Gorakhpur Tourism: सात समंदर पार के पर्यटकों को लुभा रहा गोरखपुर का पर्यटन, न्यौता देकर किया जा रहा आमंत्रित
गोरखपुर का पर्यटन अब अंतरराष्ट्रीय पटल पर धूम मचाने जा रहा है। पर्यटन विभाग ने लखनऊ आगरा वाराणसी के साथ ही गोरखपुर के टूर एंड ट्रैवल एजेंट अहमद माज को इंटरनेशनल ट्रैवल मार्ट में गोरखपुर के पर्यटन स्थलों का प्रचार-प्रसार करने के लिए अधिकृत किया है। आने वाले दिनों में वह लंदन पेरिस फ्लोरिडा मैड्रिड मेलबर्न बर्लिन और मास्को में होने वाले मार्ट में शामिल होंगे।
सतीश पांडेय, जागरण, गोरखपुर। उत्तर प्रदेश सरकार पर्यटन के पटल पर राज्य की उपस्थिति को मजबूत करने में जुटी है। इसी दिशा में पर्यटन विभाग की ओर से लखनऊ, आगरा, वाराणसी के एजेंटो के अलावा गोरखपुर के टूर एंड ट्रैवल एजेंट अहमद माज को इंटरनेशल ट्रैवल मार्ट में यहां के पर्यटन स्थलों की आभा बिखेरने के लिए अधिकृत किया है।
अभी पांच से सात नवंबर तक लंदन में चले ट्रैवल मार्ट में हिस्सा लेकर लौटे हैं। आने वाले दिनों में उन्हें पेरिस, फ्लोरिडा, मैड्रिड, मेलबर्न, बर्लिन और मास्को में होने वाले मार्ट में शामिल होने जाने है।
इंटरनेशल ट्रैवल मार्ट में गोरखपुर का आकर्षण बढ़ाने का काम अहमद माज को मिला है। वह पश्चिमी देशों के सैलानियों को गोरखपुर, अयोध्या, काशी आने का न्यौता देने के साथ ही यहां के समृद्ध पर्यटन विरासत से दुनिया को परिचित कराने के साथ ही बता रहे हैं कि यूपी नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा।
रामगढ़ताल की फाइल फोटो।- जागरण
आने वाले दिनों में 5 से 7 नवंबर तक लंदन में हुए इंटरनेशनल ट्रेवल मार्ट में उत्तर प्रदेश पर्यटन की धूम मचाने के बाद फ्रांस, अमेरिका, स्पेन, जर्मनी, रूस में होने वाले ट्रेवल मार्ट में होंगे। मार्ट में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की ओर से स्टाल लगाया जाएगा।इसे भी पढ़ें-गोरखपुर में बिल्ली उठा ले गए चोर, याद में खाना-पीना भूलीं मालकिन; जांच में जुटी पुलिस
पर्यटन विभाग की योजना है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस साल ज्यादा से ज्यादा पर्यटकों को अयोध्या, काशी व गोरक्षनगरी के साथ ही मथुरा व आगरा में आने का रिकार्ड बनाने का है।आने वाले दिनों में होने वाले इंटरनेशल ट्रैवल मार्ट
अहमद माज, प्रबंध निदेशक, रायल टूर ट्रैवल।
इस वर्ष आ चुके हैं तीन हजार से अधिक विदेशी सैलानीएक जनवरी से 31 अक्टूबर, 2024 के बीच अलग-अलग देशों से गोरखपुर में तीन हजार से अधिक विदेशी सैलानी आ चुके हैं। यह आंकड़ा यह ठहरने वालों का है। इसके अलावा ऐसे सैलानियों की संख्या अधिक है जो गोरखपुर आने के बाद नेपाल, कुशीनगर, काशी व बोध गया रवाना हो गए हैं। गोरखनाथ मंदिर समेत पर्यटन के प्रमुख केंद्र हैं ये स्थानगोरखपुर में घूमने और समय बिताने के लिए कई ऐसे स्थान हैं, जहां आप बिना घड़ी देखे घंटों बिता सकते हैं। धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से गोरखनाथ मंदिर पर्यटन का प्रमुख केंद्र है। यूपी, बिहार, उत्तराखंड सहित कई राज्यों के लोग गोरखनाथ मंदिर आते हैं। नेपाल में भी गुरु गोरखनाथ पूजे जाते हैं। इसे भी पढ़ें-महाकुंभ में दिखेगा समूह की महिलाओं का हुनर, वोकल फॉर लोकल पर जोर गीता प्रेस हिंदू धार्मिक ग्रंथों और पुस्तकों को प्रकाशित करने का दुनिया का प्रमुख केंद्र है यहां से कल्याण जैसी मासिक पत्रिका भी प्रकाशित की जाती है। शहर से सटे 1700 एकड़ क्षेत्र में फैला रामगढ़ताल प्रकृति की अनुपम भेंट है। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद रामगढ़ताल पूर्वांचल का मरीन ड्राइव बन चुका है। इसकी छटा देखने के लिए दूर-दूराज से पर्यटक आते हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।देश |
तिथि |
फ्लोरिडा (यूएसए) |
9 से 13 दिसंबर, 2024 |
मैड्रिड (स्पेन) | 22 से 26 जनवरी, 2025 |
मेलबर्न (आस्ट्रेलिया) | 10 से 12 फरवरी, 2025 |
बर्लिन (जर्मनी) | चार से छह मार्च, 2025 |
मास्को (रुस) | 18 से 20 मार्च, 2025 |
इस वर्ष आ चुके हैं तीन हजार से अधिक विदेशी सैलानीएक जनवरी से 31 अक्टूबर, 2024 के बीच अलग-अलग देशों से गोरखपुर में तीन हजार से अधिक विदेशी सैलानी आ चुके हैं। यह आंकड़ा यह ठहरने वालों का है। इसके अलावा ऐसे सैलानियों की संख्या अधिक है जो गोरखपुर आने के बाद नेपाल, कुशीनगर, काशी व बोध गया रवाना हो गए हैं। गोरखनाथ मंदिर समेत पर्यटन के प्रमुख केंद्र हैं ये स्थानगोरखपुर में घूमने और समय बिताने के लिए कई ऐसे स्थान हैं, जहां आप बिना घड़ी देखे घंटों बिता सकते हैं। धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से गोरखनाथ मंदिर पर्यटन का प्रमुख केंद्र है। यूपी, बिहार, उत्तराखंड सहित कई राज्यों के लोग गोरखनाथ मंदिर आते हैं। नेपाल में भी गुरु गोरखनाथ पूजे जाते हैं। इसे भी पढ़ें-महाकुंभ में दिखेगा समूह की महिलाओं का हुनर, वोकल फॉर लोकल पर जोर गीता प्रेस हिंदू धार्मिक ग्रंथों और पुस्तकों को प्रकाशित करने का दुनिया का प्रमुख केंद्र है यहां से कल्याण जैसी मासिक पत्रिका भी प्रकाशित की जाती है। शहर से सटे 1700 एकड़ क्षेत्र में फैला रामगढ़ताल प्रकृति की अनुपम भेंट है। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद रामगढ़ताल पूर्वांचल का मरीन ड्राइव बन चुका है। इसकी छटा देखने के लिए दूर-दूराज से पर्यटक आते हैं।