इतना बदल गया गोरखपुर ; बीच शहर में मरीन ड्राइव, दो फोरलेन- जिसकी उम्मीद नहीं वह भी मिला
यूपी में योगी सरकार बनने के बाद वनटांगियां गांवा की दशा ही नहीं पूरे गोरखपुर की दशा बदल गई है। सड़कों का ऐसा जाल बिछा कि एकबारगी शहर को पहचानना मुश्किल हो जाए। रामगढ़ताल में मरीन ड्राइव जैसा दृश्य बीच शहर से दो-दो फोरलेन एम्स खाद कारखाना।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Updated: Mon, 22 Mar 2021 08:44 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। यूपी में योगी सरकार के आने से सबसे अधिक यदि किसी को फायदा हुआ है तो वह हैं वनटांगिया। करीब दस साल पहले तक वनटांगिया केवल कहने के लिए भारत के नागरिक हुआ करते थे। इनके पास न मकान थे, न बिजली। यही नहीं इनके पास राशन कार्ड या कोई ऐसा दस्तावेज नहीं था जिससे यह साबित हो सके यह भारत के नागरिक है। जंगलों में रहने वाले इन लोगों को मानवीय सुविधाएं न के बराबर थीं। सांसद रहते योगी आदित्यनाथ की नजर इन पर पड़ी तो इनकी दशा बदलनी शुरू हुई।
सीएम ने योगी आदित्यनाथ ने बदल दी तस्वीरयोगी आदित्यनाथ प्रतिवर्ष दीपावली में यहां कार्यक्रम करने लगे। योगी के यहां पहुंचने के बाद धीरे-धीरे सरकारी योजनाएं भी यहां पहुंचने लगीं। योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद इनका जीवन बदल गया। योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के चार साल में वनटांगियों की बस्ती कस्बा लगने लगी। सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और यहां तक कि बीते साल यहां फैशन शो भी कराया गया जिसमें केवल वनटांगियों को शामिल किया गया।
दरअसल, सूबे में योगी सरकार बनने के बाद वनटांगियां गांवा की दशा ही नहीं पूरे गोरखपुर की दशा बदल गई है। सड़कों का ऐसा जाल बिछा कि एकबारगी शहर को पहचानना मुश्किल हो जाए। रामगढ़ताल में मरीन ड्राइव जैसा दृश्य, बीच शहर से दो-दो फोरलेन, एम्स, खाद कारखाना। लोगों ने नया एम्स और खाद कारखाना शुरू होने के बारे में शायद ही कभी गंभीरता से सोचा हो।
बदलता गोरखपुर : एक नजर मेंजिले का क्षेत्रफल : 3321 वर्ग किमीजिले की जनसंख्या : 44.41 लाखसाक्षरता प्रतिशत : 70.83 फीसदविगत चार वर्षों की उपलब्धियांगोरखपुर की प्रमुख योजनाएं7085 करोड़ : हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड द्वारा खाद कारखाना का निर्माण5876 करोड़ : गोरखपुर से आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य शुरू
1011 करोड़ : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान का निर्माण, कार्य जारी।1200 करोड़ : धुरियापार चीनी मिल में टू-जी एथेनाल प्लांट निर्माणाधीन398 करोड़ : 500 टीसीडी पेराई क्षमता का पिपराइच में चीनी मिल का निर्माण323.00 करोड़ : मोहद्दीपुर से जंगल कौडिय़ा तक फोरलेन का निर्माण259.15 करोड़ : शहीद अशफाकउल्ला खां प्राणि उद्यान का निर्माण196.57 करोड़ : रामगढ़ ताल के सौंदर्यीकरण, संरक्षण का कार्य
325 करोड़ : गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने चार वर्षों ने विकास के कार्य कराए।274 करोड़ : बीआरडी मेडिकल कालेज में वार्डों के जीर्णोद्धार का कार्य।सड़क एवं पुल101.81 करोड़ : गोरखपुर सीवरेज जोन-ए दक्षिणी का निर्माण कार्य72.27 करोड़ : गोरखपुर सीवरेज जोन-ए उत्तरी का निर्माण कार्य62.89 करोड़ : राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजनाएं संचालित
57.63 करोड़ : गोरखपुर न्यायालय में टाइप पांच के आवासीय भवन का निर्माण49.50 करोड़ : अत्याधुनिक प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण कार्य45.03 करोड़ : जनपद में 750 राजीव आवासों का निर्माण कार्य43.07 करोड़ : गोरखपुर न्यायालय में 24 कक्षों के निर्माण का कार्य33.21 करोड़ : क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला का निर्माण का कार्य।25.00 करोड़ : न्यायालय भवनों का निर्माण
19.68 करोड़ : सर्किट हाउस परिसर में एनेक्सी भवन का निर्माण कार्य18.86 करोड़ : नया सवेरा योजना के तहत रामगढ़ताल के सौंदर्यीकरण का कार्य16.74 करोड़ : कूड़ाघाट के पास नंदानगर अंडरपास का निर्माण16.05 करोड़ : वसुंधरा मोड़ से तुर्रा नाला तक आरसीसी नाले का निर्माण96.11 करोड़ : कम्हरिया घाट में घाघरा नदी पर पुल का निर्माण82.30 करोड़ : रोहिन नदी के शंघाई घाट पर पुल का निर्माण
79.00 करोड़ : रोहिन नदी के गाय घाट पर पांटुन पुल का निर्माण111.23 करोड़ :जिले में भी छोटी-बड़ी नई सड़कों का निर्माण।63.00 करोड़ : राप्ती नदी के बढय़ा चौक घाट पर पांटुन पुल का निर्माण35.23 करोड़ : पीपीगंज से मेंहदावल मार्ग पर बढय़ाठाठर में राप्ती पुल पर एप्रोच।35.26 करोड़ : राप्ती नदी पर चंदा घाट में पुल का निर्माण34.69 करोड़ : बांसगांव-कुसमौल-महाबीर छपरा मार्ग का निर्माण
30.97 करोड़ : जंगल कौडिय़ा से तुर्कवलिया जसवल चौराहा तक सड़क निर्माणचिकित्सा एवं स्वास्थ्य90.00 करोड़ : बड़हलगंज राजकीय होम्योपैथिक कालेज का संचालन41.38 करोड़ : पांच सीएचसी व एक पीएचसी का निर्माण कार्य।26.24 करोड़ : बीआरडी कालेज में तीन छात्रावास का निर्माण13.89 करोड़: 50 शैयायुक्त चिकित्सालय का निर्माण।24.98 करोड़ : 100 शैय्यायुक्त टीबी अस्पताल का निर्माण।
22.23 करोड़ : बीआरडी मेडिकल कालेज में माड्यूलर ओटी का उच्चीकरण।अन्य उपलब्ध्यिांआयुष्मान भारत योजना में 2.41 लाख गोल्डेन कार्ड का वितरणआयुष्मान भारत योजना में 10 करोड़ रुपये से 16 हजार मरीजों का इलाज।मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में 27 हजार लोगों को चिकित्सा सुविधा।जननी सुरक्षा योजना में 1.63 लाख महिलाएं लाभान्वित हुईं।टीकाकरण अभियान के तहत 03 लाख ब'चों का टीकाकरण।
नगर निगम-गोरखपुर विकास प्राधिकरण45.10 करोड़ : शहर में सड़क, पार्क, नाली, नलकूप व ड्रेनेज का कार्य।23.00 करोड़ : नगर निगम भवन का निर्माण11.82 करोड़ : महेवा में कान्हा उपवन गोशाला का निर्माण32.60 करोड़ : गोलघर के जलकल में मल्टी लेवल पार्किंग29.00 करोड़ : रामगढ़ ताल में अवस्थापना सुविधाओं का विकास81.00 करोड़ : राप्तीनगर आवासीय योजना में पीएम आवास का निर्माण10.84 करोड़ : रामगढ़ परियोजना के तहत दिग्विजय नाथ पार्क का निर्माणऊर्जा क्षेत्र में हुए कार्यआपीडीएस योजना के तहत 44 करोड़ की लागत से भूमिगत केबल का कार्य।सौभाग्य योजना के तहत 2.07 लाख विद्युत कनेक्शनउजाला योजना के तहत 9.50 लाख एलईडी बल्वों का वितरण किया गया।छह विद्युत उपकेंद्रों का निर्माण 9.56 करोड़ रुपये की लागत से।शिक्षा के क्षेत्र में हुए कार्य40.50 करोड़ : जंगल कौडिय़ा में डिग्री कालेज स्टेडियम का निर्माण11.94 करोड़ : मदनमोहन मालवीय विवि में 20 कक्षाओं का निर्माण7.62 करोड़ : राजकीय जुबली इंटर कालेज के मुख्य भवन का निर्माण12.05 करोड़ : मदनमोहन मालवीय विवि में महिला छात्रावास का निर्माण।खेल के क्षेत्र में हुए कार्य09.96 करोड़ : वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट कालेज में बहुउद्देशीय क्रीडा हाल का निर्माण09.01 करोड़ : स्पोर्ट कालेज में एस्ट्रोटर्फ हाकी मैदान पर पवेलियन का निर्माण06.51 करोड़ : दो बास्केटबाल कोर्ट का निर्माणपर्यटन क्षेत्र में40.12 करोड़ : रामगढ़ ताल में वाटर स्पोर्ट एक्टिविटी एवं वाटर स्पोर्ट पार्क12.87 करोड़ : स्प्रिचुअल सर्किट योजना के तहत गोरखनाथ मंदिर परिसर का विकास12.90 करोड़ : रामलीला मैदान, मानसरोवर स्थल, सूर्यकुंड स्थल, मोहद्दीपुर व जटाशंकर गुरुद्वारा का सौंदर्यीकरणकृषि क्षेत्र में199.39 करोड़ : 55 हजार किसानों का फसली ऋण माफ किया गया।105.83 करोड़ : दस हजार किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान02.40 करोड़ : कृषि बीज भंडार, कृषि विवि एवं सीड स्टोर का निर्माण1496 किमी : नहरों की सिल्ट सफाई03.77 लाख : किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से लाभान्वित हुए।समाज कल्याण विभाग2572 जोड़ों का विवाह मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत किया गया।7843 बालिकाएं मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत लाभान्वित की गईं।1721 सामाजिक उत्पीडि़त को 11.87 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी गई।1.99 लाख समूहों का गठन राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत किया गया।आवास योजना41834 : प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत आवास का निर्माण किया गया।23305 : प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत आवास का निर्माण कराया गया।2140 : मुख्यमंत्री आवास का निर्माण वनटांगिया गांवों में किया गया।श्रमिक कल्याण18052 श्रमिक प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के तहत लाभान्वित172 ट्रेडर्स नेशनल पेंशन योजना के तहत लाभान्वित हुए।911 परिवार कन्या विवाह अनुदान योजना के तहत आ'छादित हुए।39504 श्रमिक चिकित्सा सहायता योजना के तहत लाभान्वित हुए।10533 श्रमिक मृत्यु विकलांगता अक्षमता पेंशन योजना के तहत लाभान्वित हुए।402 परिवार अंत्येष्टि सहायता योजना के तहत लाभान्वित।262 मेधावी छात्र सहायता योजना के तहत लाभान्वित।622 छात्र संत रविदास शिक्षा योजना के तहत लाभान्वित हुए।256 श्रमिक महिलाएं मातृत्व हित लाभ योजना के तहत लाभान्वित622 श्रमिक परिवार शिशु हित लाभ योजना के तहत लाभान्वित।वनटांगियां गांवों में परिषदीय विद्यालयवनटागियां क्षेत्र को सात परिषदीय विद्यालय देकर वहां के बच्चों में शिक्षा की मुख्यधारा से जोडऩे का कार्य किया है। सात विद्यालयों की सौगात में पांच प्राथमिक व दो उच्च प्राथमिक विद्यालय शामिल हैं। इन विद्यालयों में पठन-पाठन शुरू होने के साथ इस क्षेत्र में शिक्षा का उजियारा फैल गया है। सरकार ने परिषदीय विद्यालयों के लिए वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल 1.77 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की थी। इनमें पांच प्राथमिक विद्यालयों के लिए प्रति विद्यालय 21.90 लाख तथा दो उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए प्रति विद्यालय 34.20 लाख रुपये के हिसाब से धनराशि स्वीकृत की गई थी। बीएसए बीएन सिंह ने बताया कि जनपद के वनटागियां क्षेत्र में पांच प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में निर्माण कार्य पूर्ण होने के साथ ही इन विद्यालयों में कक्षाओं का संचालन शुरू कर हो गया है।हास्टल में रहकर पढ़ेगा मजदूर का बेटाअब श्रमिकों के बच्चे भी आवासीय स्कूल में रहकर मुफ्त शिक्षा ग्रहण करे सकेंगे। इसके लिए प्रदेश सरकार अटल आवासीय विद्यालय की सौगात दे चुकी है। जिसका संचालन श्रम विभाग करेगा। मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक अटल आवासीय विद्यालय का निर्माण सहजनवां में होगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने 12 एकड़ भूमि अधिकृत कर श्रम विभाग को सौंप दी है। 64 करोड़ की लागत से विद्यालय का निर्माण पीडब्ल्यूडी कराएगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।