनिट प्लेटलेट्स की आपूर्ति होती थी, इस समय बढ़कर 120 हो गई है। ब्लड बैंक रक्त की कमी पूरी करने के लिए कैंप लगा रहे हैं, ताकि लोगों की जरूरत पूरी की जा सके। जिन रोगियों का प्लेटलेट्स 10 हजार प्रति माइक्रोलीटर रक्त है, उन्हें चार से छह यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाना पड़ रहा है। आर्यनगर, जाफरा बाजार, दीवान बाजार, शाहपुर, तुर्कमानपुर, रामजानकी नगर, गोलघर, अलहदादपुर, घंटाघर समेत अनेक मोहल्लों में लोग डेंगू के प्रकोप से परेशान हैं।
दो किशोरों समेत डेंगू के मिले सात रोगी
डेंगू संक्रमण की जांच में एक दिन में सात लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इसमें दो किशोर भी शामिल हैं। पांच रोगियों की तबीयत गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। 18 भर्ती रोगियों का उपचार चल रहा है। काली मंदिर व तारामंडल की एक-एक महिलाओं में संक्रमण मिला है। इनकी उम्र क्रमश: 49 व 29 वर्ष है। घंटाघर, साहबगंज, तुर्कमानपुर, रामजानकी नगर व अलहदादपुर के एक-एक व्यक्ति की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इनकी उम्र क्रमश: 15, 32, 15, 57, 22 वर्ष है। जिला मलेरिया नियंत्रण अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि तीन घरों को नोटिस जारी किया गया है। 1453 स्थानों पर एंटीलार्वल का छिड़काव किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग लार्वा मिलने पर दे रहा नोटिस
अब तक 172 लोगों के घरों में टूटे-फूटे बर्तनों, कूलर, गमलों में जमा पानी में मच्छरों के लार्वा मिले हैं, उन्हें नोटिस जारी कर सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है। 440106 स्थानों पर एंटीलार्वल का छिड़काव किया गया है।
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क्या कहते हैं डॉक्टर
डेंगू सबसे पहले लिवर पर ही हमला करता है। रोगी कैपिलरी लीक सिंड्रोम के शिकार हो जाते हैं, इसमें रक्त से पानी स्रवित होकर पेट या फेफड़ों में भरने लगता है। जिन रोगियों के पेट या फेफड़ों में पानी मिला, उनमें से अनेक का मधुमेह अनियंत्रित था और प्लेटलेट्स 10 हजार के आसपास था। बुखार उतरने के बाद भी चार दिन आराम करें और पर्याप्त पानी पीएं, इससे डेंगू की जटिलताओं से बचे रहेंगे।
-डा. राजेश कुमार, नोडल अधिकारी डेंगू वार्ड, जिला अस्पताल
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